मुख्यधारा का मीडिया वामपंथियों के ख़िलाफ़ झूठ को बढ़ा-चढ़ा कर पेश करता है: पिनाराई विजयन

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा है कि अधिकांश मुख्यधारा का मीडिया महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों पर वाम दलों के रुख़ को छिपा रहा है, लेकिन दक्षिणपंथियों के ओछे आरोपों को भी 'पहले पन्ने' पर कवरेज देता है.

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पिनराई विजयन. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: केरल में लोकसभा चुनाव होने में अब महज़ एक सप्ताह से भी कम समय बचा है, ऐसे में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शनिवार (20 अप्रैल) को आरोप लगाया कि मुख्यधारा का मीडिया भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (माकपा) के नेतृत्व वाले मोर्चे का बहिष्कार कर रहा है और वामपंथियों के खिलाफ ‘झूठ’ को बढ़ा-चढ़ा कर पेश करके खुश हो रहा है.

द टेलीग्राफ के मुताबिक, ‘झूठ को प्रभावी ढंग से उजागर करने’ के लिए वामपंथी सोशल मीडिया हैंडलों की प्रशंसा करते हुए विजयन ने किसी भी मीडिया एकाधिकार और संगठित प्रोपेगेंडा’ को समाप्त करने में उनकी ‘सतर्क भागीदारी’ का आह्वान किया.

मालूम हो कि केरल की सभी 20 सीटों के लिए लोकसभा चुनाव 26 अप्रैल को होंगे.

सोशल मीडिया मंच फेसबुक पर एक विस्तृत पोस्ट में वामपंथी नेता ने आरोप लगाया कि अधिकांश मुख्यधारा का मीडिया महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों पर वाम दलों के रुख को छिपा रहा है, लेकिन दक्षिणपंथियों के ओछे आरोपों को ‘पहले पन्ने’ पर कवरेज देने में उत्साहित है.

विजयन ने कड़े शब्दों में कहा, ‘मुख्यधारा का मीडिया उन खबरों को प्रकाशित करने से इनकार करता है जो लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के पक्ष में हैं और इसके बजाय उसके खिलाफ झूठ का प्रचार करता है. यहां तक ​​कि छोटी घटनाओं को भी बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है और सनसनीखेज बनाया जाता है. इसके अलावा, कुछ प्रमुख मीडिया संस्थानों में दक्षिणपंथियों के ओछे आरोपों को भी पहले पन्ने पर जगह मिलती है.’
उन्होंने कहा कि ये मीडिया प्रतिष्ठान वामपंथी नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस को नजरअंदाज करते हैं और उनके भाषणों में उठाए गए मुख्य राष्ट्रीय मुद्दों को जनता के सामने रखने में विफल रहते हैं.

मुख्यमंत्री विजयन ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव को लोकतंत्र की आधारशिला बताते हुए आरोप लगाया कि दक्षिणपंथी मीडिया एकतरफा खबरें और विश्लेषण गढ़ रहा है, जिससे लोगों की निष्पक्ष चुनावों में भाग लेने की स्वतंत्रता का उल्लंघन हो रहा है. उन्होंने कहा कि मीडिया प्रभावी रूप से एलडीएफ का बहिष्कार कर रहा है.

माकपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों पर वामपंथियों का रुख जनता से छिपाया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि मुख्यधारा का मीडिया खबरों को तोड़-मरोड़कर और सर्वेक्षणों को झूठे आख्यानों के रूप में इस्तेमाल करके वामपंथ को खत्म करने का एक जरिया बन गया है.

मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि पिछले विधानसभा चुनाव में मीडिया के एक वर्ग ने वामपंथियों के खिलाफ नकारात्मक अभियान चलाया था, लेकिन लोगों ने हमारी शानदार जीत सुनिश्चित करके इसका करारा जवाब दिया.

विजयन ने कहा कि सोशल मीडिया ने ‘किसी भी मीडिया एकाधिकार’ और संगठित दुष्प्रचार को समाप्त करके लोकतंत्र के सार की रक्षा करने का ‘कर्तव्य’ निभाया है.