मणिपुर में फिर हिंसा, चौकी पर हुए विस्फोट में सीआरपीएफ के दो जवान शहीद

पुलिस ने बताया कि घटना मेईतेई बहुल बिष्णुपुर ज़िले के नारायणसेना गांव में हुई, जहां बंदूकधारियों ने गोलीबारी की. इसके अलावा उपद्रवियों ने बम फेंका, जो सीआरपीएफ चौकी के अंदर गिरकर फटा. इस विस्फोट में दो जवान मारे गए और दो अन्य घायल हुए हैं.

(प्रतीकात्मक फोटो: द वायर)

नई दिल्ली: हिंसा की घटनाओं को लेकर पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर एक बार फिर सुर्खियों में है. पुलिस के मुताबिक, यहां के बिष्णुपुर जिले में अर्धसैनिक बल की चौकी पर हुए एक विस्फोट में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दो जवान मारे गए और दो अन्य घायल हो गए.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने मृत सीआरपीएफ जवानों की पहचान सब-इंस्पेक्टर एन. सरकार और हेड कॉन्स्टेबल अरूप सैनी के रूप में की है. घटना शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात करीब एक बजे के आस-पास की बताई जा रही है.

पुलिस ने बताया कि बंदूकधारियों ने मेईतेई-बहुल बिष्णुपुर जिले के नारायणसेना गांव में गोलीबारी की. इसके अलावा उपद्रवियों ने बम का प्रयोग भी किया, जो सीआरपीएफ चौकी के अंदर जा गिरा और फट गया.

एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा, ‘सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है और इस मामले में पुलिस अब आगे की जांच करेगी.’

मालूम हो कि इस बीच एक अलग घटना में इंफाल पूर्वी जिले के एक गांव में 26 अप्रैल को भारी गोलीबारी के बाद एक व्यक्ति की मौत हो गई. वह व्यक्ति मेईतेई समुदाय से था और उसकी हत्या कांगपोकपी की सीमा पर इंफाल पूर्वी जिले के सिनम गांव में की गई थी.

गौरतलब है कि मणिपुर में लगातार हिंसा का दौर जारी है. हाल ही में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दौरान इनर मणिपुर लोकसभा क्षेत्र में हिंसा और ईवीएम के साथ तोड़-फोड़ की घटनाएं सामने आई थीं, जिसके बाद चुनाव आयोग ने इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम ज़िलों के 11 मतदान केंद्रों पर फिर से मतदान कराने के आदेश दिए थें.