नई दिल्ली: एक जून, 2024 को आम चुनाव के सातवें और आखिरी चरण का मतदान पूरा होने के साथ ही 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव का समापन हो गया. पहले चरण का मतदान 43 दिन पहले 19 अप्रैल को हुआ था.
नतीजे चार जून को आएंगे. लेकिन उससे एक पहले सभी की नजर एग्जिट पोल पर रहेगी.
अधिकांश टीवी चैनलों पर दिखाए जा रहे एग्जिट पोल में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को बहुमत मिलता दिख रहा रहा है. वहीं विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन को पिछड़ता दिखाया जा रहा है.
रिपब्लिक टीवी पर दिखाए जा रहे P-MARQ के एग्जिट पोल में एनडीए को 359 सीटें और ‘इंडिया’ ब्लॉक को 154 सीटें दी गई हैं.
Lok Sabha elections | Republic TV’s P-MARQ Exit Poll predicts- NDA: 359 seats, INDI Alliance: 154 seats, Others: 30 pic.twitter.com/njyOpt5gZu
— ANI (@ANI) June 1, 2024
जाहिर है, एग्जिट पोल परिणाम नहीं बल्कि अनुमान होते हैं, जो सर्वे के दौरान मतदाताओं के पूछे गए सवालों के जवाब के आधार पर तैयार किए गए होते हैं. कई बार यह असल परिणाम के आस-पास होते हैं, तो अनेक बार सच्चाई के कोसों दूर.
2019 में कितने सही साबित हुए थे एग्जिट पोल?
सवाल उठता है कि पिछले दो आम चुनावों में एग्जिट पोल असर परिणाम के कितने करीबी थे? आम चुनाव 2019 के लिए मतदान 11 अप्रैल से 19 मई के बीच हुए थे और नतीजे 23 मई को आए थे.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में 2019 और 2014 के आम चुनावों को लेकर तमाम पोलिंग एजेंसी द्वारा किए एग्जिट पोल को आमने-सामने रखा है. 2019 में 13 पोलिंग एजेंसी द्वारा किए एग्जिट पोल का औसत निकालें तो वह भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को 306 सीटें दे रहे थें. जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए के 120 सीट जीतने का अनुमान रहा रहे थे.
एग्जिट पोल में एनडीए के प्रदर्शन को कम करके आंका गया था. असल में एनडीए को कुल 353 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं, यूपीए को कुल 93 सीटों पर जीत मिली थी.
मुख्य दलों की बात करें, तो भाजपा 303 और कांग्रेस 52 सीटें जीती थी.
पोलिंग एजेंसी | एनडीए | यूपीए |
इंडिया टुडे-एक्सिस | 352 | 93 |
न्यूज-24 टुडे चाणक्य | 350 | 95 |
न्यूज-18 आईपीएसओएस | 336 | 82 |
वीडीपी एसोसिएट्स | 333 | 115 |
सुदर्शन न्यूज | 313 | 121 |
टाइम्स नॉउ वीएमआर | 306 | 132 |
सुवर्णा न्यूज | 305 | 124 |
इंडिया टीवी सीएनएक्स | 300 | 120 |
इंडिया न्यूज पोलस्टार्ट | 287 | 128 |
सीवोटर | 287 | 128 |
न्यूज नेशन | 286 | 122 |
एबीपी सीएसडीएस | 277 | 130 |
न्यूज एक्स नेता | 242 | 164 |
औसत | 306 | 120 |
नतीजे | 353 | 93 |
अंतर | 47 | 27 |
2014 में कितने सही साबित हुए थे एग्जिट पोल?
2014 में आठ न्यूज चैनलों द्वारा किए एग्जिट पोल का औसत निकालें, तो वह भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को 283 सीटें दे रहे थें. जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए के 105 सीट जीतने का अनुमान रहा रहे थे.
एग्जिट पोल उस आम चुनाव में भी सही अनुमान लगाने में विफल रहे थे क्योंकि असल में एनडीए को 336 सीटें और यूपीए को मात्र 60 सीटें मिलीं थीं.
इनमें से भाजपा को 282 और कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत मिली थी.
पोलिंग एजेंसी | एनडीए | यूपीए |
न्यूज-24 चाणक्य | 340 | 70 |
इंडिया टीवी सीवोटर | 289 | 101 |
सीएनएन आईबीएन सीएसडीएस | 280 | 97 |
एनडीटीवी हंसा रिसर्च | 279 | 103 |
सीएनएन आईबीएन सीएसडीएस-लोकनीति | 276 | 97 |
एबीपी न्यूज नीलसन | 274 | 97 |
इंडिया टुडे सिसेरो | 272 | 115 |
टाइम्स नॉउ ओआरजी | 249 | 148 |
औसत | 283 | 105 |
नतीजे | 336 | 60 |
अंतर | 53 | 45 |
2009 में भी गलत साबित हुए थे एग्जिट पोल
2009 में जब यूपीए सत्ता में वापस आई थी, तो औसतन चार एग्जिट पोल ने विजेता गठबंधन की संख्या को कम करके आंका था. उन्होंने यूपीए को 195 और एनडीए को 185 सीटें दी थीं.
यूपीए ने आखिरकार 262 सीटें जीतीं, जबकि एनडीए को 158 सीटें मिलीं. इनमें से कांग्रेस ने 206 सीटें और भाजपा ने 116 सीटें जीती थी.