आप राष्ट्रवाद में धर्म को क्यों लाते हैं फिर उन लोगों का क्या जो हिंदू नहीं हैं: प्रकाश राज

अभिनेता प्रकाश राज ने भाजपा नेता अनंत कुमार हेगड़े को आड़े हाथों लेते हुए उनकी राजनीति पर सवाल उठाए.

//
अभिनेता प्रकाश राज. (फोटो साभार: प्रकाश राज/फेसबुक)

अभिनेता प्रकाश राज ने भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े को आड़े हाथों लेते हुए उनकी राजनीति पर सवाल उठाए.

अभिनेता प्रकाश राज. (फोटो साभार: प्रकाश राज/फेसबुक)
अभिनेता प्रकाश राज. (फोटो साभार: प्रकाश राज/फेसबुक)

चेन्नई: राष्ट्रवाद और हिंदुत्व को एक बराबर बताने पर अभिनेता प्रकाश राज ने केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े को आड़े हाथों लिया.

ट्विटर पर पोस्ट के ज़रिये प्रकाश राज ने कर्नाटक के भाजपा नेता से यह साफ करने को कहा कि जब वह कहते हैं कि राष्ट्रवाद और हिंदुत्व एक है और उसका अर्थ समान है तो वह क्या कहना चाहते हैं.

राज ने ट्वीट किया, आपने कहा, राष्ट्रवाद और हिंदुत्व दो अलग-अलग चीजें नहीं हैं बल्कि एक ही हैं और उनका मतलब एक ही है. आप राष्ट्रवाद में धर्म को क्यों लाते हैं फिर उन लोगों का क्या जो हिंदू नहीं हैं लेकिन हमारे देश के गौरव हैं जैसे- आंबेडकर, अब्दुल कलाम, एआर रहमान, खुशवंत सिंह, अमृता प्रीतम, डॉ.वर्गीज कुरियन… यह फेहरिस्त लंबी है.

उन्होंने कहा, और मेरे जैसे लोगों का क्या जिनका कोई धर्म नहीं हैं, लेकिन जो मानवता में विश्वास रखते हैं क्या हम सब अपने देश के नागरिक नहीं हैं आप लोग कौन हैं… आपका एजेंडा क्या है… चूंकि आप जन्मों में विश्वास रखते हैं… क्या आप लोग जर्मन हिटलर का अवतार हैं?

इस पोस्ट के बाद उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कन्नड़ में बातें करते अनंत हेगड़े की वीडियो क्लिप भी डाली है जिसमें वह कथित रूप से कह रहे हैं कि हिंदुत्व और राष्ट्रवाद अलग चीजें नहीं हैं.

प्रकाश राज ने लिखा, इस मंत्री का कहना है कि इस्लाम का इस दुनिया से सफाया कर देना चाहिए… तो जब वह हिंदुत्व की बात करते हैं तो क्या उनका मतलब जीवनशैली से है.

एक तीसरे ट्वीट में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित अभिनेता ने अपने समर्थकों से कहा कि वे हमारे धर्मनिरपेक्ष देश में मंत्री के एजेंडा का विश्लेषण करें और उनकी मंशा एवं बेशर्म राजनीति पर सवाल करें.

इससे पहले प्रकाश राज ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर कड़ी टिप्पणी की है.

अक्टूबर महीने में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने सवाल उठाया कि इस तरह की क्रूरता पर प्रधानमंत्री अगर शांत रहे तो अपने पांचों राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार लौटाने में उन्हें कोई हिचक नहीं होगी.

दक्षिण भारतीय फिल्मों के प्रख्यात अभिनेता प्रकाश राज को अब तक पांच राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुके हैं. हालांकि इस ख़बर के वायरल होने के बाद उन्होंने अवॉर्ड वापसी की बात का खंडन किया था.

इसके बाद ट्विटर पर उन्होंने अपना एक वीडियो जारी किया था है जिसमें वे कहते हैं, ‘राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार लौटाने को लेकर समाचार चैनलों पर चल रही ख़बरों को लेकर मैं केवल हंस सकता हूं. मैं मूर्ख नहीं हूं कि ख़ुद को मिले राष्ट्रीय पुरस्कार लौटा दूं. यह मुझे मेरे काम की वजह से मिला है और मुझे इस पर गर्व है.’

हालांकि वीडियों में उन्होंने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के बाद सोशल मीडिया पर कुछ लोगों द्वारा जश्न मनाए जाने पर निराशा ज़ाहिर की थी. उन्होंने कहा था, ‘ऐसे कुछ लोगों को प्रधानमंत्री सोशल मीडिया पर फॉलो करते हैं. इसे लेकर प्रधानमंत्री न तो कोई पक्ष ले रहे हैं और न ही कोई टिप्पणी कर रहे हैं. इस देश का नागरिक होने के नाते मैं प्रधानमंत्री की चुप्पी से परेशान और निराश हूं.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)