नई दिल्ली: दिल्ली में भारी बारिश के बीच वसंत विहार इलाके में एक निर्माण स्थल पर दीवार ढहने के बाद मलबे से शनिवार (29 जून) को तीन मजदूरों के शव निकाले गए.
इंडियन एक्सप्रेस ने अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी है. इसके साथ ही दिल्ली में बारिश से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है.
निर्माणाधीन दीवार शुक्रवार को ढह गई और घटना की सूचना दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) को दी गई.
डीएफएस अधिकारियों ने कहा कि तीन मजदूरों के शव मलबे से निकाले गए हैं. उनमें से दो की पहचान संतोष कुमार यादव (19) और संतोष कुमार (20) के रूप में की गई है. अधिकारियों ने बताया कि तीसरे मजदूर की पहचान दयाराम (45) के रूप में हुई है, जो अपनी पत्नी के साथ निर्माण स्थल पर काम करता था.
मलबे को हटाने के लिए क्रेन का इस्तेमाल किया गया और शवों को निकालने के लिए नींव के गड्ढे से पानी निकाला गया. अधिकारियों ने बताया कि शवों को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया. मलबे में कोई और न फंसा हो, यह सुनिश्चित करने के लिए तलाशी अभियान चलाया गया.
अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और नागरिक एजेंसियों की टीमों ने ऑपरेशन को अंजाम दिया.
वसंत विहार पुलिस स्टेशन में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 288 (इमारतों को गिराने या मरम्मत के संबंध में लापरवाहीपूर्ण आचरण) और 304ए (लापरवाही से मौत का कारण) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्लॉट पर घर बनाने के लिए बेसमेंट का निर्माण किया गया था. ठेकेदार और प्लॉट के मालिक से पूछताछ की गई है और जांच जारी है.
दिल्ली में मॉनसून ने कहर बरपाते हुए दस्तक दी है. भारी बारिश जान-माल की भारी हानि हुई है. जगह- जगह जल जमाव के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है.
शनिवार को सिरसपुर अंडरपास के जलजमाव वाले हिस्से में दो लड़कों की डूबने से मौत हो गई.
शुक्रवार को बारिश से संबंधित घटनाओं में छह लोगों की मौत हुई थी. मृतकों में एक कैब ड्राइवर शामिल है, जिसकी दिल्ली हवाई अड्डे पर छत का एक हिस्सा गिरने से मौत हो गई थी.
रोहिणी के प्रेम नगर इलाके में एक 39 वर्षीय व्यक्ति की करंट लगने से मौत हो गई. वहीं, न्यू उस्मानपुर, शालीमार बाग और ओखला औद्योगिक क्षेत्र में डूबने के कारण चार लोगों की मौत हो गई.