नई दिल्ली: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) से इस साल स्नातक होने वाले इंजीनियरों के प्लेसमेंट में मंदी के कारण उनका सालाना वेतन पैकेज भी बीते सालों के मुकाबले कम हो गया है.
इकोनॉमिक टाइम्स ने डेलॉइट और टीमलीज़ के अलग-अलग अध्ययनों का हवाला देते हुए बताया है कि इस वर्ष आईआईटी से स्नातक (ग्रेजुएशन) करके निकलने वाले विद्यार्थियों का वार्षिक वेतन 15-16 लाख रुपये के बीच रहा है.
डेलॉइट कैंपस वर्कफोर्स ट्रेंड्स, 2024 के अध्ययन से संकेत मिलता है कि राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क द्वारा रैंक किए गए शीर्ष 10 इंजीनियरिंग संस्थानों (जिनमें से आठ आईआईटी हैं) के छात्रों के वेतन में मामूली गिरावट आई है.
डेलॉइट इंडिया के पार्टनर नीलेश गुप्ता ने इकोनॉमिक टाइम्स को बताया, ‘हमारे अध्ययन के अनुसार 2024 में वे औसतन 16.3 लाख रुपये वार्षिक वेतन की उम्मीद कर सकते हैं. ‘
मई महीने में टीमलीज़ द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार, 2024 में वार्षिक वेतन 15-16 लाख रुपये रहने की संभावना है, जो 2023 में सलाना 18-20 लाख रुपये था.
टीमलीज़ का अध्ययन दिखाता है कि नए आईआईटी में औसतन सालाना वेतन 15-16 लाख रुपये से घटकर 12-14 लाख रुपये पर आ गया है.
रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में सभी आईआईटी में पंजीकृत 17,900 छात्रों में से 14,490 को प्लेसमेंट मिला था और 3,410 को जगह नहीं मिली थी.
द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल पंजीकृत छात्रों की संख्या बढ़कर 21,500 हो गई, जिनमें से केवल 13,410 को ही नौकरी मिली है.