नीट-यूजी: सबसे अच्छा परीक्षा परिणाम देने वाले 50 केंद्रों में से 37 राजस्थान के सीकर में हैं

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने 2024 की राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) में शामिल हुए सभी अभ्यर्थियों के अंक जारी कर दिए हैं. लगभग 81,000 अभ्यर्थियों को 600 या उससे अधिक अंक मिले हैं, जबकि 2023 में यह संख्या 29,351 थी.

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नीट-यूजी परीक्षा को लेकर यूपी के मेरठ में प्रदर्शन करते विद्यार्थी. (फोटो साभार: ट्विटर/@Indian__doctor)

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने शनिवार (22 जुलाई) को नीट-यूजी 2024 की परीक्षा में शामिल हुए लगभग 23.5 लाख उम्मीदवारों के व्यक्तिगत स्कोर जारी किए हैं. खास बात यह है कि सबसे अच्छा परीक्षा परिणाम देने वाले देश के 50 परीक्षा केंद्रों में से 37 राजस्थान के सीकर में हैं.

5 मई को देश भर में नीट यूजी 2024 की परीक्षा होने के बाद से ही विवादों के घेरे में है. पेपर लीक से लेकर परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी के आरोप लगते रहे हैं. 

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, कुल अभ्यर्थियों में से 81,000 अभ्यर्थी (या 3.49%)  ऐसे थे जिन्हें इस वर्ष कुल 720 अंक में से 600 या उससे अधिक अंक प्राप्त हुए. 

2023 में ऐसे उम्मीदवारों की संख्या 29,351 (कुल अभ्यर्थियों का 1.43%) थी,  2022 में 600 से अधिक अंक लाने वाले छात्रों की संख्या  21,164 (कुल अभ्यर्थियों का 1.19%) थी. 

2023 में सरकारी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला पाने के लिए 600 से अधिक का स्कोर काफी था. 

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एनटीए ने परीक्षा के शहर और परीक्षा केंद्र के अनुसार परिणाम जारी किए हैं. 

एनटीए द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, देश भर में कुल 4,750 परीक्षा केंद्रों में से 100 से अधिक केंद्र ऐसे हैं जहां ज्यादा अंक (600 से अधिक) हासिल करने वाले उम्मीदवारों की हिस्सेदारी बाकी के केंद्रों के औसत से तीन गुना अधिक है. 

इन 109 परीक्षा केंद्रों में से आधे से अधिक केंद्र राजस्थान के सीकर (44) और कोटा (16) में स्थित हैं.  उच्च अंक प्राप्त करने वाले सीकर के 44 परीक्षा केंद्रों में से आधे से अधिक (24) केंद्र ऐसे हैं जहां 600 से अधिक अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों की संख्या राष्ट्रीय औसत से कम से कम पांच गुना अधिक है. 

इस वर्ष परीक्षा में शीर्ष 60,000 रैंक हासिल करने वालों में 3405 छात्र सीकर से, कोटा से 2033 और पटना से 1561 छात्र हैं.  पिछले साल शीर्ष 60,000 रैंक में पटना से 1,993 अभ्यर्थी थे. 

सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार (18 जुलाई) को सुनवाई के दौरान कहा था कि वह सोमवार तक मामले को खत्म होते देखना चाहती है.  इसने मामले की अगली सुनवाई सोमवार (22 जुलाई) को तय की है. 

इस वर्ष 650-699 अंकों की श्रेणी में 27,885 अभ्यर्थी हैं, जबकि पिछले वर्ष 6,939 और उससे पिछले वर्ष 4,583 अभ्यर्थी थे. आईआईटी मद्रास ने अपने एक सर्वे में इस बढ़ोतरी के लिए सिलेबस में कटौती को जिम्मेदार ठहराया था. सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार ने अपने पक्ष में इसी सर्वे को प्रस्तुत किया था. 

आईआईटी मद्रास की इस रिपोर्ट में कोटा और सीकर के प्रदर्शन के लिए इन स्थानों पर कई कोचिंग सेंटर होने का हवाला दिया गया. 

राजस्थान के सीकर में 24 परीक्षा केंद्रों के अलावा, 4 परीक्षा केंद्र और ऐसे थे जहां 600 या उससे अधिक अंक वाले उम्मीदवारों की संख्या राष्ट्रीय औसत से पांच गुना से अधिक रही. ये परीक्षा केंद्र हरियाणा में रहे, जिनमें रेवाड़ी का दिल्ली पब्लिक स्कूल, हिसार का डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल, भिवानी का दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल और महेंद्रगढ़ का राव प्रह्लाद सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल शामिल हैं.

पटना, गोधरा, लातूर और हज़ारीबाग, जहां नीट-यूजी के पेपर लीक होने के आरोप लगे थे और वे परीक्षा केंद्र सीबीआई की जांच के अधीन हैं, वहां पर अधिक अंक हासिल करने वालों की संख्या में कुछ विशेष बढ़ोतरी नहीं देखी गई. 

इस वर्ष पटना के सभी 70 नीट-यूजी परीक्षा केंद्रों में 600 से अधिक अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 2% से 6% के बीच है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह औसत 3.5% है. लातूर के 54 परीक्षा केंद्रों में से 16 में 600 से अधिक अंक हासिल करने वाले उम्मीदवारों का अनुपात 6% से 8% के बीच है. हज़ारीबाग में सभी पांच परीक्षा केंद्रों में कुल 3% से 6% अभ्यर्थियों ने 600 से अधिक अंक प्राप्त किए. 

हज़ारीबाग़ (झारखंड) के परीक्षा केंद्र, ओएसिस पब्लिक स्कूल, के 701 उम्मीदवारों में से 23 (3%) ने 600 से अधिक अंक प्राप्त किए. बता दें कि इस परीक्षा केंद्र पर कथित तौर पर पेपर लीक हुआ था. 

सबसे अच्छा परिणाम देने वाले 50 केंद्रों में से 37 राजस्थान के सीकर में हैं

द हिंदू की रिपोर्ट बताती है कि 50 नीट-यूजी परीक्षा केंद्रों में से, जिनमें 650 से अधिक अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों का प्रतिशत सबसे अधिक था, 37 केंद्र अकेले राजस्थान के सीकर जिले में स्थित हैं. बता दें कि 650 से अधिक अंक प्राप्त करना उम्मीदवारों को सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश पाने का मौका देता है.

सीकर के केंद्रों से कुल 27,216 छात्र नीट-यूजी परीक्षा में शामिल हुए, जिनमें से 2,037 (7.48%) ने 650 से अधिक अंक प्राप्त किए. राजस्थान के केंद्रों पर 650 से अधिक अंक प्राप्त करने वाले सबसे अधिक 6,697 छात्र परीक्षा में शामिल हुए. 650 से अधिक अंक प्राप्त करने वाले अन्य उम्मीदवारों में उत्तर प्रदेश में 3,387; केरल में 2,835; महाराष्ट्र में 2,585; तमिलनाडु में 1,582; हरियाणा में 1,519; पश्चिम बंगाल में 1,422; कर्नाटक में 1,406; बिहार में 1,369 और दिल्ली में 1,326 शामिल हैं.

हरियाणा के एक पीड़ित उम्मीदवार के पिता कृष्ण शर्मा ने द हिंदू से कहा, ‘650 से अधिक अंक पाने वाले 30204 छात्रों में से, जो सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 20000 बेहद प्रतिष्ठित एमबीबीएस सीटों के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे, अकेले सीकर में 2037 ने 650 से अधिक अंक प्राप्त किए हैं. सीबीआई को निश्चित रूप से इस विसंगति की जांच करनी चाहिए.’

उन्होंने कहा, ‘सीकर से शीर्ष अंक प्राप्त करने वाले छात्रों का यह बहुत अधिक प्रतिशत (7.48%) है. 650 से अधिक अंक प्राप्त करने वालों का राष्ट्रीय औसत 1.29% (23,33,162 अभ्यर्थियों में से 30,204) है. इसकी जांच होनी चाहिए.’

डॉ. शर्मा नीट-यूजी 2024 पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ताओं में से एक हैं.

ज्ञात हो कि सीबीआई पहले से ही बिहार, दिल्ली, हरियाणा और महाराष्ट्र में पेपर लीक मामलों की जांच कर रही है और इनमें से कई क्षेत्रों में अधिक अंक पाए जाने के मामले देखे गए हैं.

बहरहाल, गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को सभी 23 लाख उम्मीदवारों के शहर और परीक्षा केंद्र के अनुसार नीट-यूजी 2024 के परिणाम शनिवार दोपहर 12 बजे तक अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित करने को कहा था. कोर्ट ने एनटीए से छात्रों की पहचान उजागर करने से मना किया था. 

केंद्र की ओर से मामले का प्रतिनिधित्व करते हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा था कि नतीजे प्रकाशित किए जा सकते हैं, लेकिन परीक्षा केंद्रों के अनुसार ऐसा करना समस्याओं से भरा है.

केंद्र की इस दलील को सीजेआई चंद्रचूड़ ने खारिज कर दिया, जिसके बाद एनटीए ने विस्तृत परिणाम अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित किया.