रेलगाड़ियों के बेपटरी होने का सिलसिला जारी, इटारसी में पैसेंजर ट्रेन के दो डिब्बे पटरी से उतरे

12 अगस्त की शाम मध्य प्रदेश के इटारसी स्टेशन पर रानी कमलापति-सहरसा स्पेशल पैसेंजर ट्रेन के दो डिब्बे पटरी से उतर गए. इस घटना में किसी के हताहत होने की ख़बर नहीं है. इससे पहले रविवार को ही यूपी के सोनभद्र के शक्तिनगर में एक मालगाड़ी के दो डिब्बे और इंजन पटरी से उतरे थे.

(प्रतीकात्मक फोटो: भारतीय रेलवे वेबसाइट)

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के इटारसी स्टेशन पर सोमवार (12 अगस्त) की शाम रानी कमलापति-सहरसा स्पेशल पैसेंजर ट्रेन के दो डिब्बे पटरी से उतर गए.

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, शाम 6:10 बजे हुई इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. अधिकारी ने कहा, ‘ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर पहुंचने ही वाली थी कि उसके दो डिब्बे पटरी से उतर गए.’

जब ट्रेन पटरी से उतरी, तब ट्रेन की गति 5 किलोमीटर से कम थी, इसलिए संभावित हादसा टल गया. उन्होंने बताया कि दुर्घटना के ढाई घंटे बाद भी ट्रेन होशंगाबाद जिले के इटारसी जंक्शन पर खड़ी रही.

मालूम हो कि पिछले दिनों ट्रेन के पटरी से उतरने की कई घटनाएं सामने आई हैं.

इससे पहले लाइव मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार (11 अगस्त) को उत्तर प्रदेश के सोनभद्र के शक्तिनगर इलाके में एक मालगाड़ी के दो डिब्बे और उसका इंजन पटरी से उतर गए. इस घटना में भी कोई हताहत नहीं हुआ.

ट्रेन खड़िया स्थित नॉर्दर्न कोलफील्ड लिमिटेड (एनसीएल) से कोयला लेकर अनपरा पावर प्लांट जा रही थी.

इससे पहले 9 अगस्त को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के पास एक कोयला साइडिंग में एक मालगाड़ी के दो खाली डिब्बे पटरी से उतर गए थे. पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के कुमेदपुर स्टेशन के पास एक भरी हुई मालगाड़ी के पांच डिब्बे पटरी से उतर गए. बिहार के कटिहार जिले के कुमेदपुर पुल के पास एक मालगाड़ी के पांच टैंक डिब्बे पटरी से उतर गए थे.

4 अगस्त को सहारनपुर रेलवे स्टेशन से वॉशिंग शेड ले जाए जा रहे एक खाली लोकल ट्रेन के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए. 30 जुलाई को झारखंड के चक्रधरपुर के पास हावड़ा-सीएसएमटी एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर जाने से दो लोगों की मौत हो गई. छह यात्री घायल हो गए थे, जिनमें से पांच को मामूली चोटें आईं और एक को अस्पताल में भर्ती कराया गया.

उसी दिन ओडिशा के संबलपुर डिवीजन में एक यार्ड में खाली मालगाड़ी की एक ट्रॉली पटरी से उतर गई.

ट्रेन के पटरी से उतरने का सिलसिला जुलाई महीने में भी देखा गया था ,  जहां 18 जुलाई को उत्तर प्रदेश के गोंडा में डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर जाने से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और लगभग 20 लोग घायल हो गए.

इसके बाद 20 जुलाई और रविवार 21 जुलाई को  तीन राज्यों- उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में मालगाड़ियों के पटरी से उतरने के कारण रेल यातायात बाधित रहा था. उत्तर प्रदेश में गोंडा से गाजियाबाद तक जा रही एक मालगाड़ी अमरोहा रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गई, जिससे लखनऊ-दिल्ली रेलवे ट्रैक पर रेल यातायात प्रभावित हुआ. इस घटना में किसी के हताहत नहीं हुआ, लेकिन इस घटना के कारण 28 पैसेंजर ट्रेनों का मार्ग बदलना पड़ा और छह ट्रेनों को रद्द करना पड़ा.

इसी दौरान 21 जुलाई तड़के 2.30 बजे राजस्थान के अलवर में एक मालगाड़ी के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए, जिससे अलवर-मथुरा रेल मार्ग प्रभावित हुआ. इस घटना में भी किसी यात्री या मालगाड़ी को नुकसान नहीं पहुंचा. इसी दिन पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के राणाघाट रेलवे स्टेशन पर एक खाली मालगाड़ी पटरी से उतर गई थी.

उससे पहले पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में 17 जून को सियालदह जाने वाली कंचनजंघा एक्सप्रेस न्यू जलपाईगुड़ी के पास एक मालगाड़ी से टकरा गई थी. इस ट्रेन हादसे में लोको पायलट समेत 15 लोगों के मारे गए थे.