फोटो पत्रकारों के संगठन ने संसदीय सत्रों के लिए कवरेज पास बहाल किए जाने की मांग उठाई

न्यूज़ कैमरामैन एसोसिएशन ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक पत्र लिखकर कहा है कि संसद परिसर में लगाए गए प्रतिबंधों और काम की कमी के चलते बड़ी संख्या में फोटो पत्रकार और कैमरापर्सन बेरोज़गार हो गए हैं.

नया संसद भवन. (फोटो साभार: ट्विटर/BJP4Karnataka)

नई दिल्ली: प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पेशेवर फोटो पत्रकारों के संगठन- वर्किंग न्यूज़ कैमरामैन एसोसिएशन (डब्ल्यूएनसीए) ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक पत्र लिखकर संसद परिसर के अंदर होने वाले घटनाक्रम, संसदीय सत्र से जुड़ी कवरेज की अनुमति बहाल करने का आग्रह किया है.

द हिंदू की खबर के मुताबिक, संगठन द्वारा लिखे पत्र में कहा गया है कि इस तरह के प्रतिबंधों और काम की कमी के चलते बड़ी संख्या में फोटो पत्रकार और कैमरापर्सन बेरोजगार हो गए हैं.

संगठन का कहना है कि संसद ज्यादातर प्रतिबंध कोविड-19 महामारी के दौरान लगाए गए थे. अब स्थितियां सामान्य हो गई हैं, इसलिए संगठन को उम्मीद है कि फोटो पत्रकारों के लिए कवरेज पास पूरी तरह से बहाल कर दिए जाएंगे.

मालूम हो कि प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) से मान्यता प्राप्त फोटो पत्रकारों और कैमरामैन को पहले संसद सत्र को कवर करने की अनुमति दी गई थी. एसोसिएशन ने इस पत्र में प्रेस सलाहकार समिति में विजुअल मीडिया से दो सदस्यों के नामांकन का भी अनुरोध किया है.

गौरतलब है कि संसद सत्र के दौरान पिछले महीने मीडियाकर्मियों को उनके लिए बनाए गए एक घेरे तक ही सीमित कर दिया गया था. उन्हें उस ‘मकर द्वार’ से हटा दिया गया है, जहां वे सांसदों के साथ बातचीत किया करते थे.