नई दिल्लीः मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के अभिनेता सिद्दीकी ने रविवार (25 अगस्त) को साथ काम करने वाली एक मशहूर अभिनेत्री द्वारा बलात्कार के आरोप लगाने के बाद एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स (एएमएमए) के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है. अभिनेत्री ने आरोप लगाया है कि जब सिद्दीकी ने उनके साथ यह कृत्य किया था, तब वह कम उम्र की थीं.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, इस खबर की पुष्टि करते हुए एएमएमए के उपाध्यक्ष जयन चेरथला ने मीडिया को बताया कि जब सिद्दीकी के खिलाफ ऐसे संगीन आरोप लगे हैं, इस सूरत में वह पद नहीं संभाल सकते.
सिद्दीकी के खिलाफ आरोप लगाने वाली अभिनेत्री ने कहा है कि वह कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार हैं, बशर्ते सरकार उन्हें आश्वासन दे कि उनको सुरक्षा दी जाएगी.
अभिनेत्री ने कहा, ‘अगर न्याय मिलने का आश्वासन दिया जाता है, तो मैं सिद्दीकी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए आगे बढ़ने के लिए तैयार हूं. मेरे पास सबूत भी हैं. उसने एक अन्य व्यक्ति के साथ भी कुछ इस तरह का ही व्यवहार किया था. मैं सरकार से आश्वासन चाहती हूं कि वह मेरे जीवन और मेरे सपनों की रक्षा करेगी.’
उन्होंने यह भी जोड़ा कि एएमएमए महासचिव के पद से सिद्दीकी का इस्तीफा नाटक के अलावा कुछ भी नहीं है.
‘यह जनता से सहानुभूति हासिल करने का एक प्रयास मात्र है. उन्हें फिल्म इंडस्ट्री से बैन कर देना चाहिए. मेरे जैसे कई लोगों के सपनों को रौंदने के बाद उन्होंने इंडस्ट्री में मौजूदा कद हासिल किया है. कई अच्छे कलाकारों को उन्होंने इंडस्ट्री से बाहर निकाल दिया गया है. इन सब के बावजूद भी इंडस्ट्री में अब भी कई लोग हैं जो उन्हें सिनेमा में मौका देने के लिए तैयार हैं,’ वह कहती हैं.
उन्होंने इंडस्ट्री के एक अन्य व्यक्ति पर सेक्सुअल फेवर मांगने का आरोप लगाया है.
अभिनेत्री ने कहा, ‘एक फोटोग्राफर ने मेरी सहमति के बिना उसे मेरा मोबाइल नंबर दे दिया था, एक रात उसने मुझे कॉल करके अश्लील बातें कही. कुछ समय बाद उसने यहां तक कहा कि अगर मुझे इस प्रस्ताव में कोई दिलचस्पी नहीं है तो क्या मैं अपने दोस्तों से इसके बारे में पूछ सकती हूं.’
शनिवार (24 अगस्त) को सिद्दीकी पर आरोप लगाते हुए अभिनेत्री ने कहा था, ‘मैं फिल्म जगत में बड़े सपनों के साथ आई थी. सिद्दीकी ने एक फिल्म प्रोजेक्ट पर चर्चा के बहाने मुझे एक होटल के कमरे में बुलाया. मैं इसे एक पेशेवर मुलाकात समझ कर वहां गई, लेकिन मैं फंस गई और उसने मेरा यौन शोषण किया. वह बलात्कार था… उसने मुझे थप्पड़ और लात भी मारी. मुझे वहां से भागना पड़ा.’
उन्होंने जोड़ा, ‘वह एक नंबर का अपराधी है. मेरी कुछ दोस्तों को भी उसके साथ ऐसे ही अनुभव हुए हैं. इस घटना की वजह से मुझे इंडस्ट्री से दूर रखा गया. मेरे दोस्तों को इंडस्ट्री के कई हाई प्रोफाइल लोगों से बुरे अनुभवों का सामना करना पड़ा. हम हेमा समिति की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, अगला कदम बहुत महत्वपूर्ण है. हमें उम्मीद है कि सरकार इस मुद्दे को प्राथमिकता देगी।’
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, ये आरोप हेमा समिति की रिपोर्ट जारी होने की पृष्ठभूमि में सामने आए हैं, जिसने फिल्म उद्योग में बड़े पैमाने पर यौन शोषण का खुलासा किया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न का चलन है. समिति ने अन्य बातों के अलावा, कास्टिंग काउच (जिसमें शक्तिशाली पुरुष फिल्मों में अवसर देने के बदले में महिलाओं से यौन संबंधों की मांग करते हैं), कार्यस्थल पर पुरुषों द्वारा की जाने वाली लगातार अश्लील टिप्पणियां और नशे में धुत पुरुष सह-कलाकारों द्वारा महिलाओं के कमरे में जबरदस्ती घुसने की घटनाओं का भी जिक्र किया है.
इससे पहले शुक्रवार (23 अगस्त) को बांग्ला अभिनेत्री श्रीलेखा ने जाने-माने मलयालम फिल्म निर्देशक और सरकार द्वारा संचालित केरल चलचित्र अकादमी के अध्यक्ष रंजीत पर 2009 में उनके साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया.
द टेलीग्राफ के अनुसार, श्रीलेखा ने रंजीत पर आरोप लगाया है कि एक फिल्म पर चर्चा के लिए कोच्चि बुलाकर रंजीत ने उन्हें गलत तरीके से छुआ था.
निर्देशक ने इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि वह किसी फिल्म में भूमिका के लिए अस्वीकार किए जाने के कारण नाराज थीं, इसलिए ऐसे आरोप लगा रहीं हैं.
वहीं केरला सरकार में संस्कृति मंत्री साजी चेरियन ने फिल्म निर्माता रंजीत का बचाव करते हुए कहा कि ‘हम इस मामले के तथ्यों से अनजान हैं.’
चेरियन ने रंजीत को चलचित्र अकादमी के अध्यक्ष के पद से हटाने की मांग खारिज कर दी है. मंत्री द्वारा निदेशक का बचाव करने के बाद से केरल सरकार को तमाम हस्तियों की आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है.