नई दिल्लीः केरल के चलचित्र अकादमी के अध्यक्ष रंजीत और एक्टर्स एसोसिएशन के महासचिव सिद्दीकी के यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के कारण पद छोड़ने के एक दिन बाद एक जूनियर कलाकार ने अभिनेता-निर्माता बाबूराज पर 2019 में उनके साथ यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है.
बाबूराज, केरल एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट (एएमएमए) के संयुक्त महासचिव हैं. उन्होंने इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि वह जूनियर कलाकार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए बाबूराज ने कहा, ‘शिकायतकर्ता को जनता के सामने आना चाहिए. मुझे लगता है कि उसने (शिकायतकर्ता) मेरे रिसॉर्ट में काम किया था. इन आरोपों के पीछे का मकसद मुझे एएमएमए का महासचिव बनने से रोकने का है. उनका फिल्मों से कोई नाता नहीं है. इस आरोप के पीछे मेरे प्रति द्वेष रखने वाले लोग हैं. मैं इसके पीछे की साजिश का पर्दाफाश करूंगा.’
जूनियर कलाकार, जिन्होंने अभिनेता-निर्माता पर आरोप लगाए हैं, वो अपनी पहचान उजागर नहीं करना चाहती हैं.
सोमवार (26 अगस्त) को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने दावा किया, ‘उन्होंने (बाबूराज) मुझे एक फिल्म में रोल ऑफर कियाऔर अलुवा (एर्नाकुलम जिला) में उनके घर आने के लिए कहा. उन्होंने मुझसे कहा कि फिल्म के प्रोडक्शन कंट्रोलर और अन्य तकनीशियन भी उनके घर पर हैं. मुझे एक ऐसी भूमिका का ऑफर मिला था जो पूरी फिल्म के दौरान मौजूद रहेगी. मैं उनके पास इस उम्मीद के साथ गई थी कि वह मुझे इंडस्ट्री में बेहतर करिअर बनाने की सलाह देंगे. लेकिन जब मैं उसके घर पहुंची, तो वहां कोई नहीं था.’
उन्होंने आगे कहा, ‘बाबूराज ने मुझसे कहा कि बाकी लोग जल्द हीं आएंगे, तब तक मैं आराम कर सकती हूं. उन्होंने मुझे एक कमरा दिया. फिर कुछ देर बाद उन्होंने मुझे खाने के लिए बुलाया, जैसे हीं मैंने दरवाजा खोला, वह कमरे में आ गए और अंदर से दरवाज़ा बंद कर लिया.’
उनका आरोप है कि इसके बाद बाबूराज अश्लील बातें करना शुरू कर दिया और फिर उनसे बलात्कार किया.
अभिनेत्री कहती हैं कि वह पुलिस से शिकायत करने का सोच रही हैं. वह कहती हैं, ‘किसी भी कार्य स्थल पर औरतों को इस तरह का अनुभव नहीं झेलना चाहिए. मैंने पुलिस को सूचना दी थी, लेकिन उनके अनुरोध के कारण शिकायत दर्ज नहीं करवाई. लेकिन अगर बाबूराज मुझे चुनौती दे रहे हैं तो मैं मीडिया के सामने पूरा मामला पेश करने के लिए तैयार हूं. मेरा और कोई दूसरा इरादा नहीं है, क्योंकि मैं अब इंडस्ट्री छोड़ चुकी हूं, और अपने परिवार के साथ केरल से बाहर रह रही हूं.’
हेमा समिति की रिपोर्ट सामने आने के बाद एक के बाद एक मलयालम फिल्म उद्योग के बड़े नामों का यौन दुर्व्यवहार और बलात्कार के मामलों में नाम सामने आने के बाद केरल पुलिस ने इस तरह के किसी मामले में पहली एफआईआर दर्ज की है. सोमवार (26 अगस्त) को केरल पुलिस ने फिल्म निर्देशक रंजीत के खिलाफ गैर जमानती मामला दर्ज किया है.
जस्टिस हेमा समिति की रिपोर्ट मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के साथ बड़े पैमाने पर यौन शोषण का खुलासा करती है. बांग्ला फिल्म अभिनेत्री श्रीलेखा मित्रा ने पिछले हफ्ते आरोप लगाया था कि रंजीत ने 2009 में उनके साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया था.
अभिनेत्री ने कोच्चि शहर में पुलिस शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें आईपीसी की धारा 354 के तहत मामला दर्ज किया गया है, जो किसी महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से उसके खिलाफ आपराधिक बल या हमले से संबंधित है.
हेमा समिति की रिपोर्ट जारी होने के बाद लगाए जा रहे आरोपों की जांच के लिए यह मामला केरल सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल को सौंपा जाएगा.
इस बीच, एएमएमए के महासचिव सिद्दीकी ने एक पुलिस शिकायत दर्ज की, जिसमें उन्होंने अपने खिलाफ आरोपों से इनकार किया और कहा कि यह एक आपराधिक साजिश का हिस्सा है. सिद्दीकी पर 2016 में एक महिला एक्टर के साथ रेप करने का आरोप लगा है.
इन मामलों के अलावा कई अन्य ऐसे मामले सामने आए हैं.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, अभिनेत्री मिनी माथुर ने सोमवार को मीडिया से बताया कि कई अभिनाओं ने उनके साथ यौन दुर्व्यवहार किया है. उन्होंने तीन लोगों का नाम लिया है, जिसमें सीपीआई (एम) से दो बार के पूर्व एमएलए, मुकेश, एडवेला बाबू, जो की एएमएमए के सक्रिय सदस्य हैं और अभिनेता मानियापिल्ला राजू और जयसूर्या शामिल हैं.
इससे पहले नामी मलयालम अभिनेता पृथ्वीराज सुकुमारन ने सोमवार को कहा कि महिला कलाकारों की शिकायतों को संबोधित करने में एएमएमए की ओर से खामियां रहीं हैं, और साथ ही यह भी कहा कि हेमा समिति की रिपोर्ट में उठाए गए मुद्दों की गंभीरता से जांच हो.
इसी दौरान, मलयालम फिल्म इंडस्ट्री की हस्तियों पर यौन शोषण के आरोप पर सवाल पूछे जाने के बाद केरल सरकार में परिवहन मंत्री केबी गणेश कुमार ने कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार करते हुए कहा कि इस मामले में संस्कृति मंत्री से सवाल पूछे जाने चाहिए.