नई दिल्लीः केरल की मरदु पुलिस ने एक जूनियर आर्टिस्ट की याचिका पर फिल्म निर्माता श्रीकुमार मेनन के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
मामला आईपीसी की धारा 354 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल प्रयोग) के तहत दर्ज किया गया है.
जस्टिस हेमा समिति की रिपोर्ट आने के बाद से मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न की लगातार शिकायतें आने के बाद दर्ज मामलों की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) को मामला पहले ही सौंप दिया गया है.
द हिंदू के अनुसार, याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया है कि 2020 में एक विज्ञापन फिल्म में भूमिका देने का वादा करके कोच्चि के एक होटल के कमरे में आरोपी द्वारा उनका यौन उत्पीड़न किया गया था.
इससे पहले, इस सप्ताह की शुरुआत में कोच्चि शहर पुलिस ने अभिनेता और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के विधायक एम. मुकेश, अभिनेता मनियानपिला राजू और एडावेला बाबू, प्रोडक्शन कंट्रोलर नोबल, और केरल प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) की कानूनी सहायता सेल के पूर्व अध्यक्ष वीएस चंद्रशेखरन के खिलाफ मामले दर्ज किए थे. इन सभी पर एक ही महिला अभिनेत्री की याचिका के आधार पर मामले दर्ज किए गए थे. इन सभी मामलों को एसआईटी को सौंप दिया गया है.
मलयालम अभिनेता जयसूर्या पर भी 2008 में एक फिल्म के सेट पर तिरुवनंतपुरम में राज्य सचिवालय में एक महिला कलाकार का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न करने का मामला दर्ज किया गया था.
एक जूनियर कलाकार ने अभिनेता-निर्माता बाबूराज पर 2019 में उनके साथ यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है, और कोच्चि पुलिस के समक्ष मामला दर्ज कराया है.
एक अन्य मामले में, वरिष्ठ अभिनेता सिद्दीकी पर भी एक युवा अभिनेत्री के साथ कथित तौर पर बलात्कार करने का मामला दर्ज किया गया है. अभिनेत्री ने सिद्दीकी पर 2016 में तिरुवनंतपुरम के एक होटल में उनके साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया था.
इसके अलावा, 26 अगस्त को केरल पुलिस ने फिल्म निर्देशक रंजीत के खिलाफ गैर जमानती मामला दर्ज किया था. बांग्ला फिल्म अभिनेत्री श्रीलेखा मित्रा ने आरोप लगाया था कि रंजीत ने 2009 में उनके साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया था.
मामला दर्ज होने के पहले सिद्दीकी को एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स (एएमएमए) के महासचिव और रंजीत को केरल चलचित्र अकादमी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा था.