नई दिल्लीः जस्टिस हेमा समिति की रिपोर्ट सामने आने के बाद कई प्रमुख मलयालम अभिनेताओं तथा फिल्म के निर्माण से जुड़े लोगों के खिलाफ यौन शोषण और उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं. इस कड़ी में अगला नाम है, मलयालम फिल्म स्टार निविन पॉली का.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार (3 सितंबर ) को पॉली के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया गया. एक महिला ने आरोप लगाया है कि अभिनेता ने एक फिल्म में भूमिका देने का वादा करने के बाद पिछले साल नवंबर में दुबई के एक होटल में उनका यौन शोषण किया था. हालांकि, अभिनेता ने इन आरोपों से इंकार किया है.
एर्नाकुलम जिले की रहने वाली महिला ने अपनी शिकायत में एक फिल्म निर्माता समेत पांच अन्य लोगों का भी नाम दर्ज करवाया है.
मामला दर्ज होने के बाद पॉली ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा है कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप पूरी तरह से झूठे हैं और वह इसके खिलाफ कानूनी रुख अख्तियार करेंगे.
वह लिखते हैं, ‘मेरे ऊपर एक लड़की का शोषण करने का आरोप लगाया गया है. कृपया जान लें कि यह पूरी तरह से झूठ है. मैं इन आरोपों को निराधार साबित करने के लिए किसी भी हद तक जाऊंगा और इसके पीछे जो भी लोग हैं उनको सामने लाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाऊंगा. मामले को कानूनी रूप से निपटाया जाएगा.’
— Nivin Pauly (@NivinOfficial) September 3, 2024
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक़ मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा की जाएगी. बता दें कि हेमा समिति की रिपोर्ट जारी होने के बाद से मलयालम फिल्म उद्योग से आने वाली यौन उत्पीड़न की शिकायतों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था.
अगस्त के महीने में जारी इस रिपोर्ट में मलयालम फिल्म उद्योग में महिलाओं द्वारा सामना किए जाने वाले विभिन्न मुद्दों का विवरण दिया गया है, जिसमें बड़े पैमाने पर यौन दुर्व्यवहार की भी बात की गई है.
पुलिस ने बताया कि अभिनेता के खिलाफ धारा 376 (बलात्कार) सहित आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
हेमा समिति की रिपोर्ट जारी होने के कुछ दिनों बाद, कई महिला कलाकारों ने मलयालम फिल्म उद्योग के कुछ बड़े नामों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं.
जिनमें अभिनेता और सत्तारूढ़ सीपीआई (एम) के विधायक मुकेश के साथ-साथ अन्य नामी अभिनेता- जयसूर्या, बाबूराज, सिद्दीकी और अन्य के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं.
फिल्म निर्देशक रंजीत पर भी यौन शोषण के आरोपों के बाद मामले दर्ज किए गए थे, जिसके कारण उन्हें केरल चलचित्र अकादमी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा था.