मध्य प्रदेश: घूमने निकले दो सैन्यकर्मियों पर हमला, महिला मित्र से सामूहिक बलात्कार

घटना महू-मंडलेश्वर रोड पर जाम गेट के पास बुधवार तड़के हुई, जहां महू छावनी के इन्फैंट्री स्कूल के दो लेफ्टिनेंट अपनी महिला मित्रों के साथ घूमने गए थे. आरोपियों ने उनसे लूटपाट की और एक महिला से सामूहिक बलात्कार किया गया.

(प्रतीकात्कम फोटो: X/@CP_INDORE)

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में महू-मंडलेश्वर रोड पर जाम गेट के पास बुधवार तड़के छह लोगों के एक समूह ने दो युवा सैन्यकर्मियों पर हमला किया और उनकी दो महिला मित्रों में से एक के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बड़गोंडा पुलिस थाने के प्रभारी लोकेंद्र सिंह हिरोरे ने बताया कि 23 और 24 वर्षीय सैन्यकर्मी महू छावनी शहर के इन्फैंट्री स्कूल में यंग ऑफिसर्स (वाईओ) कोर्स कर रहे थे और मंगलवार को अपनी दो महिला मित्रों के साथ घूमने गए थे.

डीआईजी निमिष अग्रवाल ने बताया कि महू छावनी शहर के वे कार में बैठे थे, तभी छह लोग आए और उन्हें घेर लिया और उन पर हमला कर दिया. आरोपियों ने एक सैन्य कर्मी और एक महिला को उन लोगों ने हिरासत में ले लिया और अन्य दो को 10 लाख रुपये लाने को कहा गया. वह सैन्यकर्मी जब मोबाइल फोन नेटवर्क रेंज में पहुंचे तो उन्होंने अपने वरिष्ठों को इसकी सूचना दी, जिन्होंने पुलिस से संपर्क किया. जब तक सैन्यकर्मी के सहकर्मी पहुंचे, तब तक हमलावर भाग चुके थे.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि छह हमलावरों में से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है और अन्य की तलाश जारी है. पुलिस ने बताया कि चारों पीड़ितों को सुबह करीब 6.30 बजे मेडिकल जांच के लिए महू सिविल अस्पताल लाया गया.

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, मेडिकल जांच में पुष्टि हुई कि महिलाओं में से एक के साथ बलात्कार किया गया था. ड्यूटी डॉक्टर के अनुसार, दोनों सैन्यकर्मियों के शरीर पर चोटें थीं.

इंदौर ग्रामीण एसपी हितिका वासल ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘रात करीब 2.30 बजे अधिकारी सेना की फायरिंग रेंज के पास इस सुनसान इलाके में थे, तभी आरोपियों ने उन पर हमला कर दिया. इसे लेकर लूट, डकैती, बलात्कार और आर्म्स एक्ट से जुड़ी बीएनएस धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

वासल ने बताया, ‘हमने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. उनमें से एक के खिलाफ 2016 में लूट का मामला दर्ज है. यह कोई संगठित गिरोह नहीं था. उन्होंने इन युवकों को देखा और उन पर हमला करने का फैसला किया. एक व्यक्ति के पास पिस्तौल भी थी.’

वासल ने बताया, ‘एक अधिकारी ने अपने कमांडिंग ऑफिसर से संपर्क किया और स्थानीय थाने को सूचित किया. हम 10 मिनट के भीतर मौके पर पहुंच गए. पुलिस की गाड़ी को देखकर आरोपी भाग गए.’

कम से कम 10 थाना प्रभारी कई पुलिस टीमों का हिस्सा हैं जो अन्य आरोपियों की पहचान और ठिकाने का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, लेफ्टिनेंट में से एक द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, वे चारों मंगलवार की रात महू-मंडलेश्वर रोड पर जाम गेट के पास अहिल्या गेट पर गए थे. लगभग 2.30 बजे अधिकारियों में से एक सैन्य कर्मी और उनकी महिला मित्र कार में थे, जब 6-7 लोगों ने उन पर हमला किया. दूसरा जोड़ा उस समय पास की एक पहाड़ी पर था और शोरगुल सुनकर नीचे भाग आए.

शिकायत में कहा गया है कि हमलावरों ने कार में हमला करने वाले जोड़े को बंदूक की नोंक पर बंधक बना लिया. उन्होंने दूसरे अधिकारी से 10 लाख रुपये की फिरौती लाने को कहा. इससे अन्य सैन्यकर्मी- जो दूसरी महिला के साथ थे- को महू में अपने वरिष्ठों को सूचित करने का मौका मिला, जिन्होंने पुलिस को सूचित कर दिया.

बड़गोंडा पुलिस ने बीएनएस धारा 70 (सामूहिक बलात्कार), 310-2 (डकैती), 308-2 (जबरन वसूली) और 115-2 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) के अलावा शस्त्र अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.

ज्ञात हो कि रानी अहिल्याबाई होल्कर द्वारा 1791 में निर्मित जाम गेट नीचे की घाटी एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल है और अहिल्या गेट के पास स्थित मंदिर में बहुत से भक्त आते हैं.