नई दिल्ली: बिहार सरकार ने गुरुवार (26 सितंबर) को जानकारी दी कि राज्य में जीवित्पुत्रिका (जितिया/जिउतिया) पर्व में अलग-अलग जिलों में स्नान के दौरान 43 लोगों की डूबकर मौत हो गई. मृतकों में 37 बच्चे और 6 महिलाएं शामिल हैं. साथ ही तीन लोग अभी लापता बताए जा रहे हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक, ये घटनाएं बुधवार को जितिया त्योहार के दौरान राज्य के 15 जिलों में हुईं है. मालूम हो कि जीवित्पुत्रिका त्योहार के दौरान महिलाएं अपने बच्चों की कुशलता के लिए व्रत रखती हैं और इसमें पूजा की शुरुआत नदी- पोखर में नहाने से होती है.
बिहार सरकार के द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, राज्य के अलग-अलग जिलों में 37 बच्चों और 6 महिलाओं की नदी-पोखर में नहाने के दौरान डूबने से मौत हुई है. ज्यादातर त्योहार के दौरान पवित्र स्नान के लिए नदी या तालाब गए थे.
मालूम हो कि डूबने की घटनाएं पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, नालंदा, औरंगाबाद, कैमूर, बक्सर, सीवान, रोहतास, सारण, पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, गोपालगंज और अरवल जिलों से सामने आईं हैं.
प्रभात खबर के अनुसार, अकेले औरंगाबाद जिले में ही आठ बच्चों की डूबने से मौत हुई है. औरंगाबाद के बरुना थाने के इताहट गांव में चार, मदनपुर थाने के कुशाहा गांव में चार बच्चों की मौत हुई है. कैमूर जिले के भभुआ और मोहनिया थाने में सात बच्चे दुर्गावती नदी-तालाब में स्नान के दौरान डूबने से गुजर गए. जबकि, पटना के बिहटा थाना इलाके के अमनाबाद गांव में चार बच्चों की मौत हुई है. वहीं, सारण जिले के दाउदपुर, मांझी, तरैया और मढ़ौरा में दो बच्चों समेत पांच मौते हुई हैं.
इनके अलावा, भागलपुर और पटना में तीन-तीन, सुपौल में दो और मुंगेर, बांका, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, समस्तीपुर एवं सीतामढ़ी में एक-एक व्यक्ति की डूबने से मौत हो गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन घटनाओं पर शोक संवेदना व्यक्त की है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है.
औरंगाबाद जिला अंतर्गत मदनपुर प्रखण्ड के कुशहा गांव में 04 बच्चों तथा बारूण प्रखण्ड के इटहट गांव में 03 बच्चों की नहाने के दौरान डूबने से हुई मृत्यु दुःखद. मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रू॰ की अनुग्रह राशि अविलंब उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. शोक संतप्त परिजनों को दुःख की…
— Nitish Kumar (@NitishKumar) September 25, 2024
बयान में कहा गया है कि अनुग्रह राशि प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर अब तक 8 मृतकों के परिजनों को मुआवजा के रूप में 4-4 लाख रुपए का दिए गए हैं. मुआवजा वितरण आगे भी जारी रहेगा.
बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया है कि एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवान लगातार सर्च अभियान चला रहे हैं.