नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की पॉश टीडीआई सिटी हाउसिंग सोसाइटी में मंगलवार को देर रात विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया, जब कॉलोनी में एक घर को उसके मालिक और हिंदू समुदाय से आने वाले डॉक्टर ने एक मुस्लिम डॉक्टर को बेच दिया.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सोसाइटी की महिलाओं और अन्य निवासियों, जिसमें लगभग 450 हिंदू परिवार रहते हैं, ने रजिस्ट्री रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि उन्हें डर है कि बिक्री से जनसांख्यिकीय परिवर्तन हो सकते हैं और हिंदू परिवार अपने घर छोड़ सकते हैं.
In #UttarPradesh‘s #Moradabad, residents of a gated society have been protesting against a #Muslim doctor who bought a house in the society. pic.twitter.com/pXNLF7IfK7
— Hate Detector 🔍 (@HateDetectors) December 5, 2024
कांठ रोड पर स्थित आलीशान कॉलोनी में स्थित इस विवादित मकान को डॉ. अशोक बजाज ने डॉ. इकरा चौधरी को बेचा था. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि बजाज ने बिक्री के बारे में किसी को सूचित नहीं किया था और इस लेन-देन ने गेटेड सोसायटी के ‘सामाजिक सौहार्द का उल्लंघन’ किया, जिसमें कथित तौर पर पहले कोई मुस्लिम परिवार नहीं था.
प्रदर्शनकारियों में से एक पायल रस्तोगी ने कहा, ‘बजाज ने हमें कोई जानकारी दिए बिना अपना घर एक गैर-हिंदू को बेच दिया. हम यहां शांति से रहते हैं और पहले कभी कोई समस्या नहीं थी. अब हम बस इतना चाहते हैं कि बजाज रजिस्ट्री रद्द करवा दें. हमने पहले ही जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है.’
एक अन्य निवासी पल्लवी ने कहा, ‘हमारी किसी समुदाय से कोई दुश्मनी नहीं है. हम बस व्यवस्था में बदलाव नहीं चाहते हैं. हम 15 साल से अधिक समय से यहां रहते हैंऔर हमें लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि घर फिर से किसी हिंदू के नाम पर रजिस्टर हो. वरना, हिंदू पलायन करना शुरू कर देंगे और सब बदल जाएगा.’
विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाली महिलाओं ने इस बात की आशंका जताई कि अन्य इलाकों में भी इसी तरह की घटनाओं के कारण हिंदू पलायन कर रहे हैं. उनमें से एक ने कहा, ‘अगर एक घर बिकता है, तो दूसरे भी बिक सकते हैं और जल्द ही यह इलाका अपना चरित्र खो सकता है.’
इस बीच, मुरादाबाद के जिला अधिकारी अनुज कुमार सिंह ने शिकायत मिलने की पुष्टि की है. उन्होंने कहा, ‘हम स्थिति से अवगत हैं और मामले को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने के लिए काम कर रहे हैं. प्रशासन और पुलिस सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए दोनों पक्षों से बातचीत कर रहे हैं.’