मध्य प्रदेश: यौन उत्पीड़न के डर से दो स्कूली छात्राएं चलती बस से कूदीं

घटना दमोह ज़िले की है. पुलिस ने बताया कि सोमवार सुबह कक्षा नौ में पढ़ने वाली दो छात्राएं अपने गांव से परीक्षा देने स्कूल जा रही थीं, जब एक बस में कंडक्टर समेत चार लोगों ने अश्लील टिप्पणियां कीं. इससे परेशान होकर दोनों छात्राएं चलती बस से कूद गईं.

(इलस्ट्रेशन: द वायर)

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के दमोह ज़िले में सोमवार (10 फरवरी) की सुबह स्कूल जाने के लिए बस में चढ़ीं दो नाबालिग छात्राएं छेड़छाड़ से बचने के लिए चलती बस से कूद गईं.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि सोमवार सुबह ड्राइवर और कंडक्टर समेत चार लोगों द्वारा कथित रूप से अश्लील टिप्पणियां करने और गलत इशारे किए जाने से परेशान होकर नौवीं कक्षा की दो छात्राएं चलती बस से कूद गईं.

घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस टीम ने बस को जब्त कर लिया है और बस कंडक्टर समेत चार लोगों को हिरासत में लिया गया है.

पुलिस के अनुसार, इस घटना में दोनों लड़कियों के सिर पर चोटें आईं हैं और उन्हें इलाज के लिए दमोह जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल उनकी हालत स्थिर है.

दमोह के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अतिरिक्त एसपी) संदीप मिश्रा ने कहा कि दोनों लड़कियां परीक्षा देने के लिए स्कूल जा रही थीं और लगभग 8:30 बजे बस में चढ़ी थीं. हालांकि, यह वह बस नहीं थी जिससे लड़कियां आमतौर पर जाया करती थीं.

इस बस में ड्राइवर और कंडक्टर के अलावा सिर्फ दो यात्री सवार थे. संदीप मिश्रा ने कहा कि जब लड़कियां बैठ गईं, तो यात्रियों ने अश्लील टिप्पणियां करनी शुरू कर दीं और गलत इशारे किए.

उन्होंने कहा, ‘लड़कियों ने कंडक्टर से बस रोकने के लिए कहा लेकिन उसने बस का पिछला दरवाजा बंद कर दिया.’ इसके बाद लड़कियां खतरे को भांपते हुए डर से बस के आगे वाले दरवाजे की ओर दौड़ीं और एक पुल के पास बस से बाहर कूद गईं.

दमोह जिला अस्पताल की डॉ. आइशी श्रीवास्तव ने बताया कि गिरने के कारण लड़कियों के सिर में चोट लगी है, लेकिन अब उनकी हालत स्थिर है.

वहीं, पुलिस का कहना है कि घटना की जानकारी मिलते ही चेकपोस्ट बनाए गए और बस को उस पुल से कुछ किलोमीटर दूर से बरामद किया गया, जहां लड़कियों ने छलांग लगाई थी. हालांकि, आरोपी मौके से फरार हो गए.

पुलिस उपाधीक्षक भावना डांगी ने जानकारी दी कि जिला पुलिस ने मामले की जांच कर शाम तक चार संदिग्धों को हिरासत में ले लिया और उनसे पूछताछ की गई.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक छात्रा ने बताया कि वह अपने गांव से टोरी सरकारी स्कूल में का पेपर देने जा रही थी. जिस बस से वह रोज आना-जाना करती थी, वह बस सोमवार को नहीं आई थी, जिसके चलते वे एक नई बस जो उन्हें मिली उसमें बैठ गईं. बस पूरी तरह खाली थी. उसमें ड्राइवर सहित चार लोग सवार थे.

लड़की ने आगे बताया, ‘कुछ दूर चलने के बाद जब हमने बस के कंडक्टर को किराया दिया तो उसने इसे लेने से मना कर दिया और अचानक उसने बस के दरवाजे बंद कर दिए. एक व्यक्ति हमें बुरी नजर से घूर रहा था और गंदे कमेंट करने लगा. हमने बस को रुकवाने की कोशिश की, तो आरोपियों ने बस नहीं रोकी. डर के मारे हम दोनों एक के बाद एक चलती बस से कूद गए. आरोपी वहां से बस लेकर भाग गए.’

इस मामले में आरोपियों के खिलाफ यौन अपराध से बच्चों का संरक्षण अधिनियम और महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाने के तहत केस दर्ज किया गया है.