गुजरात में नाराज़ उपमुख्यमंत्री ने नहीं संभाला कामकाज, हार्दिक ने दिया साथ आने का न्योता

उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल से मिलने पहुंचे भाजपा के वरिष्ठ नेता नरोत्तम पटेल ने इस्तीफ़े की बात नकारते हुए कहा कि पार्टी को नितिन को सौंपे गये विभागों पर दोबारा सोचना चाहिए.

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Gandhinagar: Gujarat Chief Minister Vijay Rupani and Deputy CM Nitin Patel along with Governor Om Prakash Kohli during the swearing-in ceremony at Gandhinagar, Ahmedabad on Tuesday. PTI Photo by Santosh Hirlekar (PTI12_26_2017_000036B)

उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल से मिलने पहुंचे भाजपा के वरिष्ठ नेता नरोत्तम पटेल ने इस्तीफ़े की बात नकारते हुए कहा कि पार्टी को नितिन को सौंपे गये विभागों पर दोबारा सोचना चाहिए.

Gandhinagar: Gujarat Chief Minister Vijay Rupani and Deputy CM Nitin Patel along with Governor Om Prakash Kohli during the swearing-in ceremony at Gandhinagar, Ahmedabad on Tuesday. PTI Photo by Santosh Hirlekar (PTI12_26_2017_000036B)
शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के साथ नितिन पटेल (बाएं) (फोटो: पीटीआई)

अहमदाबाद: गुजरात में नई सरकार का शपथ ग्रहण होने के कुछ दिन बाद भी उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने उनको आवंटित विभागों का कार्यभार नहीं संभाला है. भाजपा के एक सूत्र ने बताया कि उन्होंने खुद को आवंटित विभागों को लेकर अपनी नाराजगी के बारे में पार्टी नेतृत्व को अवगत करा दिया है.

राज्य की पिछली सरकार में पटेल के पास वित्त और शहरी विकास जैसे महत्वपूर्ण विभाग थे लेकिन इस बार उन्हें सड़क एवं भवन और स्वास्थ्य जैसे विभाग आवंटित किये गये है.

गुजरात में भाजपा सरकार के गठन के बाद गत 28 दिसम्बर को विभागों के बंटवारे में पटेल को इन दो विभागों के अलावा चिकित्सा शिक्षा, नर्मदा, कल्पसार और राजधानी परियोजना का प्रभार भी दिया गया है. सूत्रों के अनुसार उपमुख्यमंत्री ने आज तक इन विभागों का प्रभार नहीं संभाला है.

पद की शपथ लेने के कई दिन बाद भी नितिन पटेल ने उनको आवंटित किए गए विभागों का कार्यभार नहीं संभाला है. इस संबंध में भाजपा के एक सूत्र ने कहा है कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व द्वारा दिए गए विभागों को लेकर नाराजगी जताई है.

वहीं मीडिया में नितिन पटेल के इस्तीफे की चर्चा के बाद राज्य में भाजपा के वरिष्ठ नेता नरोत्तम पटेल उनसे मिलने पहुंचे. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार उन्होंने कहा, ‘नितिन एक योग्य नेता हैं. मैं उनसे मिलने आया क्योंकि मैंने मनमाफिक विभाग न मिलने पर उनकी नाराजगी के बारे में सुनकर मैं उनसे मिलने आया था. मैं चाहता हूं कि पार्टी उनको दिए गये विभागों के बारे में दोबारा सोचे.’

नितिन पटेल के इस्तीफे के सवाल पर उन्होंने इससे साफ इनकार किया. उन्होंने कहा गलती हुई है, जिसका समाधान भी होना चाहिए.

ज्ञात हो कि इस बार वित्त मंत्रालय सौरभ पटेल को आवंटित किया गया है जबकि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शहरी विकास विभाग अपने पास ही रखा है. पटेल की पार्टी के साथ नाखुशी के बारे में किये गये सवाल पर रूपाणी बिना कोई जवाब दिये चले गये.

गुरूवार को विभागों के बंटवारे के बाद नितिन पटेल मीडिया ब्रीफिंग में कुछ नहीं बोले थे और जल्दी चले गये थे.

उस समय रूपाणी ने कहा था, ‘यह सच नहीं है कि वित्त विभाग संभालने वाले मंत्री कैबिनेट में नम्बर दो है. नितिन पटेल हमारे वरिष्ठ नेता है और वह नम्बर दो बने रहेंगे.’ काफी प्रयासों के बावजूद नितिन पटेल से प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी थी.

हार्दिक ने नाखुश उप-मुख्यमंत्री को 10 विधायकों के साथ कांग्रेस में शामिल होने को कहा

वहीं नितिन पटेल की नाराज़गी पर युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने उन्हें अपने साथ आने का न्योता देते हुए कहा कि अगर वे 10 भाजपा विधायकों के साथ भाजपा छोड़ दें, तो वे कांग्रेस से उन्हें अच्छा पद देने के बारे में बात कर लेंगे.

एएनआई के अनुसार हार्दिक ने कहा कि अगर भाजपा नितिन की इज्ज़त नहीं करती, तो उन्हें पार्टी छोड़ देनी चाहिए.

हार्दिक ने कहा कि नितिन पटेल जैसे एक अनुभवी नेता को भाजपा द्वारा दरकिनार कर दिया गया है और 27 साल तक कड़ी मेहनत करने के बाद भी उन्हें सम्मान नहीं दिया गया.

पाटीदार नेता ने कहा कि अगर उप-मुख्यमंत्री भाजपा छोड़ने के लिए तैयार हैं तो वह कांग्रेस से बात कर अपने लिए उचित पद की मांग कर सकते हैं.

संवादाताओं से हार्दिक पटेल ने कहा, ‘एक दिग्गज नेता की तरह, नितिन भाई पटेल ने भाजपा को सत्ता में रखने के लिए 27 साल तक कड़ी मेहनत की है. समुदाय के सदस्यों को यह समझाने की जरूरत है कि ऐसे राजनेताओं को हाशिए पर रखा जा रहा है. मैं कोई सुझाव नहीं दे रहा लेकिन उनसे कह रहा हूं कि वह चिंतन करें कि इतनी मेहनत के बाद भी उन्हें सम्मान क्यों नहीं दिया जा रहा है.’

उन्होंने कहा, ‘मैं नितिन भाई से आग्रह करता हूं कि वह हमसे जुड़ें और हम साथ मिलकर घमंडी लोगों भाजपा के के खिलाफ लड़ेंगे. हम कोशिश करेंगे कि गुजरात को सुशासन देखने को मिले.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)