कॉलेज के प्रधानाचार्य कार्यालय और रिकॉर्ड रूम में लगी आग से कई दस्वावेज़ नष्ट हो गए. सपा ने कहा कि कहीं आग आॅक्सीजन की कमी से हुई बच्चों की मौत से संबंधित फाइलों को नष्ट करने के लिए तो नहीं लगाई गई.
गोरखपुर: गोरखपुर स्थित बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज के एक हिस्से में सोमवार को अज्ञात कारणों से आग लग गई. समाजवादी पार्टी ने इस घटना के पीछे साज़िश की आशंका जताई है.
अग्निशमन विभाग के सूत्रों के मुताबिक मेडिकल कॉलेज में प्रधानाचार्य कार्यालय तथा उससे लगे रिकॉर्ड रूम में अचानक आग लग गई, जिससे अनेक दस्तावेज़ नष्ट हो गए.
दमकलकर्मियों ने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. आग लगने के कारणों का तत्काल पता नहीं लग सका है.
इस बीच, मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉक्टर गणेश ने बताया कि अभी वह गोरखपुर से बाहर हैं और शाम तक मेडिकल कॉलेज में पहुंच जाएंगे तभी कुछ कह पाना संभव होगा.
उन्होंने बताया कि चार दमकल वाहनों ने आग पर काबू पाया है. कौन से रिकॉर्ड क्षतिग्रस्त हुए हैं, यह भी मौके पर पहुंचने पर ही मालूम हो सकेगा.
गोरखपुर मेडिकल कॉलेज पिछले साल अगस्त में 24 घंटे के अंदर कम से कम 30 बच्चों की मौत की घटना के बाद सुर्ख़ियों में आया था.
आरोप है कि वे मौतें ऑक्सीजन आपूर्तिकर्ता को उसका बकाया भुगतान ना किए जाने के चलते आपूर्ति बाधित होने के कारण हुई थीं.
इस बीच, सपा के ज़िलाध्यक्ष प्रह्लाद यादव ने मेडिकल कॉलेज में आग लगने की घटना को संदेहास्पद क़रार देते हुए आशंका जताई कि कहीं यह आग आॅक्सीजन की कमी से हुई बच्चों की मौत से संबंधित फाइलों को रिकॉर्ड से हटाने के लिए तो नहीं लगाई गई.
उनका आरोप है कि आग लगने के तत्काल बाद ही संबंधित अधिकारियों को सूचना दी गई मगर वे सभी विलंब से पहुंचे. यह जांच का विषय है आग केवल फाइलों में ही क्यों लगी और फाइल जलने के बाद ही तुरंत आग पर काबू पा लिया गया.