भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार की उल्टी गिनती शुरू. वरिष्ठ भाजपा ने वी. सोमन्ना ने आरोप लगाया कि मानसिक संतुलन खो चुके हैं सिद्धारमैया.
बेंगलुरु/चित्रदुर्ग (कर्नाटक): आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने आ गए हैं. दोनों दलों के बीच ज़ुबानी जंग जारी है.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने जहां भाजपा, संघ और बजरंग दल के लोगों को आतंकवादी बताया है वहीं अमित शाह ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगाया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमेया ने भाजपा, आरएसएस और बजरंग दल पर हमला बोलते हुए दावा किया है कि वे ख़ुद आतंकवादी है. वहीं कर्नाटक कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव ने आरोप लगाया है कि भाजपा के तमाम कार्यकर्ता आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक नवनिर्माण रैली के दौरान भाजपा अध्यक्ष ने सिद्धारमैया सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘कर्नाटक में पिछले तीन सालों के दौरान भाजपा और संघ के 21 कार्यकताओं की हत्याएं हुई हैं. राज्य सरकार इन मामलों की जांच नहीं कर रही है. जब भाजपा सत्ता में आएगी तो वह सभी लोगों को जेल भेज देगी. यह सरकार हिंदू विरोधी है.’
समाचार एजेंसी पीटीआई/भाषा के अनुसार, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आरोप लगाया है कि भाजपा, आरएसएस और बजरंग दल में भी आतंकवादी हैं. हालांकि उनके इस आरोप को भाजपा ने ख़ारिज कर दिया.
इस साल कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस की मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाजपा पर हमले तेज़ करते हुए मुख्यमंत्री ने बीते बुधवार को कहा, ‘वे ख़ुद एक तरह से आतंकवादियों जैसे हैं. भाजपा, आरएसएस और बजरंग दल में भी आतंकवादी हैं.’
प्रदेश भाजपा ने आरोप लगाया कि सिद्धारमैया द्वारा भाजपा-आरएसएस को आतंकी संगठन कहना सांप्रदायिक आधार पर चुनावों का ध्रुवीकरण करने की उनकी हताशापूर्ण कोशिश है.
चामराजनगर ज़िले में संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि आतंकी गतिविधियों में जो भी संलिप्त हो, सरकार उसे नहीं बख्शेगी.
उन्होंने कहा, ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) हो, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) हो, बजरंग दल हो, विश्व हिंदू परिषद हो या अन्य कोई संगठन. अगर वे समाज में सौहार्द और भाईचारा बिगाड़ने की गतिविधियों में शामिल रहते हैं और सांप्रदायिकता फैलाते हैं तो उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा.’
इस तरह के संगठनों पर प्रतिबंध के लिए केंद्र को कोई रिपोर्ट भेजने की संभावना के सवाल पर सिद्धारमैया ने कहा, ‘हमें इसके लिए दस्तावेज़ हासिल करने होंगे कि वे इस तरह की गतिविधियों में शामिल हैं.’
प्रदेश भाजपा ने एक ट्वीट में आरोप लगाया, ‘मुख्यमंत्री सिद्धारमैया हताशापूर्ण तरीके से भाजपा-संघ को आतंकी संगठन कहकर सांप्रदायिक आधार पर चुनावों का ध्रुवीकरण करने का प्रयास कर रहे हैं.’
इसमें कहा गया, ‘वे यह क्यों नहीं समझाते कि भारत 1975 में नहीं है और इंदिरा गांधी आज प्रधानमंत्री नहीं हैं.’
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर पलटवार करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता और एमएलसी वी. सोमन्ना ने कहा कि सिद्धारमैया अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं.
कर्नाटक की कांग्रेस सरकार की उल्टी गिनती शुरू: अमित शाह
कर्नाटक की सिद्धारमैया नीत कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार में डूबे रहने का आरोप लगाते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि राज्य की जनता में कांग्रेस सरकार के प्रति गुस्सा और आक्रोश है और जनता के हितों की अनदेखी करने वाली इस सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है.
चित्रदुर्ग में बुधवार को भाजपा की परिवर्तन यात्रा के अवसर पर आयोजित रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साढ़े तीन वर्षों में कर्नाटक के विकास के लिए योजनाओं की शुरुआत की लेकिन राज्य की सिद्धारमैया सरकार इन योजनाओं को जनता तक पहुंचने नहीं देती है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की संप्रग सरकार ने 13वें वित्त आयोग के तहत कर्नाटक को 88,583 करोड़ रुपये दिए जबकि इसके मुकाबले मोदी सरकार ने राज्य को 14वें वित्त आयोग के तहत 2,19,506 करोड़ रुपये दिए. इसके अलावा अन्य योजनाओं में लगभग 79,000 करोड़ रुपये अलग से दिए गए.
शाह ने दावा किया कि मोदी सरकार ने कर्नाटक को कुल मिलाकर लगभग तीन लाख करोड़ रूपये दिए हैं.
उन्होंने कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री हमसे क्या हिसाब मांगते हैं, कर्नाटक की जनता उनसे तीन लाख करोड़ रुपये का हिसाब मांग रही है.
उन्होंने आरोप लगाया कि ये पैसा जनता तक नहीं पहुंच रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कर्नाटक के विकास के लिए दिया गया पैसा कांग्रेसी नेताओं के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया.
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस के भ्रष्टाचार ने जनता के विकास से, सिद्धारमैया सरकार के कनेक्शन को काट दिया है. सरकारें आम जनता की भलाई के लिए होती हैं लेकिन कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार केवल कांग्रेसियों के भले के लिये चल रही है.
प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार वोट बैंक की राजनीति कर रही है, तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है. इस सरकार को राज्य एवं देश की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है. और इसलिए इसने वोटबैंक की राजनीति की ख़ातिर देश विरोधी कार्यो में लिप्त सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आॅफ इंडिया (एसडीपीआई) के पर से केस हटा लिया.
उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले चार साल में कर्नाटक में संघ परिवार और भाजपा के 20 से अधिक बेकसूर कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है.
शाह ने सवाल किया कि क्या कर्नाटक के मुख्यमंत्री के पास कोई जवाब है कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के अब ज़्यादा दिन नहीं बचे हैं. राज्य में भाजपा की सरकार आते ही दोषियों को सजा दी जाएगी.
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार ने भ्रष्टाचार के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं. कांग्रेस के लोग गरीबों का दाल-चावल भी खा जाते हैं, मंत्री के यहां स्टिंग आपरेशन में लाखों रुपये पकड़े जाते हैं, अवैध खनन में मंत्री को इस्तीफा देना पड़ता है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)