कैथोलिक बिशप कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया का कहना है कि अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा चलाए जा रहे संस्थान लगातार एबीवीपी के निशाने पर हैं.
मध्य प्रदेश कैथोलिक डायोसेन स्कूल्स एसोसिएशन ने भाजपा की छात्र इकाई एबीवीपी से बचाने के लिए हाईकोर्ट की शरण ली है. एसोसिएशन का आरोप है कि इस छात्र संगठन द्वारा सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने की कोशिश की जा रही है.
मालूम हो कि पिछले हफ्ते एबीवीपी के ढेरों कार्यकर्ताओं ने विदिशा के सेंट मैरी पीजी कॉलेज में घुसकर भारत माता की आरती गाने की कोशिश की थी.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार कैथोलिक बिशप कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया के महासचिव थियोडोर मैस्करेन्हस ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा चलाये जा रहे संस्थान लगातार इस छात्र संगठन के निशाने पर हैं. उनके अनुसार एबीवीपी द्वारा वॉट्सऐप के जरिये उनके सदस्यों को मंगलवार को बलपूर्वक संस्थान के परिसर में घुसकर आरती गाने के संदेश भेजे जा रहे हैं.
उनके अनुसार उनके समुदाय ने छात्र संगठन से बात करने की कोशिश भी की थी, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ.
बीती 4 जनवरी को एबीवीपी के सैकड़ों कार्यकर्ता इस कॉलेज के बाहर जमा हुए और जब उन्हें वहां घुसने नहीं दिया गया तो उन्होंने जमकर उत्पात मचाया.
इनमें से कुछ कार्यकर्ता जो कॉलेज के छात्र थे, अंदर पहुंचे और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए.
एसोसिएशन ने हाईकोर्ट से मदद मांगने का फैसला इसलिए किया क्योंकि राज्य के सतना जिले में दिसंबर महीने में क्रिसमस से पहले कैरोल गाने के चलते ‘धर्मांतरण’ का आरोप लगते हुए हमला किया गया था.