पुलिस के मुताबिक ज़िला प्रशासन के आदेश का उल्लंघन करते हुए विश्व सनातन संघ के कार्यकर्ता मिशनरी संचालित कॉलेज में ग़ैरक़ानूनी तरीके से भारत माता की आरती करने जा रहे थे.
विदिशा/मध्य प्रदेश: पुलिस ने एक दक्षिणपंथी संगठन के मुख्य पदाधिकारी सहित 29 कार्यकर्ताओं को मंगलवार को विदिशा में गिरफ्तार किया. वे सभी यहां मिशनरी संचालित एक महाविद्यालय में गैरकानूनी तरीके से भारत माता की आरती करने जा रहे थे.
पुलिस अधीक्षक (एसपी) विनीत कपूर ने समाचार एजेंसी भाषा को बताया कि जिला दंडाधिकारी के आदेश का उल्लंघन करते हुए विश्व सनातन संघ (वीएसएस) के राष्ट्रीय प्रचारक ने घोषणा की कि वह शहर के सेंट मैरी पीजी कॉलेज में भारत माता की आरती करेंगे.
उन्होंने कहा, ‘हमने एहतियात के तौर पर उपदेश राणा को सीआरपीसी की सम्बद्ध धाराओं में गिरफ्तार किया है.’ ज्ञात हो कि उपदेश राणा खुद को विश्व सनातन संघ का राष्ट्रीय प्रचारक बताते हैं.
द वीक की खबर के अनुसार पिछले कई दिनों से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और कुछ दक्षिणपंथी संगठन जिले के क्रिश्चियन मिशनरी कॉलेज पर कथित तौर पर भारत माता की आरती करने का कार्यक्रम आयोजित करने का दबाव बनाया जा रहा था.
इसके चलते सोमवार को आई एक खबर के मुताबिक मध्य प्रदेश कैथोलिक डायोसेन स्कूल्स एसोसिएशन ने भाजपा की छात्र इकाई एबीवीपी से बचाने के लिए हाईकोर्ट की शरण ली है. एसोसिएशन का आरोप है कि इस छात्र संगठन द्वारा सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने की कोशिश की जा रही है.
कैथोलिक बिशप कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया के महासचिव थियोडोर मैस्करेन्हस ने कहा था कि अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा चलाये जा रहे संस्थान लगातार इस छात्र संगठन के निशाने पर हैं. उनके अनुसार एबीवीपी द्वारा वॉट्सऐप के जरिये उनके सदस्यों को मंगलवार 16 जनवरी को बलपूर्वक संस्थान के परिसर में घुसकर आरती गाने के संदेश गए थे.
उनके अनुसार उनके समुदाय ने छात्र संगठन से बात करने की कोशिश भी की थी, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उपदेश राणा ने 4 जनवरी को फेसबुक पर एक पोस्ट डालकर 16 जनवरी को सेंट मेरी कॉलेज में भारत माता की आरती करने की सूचना जारी की थी.
आज इसी संदेश के चलते एकत्र हुए कार्यकर्ताओं में से 29 अन्य कार्यकर्ताओं को कॉलेज में आरती करने के लिये जाने के दौरान विदिशा और भोपाल में गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि इसमें एबीवीपी के कार्यकर्ता भी हैं.
मालूम हो कि इससे पहले चार जनवरी को इस कॉलेज में तब विवाद हुआ था, जब कॉलेज प्रबंधन ने वीएसएस के कार्यकर्ताओं को कॉलेज परिसर में आरती करने की कथित तौर पर अनुमति नहीं दी थी.
इसके बाद प्रबंधन ने उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर संस्थान में सुरक्षा की मांग की थी. उच्च न्यायालय ने इस याचिका के संबंध में विदिशा जिला प्रशासन से कॉलेज में सुरक्षा बन्दोबस्त के बारे में पूछा था.
जिला प्रशासन ने न्यायालय को बताया कि 4 जनवरी से ही कॉलेज को सुरक्षा उपलब्ध करायी जा रही है तथा कॉलेज के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिये प्रशासन प्रतिबद्ध है.
एसपी ने बताया कि आज भी का कॉलेज के आसपास 300 पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि वीएसएस ने जिला दंडाधिकारी से अनुमति लिये बिना ही आज बड़े पैमाने पर कॉलेज में भारत माता की आरती करने की घोषणा मीडिया में की थी.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इससे पहले 4 जनवरी के विवाद के बाद कॉलेज प्रबंधन ने जिला दंडाधिकारी को अपील में संस्थान को सुरक्षा उपलब्ध कराने के मांग करते हुए कहा था कि वीएसएस का यह आयोजन तनाव पैदा करने के उद्देश्य से किया जा रहा हैं इस पर डीएम कॉलेज परिसर में शांति व्यवस्था कायम रखने के आदेश जारी किये थे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)