प्रधानमंत्री मोदी के नाम लिखे इस पत्र में पूर्व नौकरशाहों ने मुसलमानों के साथ होने वाले रोज़मर्रा के भेदभाव की तरफ इशारा किया है.
भारत में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर हो रहे हमलों के खिलाफ देश के पूर्व नौकरशाहों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर चिंता व्यक्त की है. रविवार को लिखे गए पत्र में अल्पसंख्यकों पर हुई पांच हिंसा की घटनाओं के साथ अलवर में हुई पहलू खान घटना का भी जिक्र किया है.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार प्रधानमंत्री के नाम यह पत्र पर कुल 67 पूर्व नौकरशाहों ने दस्तखत किए हैं. दस्तखत करने वालों में पूर्व स्वास्थ्य सचिव केशव देसीराजू, के सुजाता राव, सूचना प्रसारण मंत्रालय के पूर्व सचिव भास्कर घोष, पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबउल्लाह, पूर्व आईटी सचिव बृजेश कुमार के अलावा सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदर और अरुणा रॉय भी शामिल हैं.
मीडिया में आई मुसलमान समुदाय को प्रॉपर्टी न बेचने या उन्हें किरायेदार न रखने की ख़बरों का जिक्र करते हुए इन पूर्व नौकरशाहों ने कहा, ‘रोजाना ऐसे कई रूपों में मुसलमान ऐसी बातों का सामना करते हैं, जिससे इस धार्मिक समुदाय के माहौल में गुस्सा बढ़ना तय है, जिससे पहले से ही जहर भरा माहौल और खराब होगा.’
पत्र में मध्य प्रदेश के सतना में हुई एक घटना का भी जिक्र किया गया गया है, जहां एक गायक समूह को ‘कैरोल’ (क्रिसमस पर गाए जाने वाला गाना) गाने से रोक दिया गया था.