समारोह में शामिल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, देश में कुछ चुनाव ऐसे होते हैं जो इतिहास में दर्ज हो जाते हैं, त्रिपुरा का चुनाव उन्हीं में से एक है.
अगरतला: भाजपा नेता बिप्लब कुमार देब ने शुक्रवार को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वाम मोर्चा के 25 साल के शासन का अंत कर पहली बार भाजपा त्रिपुरा की सत्ता पर काबिज़ हुई है.
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिपुरा में नई भाजपा सरकार को केंद्र के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया और कहा कि तरक्की के रास्ते पर पूरा देश राज्य के साथ है.
राज्यपाल तथागत रॉय ने अगरतला के असम राइफल्स ग्राउंड में आयोजित एक समारोह में देव को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी इस कार्यक्रम में शिरकत की.
भाजपा नेता जिश्नु देव बर्मन को उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई. जिश्नु अभी विधायक नहीं चुने गए हैं, क्योंकि उनके विधानसभा क्षेत्र चरिलाम (अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित) में माकपा उम्मीदवार के निधन की वजह से मतदान टल गया था. इस सीट पर चुनाव 12 मार्च को कराया जाएगा.
भाजपा के पांच और उसकी गठबंधन सहयोगी इंडीजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के अध्यक्ष एनसी देवबर्मन सहित दो सदस्यों ने भी मंत्री पद की शपथ ली.
रतन लाल नाथ, सुदीप रॉय बर्मन, प्रणजीत सिंघा रॉय, मनोज कांति देव और सरकार में शामिल एकमात्र महिला मंत्री सांतना चकमा भाजपा से हैं जबकि एनसी देवबर्मन और मेवार कुमार जमातिया आईपीएफटी से हैं. देवबर्मन आईपीएफटी के अध्यक्ष और जमातिया महासचिव हैं.
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के पास अवसर और क्षमता है जिनका प्रदेश के विकास के लिए इस्तेमाल करना होगा.
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत स्थानीय भाषा में की. उन्होंने कहा कि आज त्रिपुरा में फिर से एक बार दीपावली आई है.
प्रधानमंत्री ने कहा, देश में कुछ चुनाव ऐसे होते हैं जो इतिहास में दर्ज हो जाते हैं, त्रिपुरा का चुनाव उन्हीं में से एक है जिसकी चर्चा भविष्य में भी होती रहेगी. त्रिपुरा के नागरिकों ने ये इतिहास रचा है.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं त्रिपुरा के लोगों से अपील करता हूं कि आइए, हम राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाएं ताकि हम लोगों की ज़िंदगी बदल सकें. मैं यह आश्वासन देना चाहता हूं कि विकास के रास्ते पर त्रिपुरा को केंद्र सरकार का पूर्ण समर्थन और सहयोग रहेगा तथा यह सहयोग सहकारी संघवाद पर आधारित होगा.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार का मूल मंत्र विकास, सुशासन, लोगों की भागीदारी और सबका साथ सबका विकास होगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मैंने बतौर प्रधानमंत्री कई बार पूर्वोत्तर का दौरा किया है और मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि भारत पूर्वोत्तर के साथ है, भारत पूर्वोत्तर के मसलों को समझता है और हर भारतीय पूर्वोत्तर के लोगों के साथ खड़ा है.’
प्रधानमंत्री बोले कि त्रिपुरा में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव हुआ है. त्रिपुरा के लोगों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि जिन्होंने हमें वोट दिए हैं और जिन्होंने वोट नहीं दिए हैं, ये सरकार सभी के लिए है. त्रिपुरा का हर नागरिक हमारा है, उसका विकास करना हमारा दायित्व है.
उन्होंने कहा कि मैं पूर्व में आए किसी भी प्रधानमंत्री से ज्यादा नॉर्थ ईस्ट में आया हूं. भारत के हर नागरिक को लगना चाहिए कि वह भारत माता की जय बोलता है तो उसे गर्व होना चाहिए.
शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी ने भी भाग लिया.
त्रिपुरा के निवर्तमान मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
अगरतला में जगह-जगह मोदी और शाह की तस्वीरों वाले बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए थे. हवाई अड्डे से लेकर शपथ ग्रहण समारोह स्थल तक सड़क की दोनों तरफ भाजपा के झंडे लगे हुए थे. पार्टी के कार्यकर्ता भगवा परिधान पहने सड़कों पर नजर आ रहे थे. कई गणमान्य हस्तियों की मौजूदगी के कारण शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे.
भाजपा महासचिव राम माधव ने बताया, ‘इस विशाल कार्यक्रम के लिए 100 फुट लंबा मंच बनवाया गया. हमारे लिए यह बड़ा दिन है, क्योंकि यह राज्य में राजनीतिक बदलाव की शुरुआत है. मोदीजी के विकास कार्यों से यह जीत संभव हुई है और उससे हमारे कार्यकर्ता त्रिपुरा में बदलाव की ख़ातिर काम करने के लिए प्रेरित हुए.’
त्रिपुरा की 60 सदस्यों वाली विधानसभा में भाजपा की अगुवाई वाले गठबंधन को दो-तिहाई बहुमत हासिल हुआ है. जिन 59 सीटों पर मतदान हुए उनमें भाजपा को 35 जबकि आईपीएफटी को आठ सीटें मिली.
48 साल के बिप्लब कुमार देब ने छह मार्च को राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया था. राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया.
लंबे समय से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता रहे विप्लव को राज्य में भाजपा का प्रभाव कायम करने का श्रेय दिया जाता है.
भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, गुजरात के विजय रूपानी, मध्य प्रदेश के शिवराज सिंह चौहान, असम के सर्बानंद सोनोवाल, झारखंड के रघुबर दास तथा कई अन्य जानी मानी हस्तियों ने भी समारोह में शिरकत की.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)