महिला के कथित तौर पर एक युवक के साथ कहीं और चले जाने पर पंचायत ने सुनाई सज़ा. पुलिस ने पति और पूर्व ग्राम प्रधान समेत तीन नामज़द लोगों को किया गिरफ़्तार.
बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में स्याना थाना क्षेत्र के लोंगा गांव में पंचायत के आदेश पर 28 वर्षीय एक विवाहिता की पेड़ से बांधकर सरेआम बेरहमी से पीटने का मामला सामने आया है.
बताया जा रहा है कि वह कथित तौर पर एक युवक के साथ कहीं चली गई थी, जिसके बाद पंचायत ने यह फैसला सुनाया.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मुनीराज जी. ने बताया कि घटना 20 मार्च को हुई. घटना के बाद सरेआम पिटाई का वीडियो वायरल हो गया.
वीडियो में एक युवक महिला की बेल्ट से पिटाई करते हुए नज़र आ रहा है. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, 73 सेकेंड के इस वीडियो क्लिप में युवती की पिटाई करने वाला युवक उसका पति ही है.
महिला अपने गांव के एक युवक के साथ 10 मार्च को कथित तौर पर भाग गई थी और वह 20 मार्च को अपने गांव लौट आई थी.
एसएसपी ने बताया कि गांव के सात लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है. इसमें से उसके पति सहित तीन लोगों को गिरफ़्तार कर लिया गया. अन्य आरोपी अभी फ़रार हैं.
अमर उजाला के बुलंदशहर एडिशन की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता की शिकायत पर सात नामज़द और 12 अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है. पेड़ से बांधकर गांव के लोगों के सामने महिला की पिटाई सुबह सात बजे से लेकर दोपहर बाद दो बजे तक होती रही. पीड़िता ने लोगों से बचाने की अपील भी की लेकिन किसी ने उसकी गुहार नहीं सुनी.
वहीं हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में बुलंदशहर के पुलिस अधीक्षक प्रवीण रंजन सिंह ने बताया कि इस संबंध में पूर्व प्रधान शेर सिंह, उनके बेटे श्रवण और महिला के पति सौदान सिंह को गिरफ़्तार कर लिया गया है, बाकि के आरोपियों की तलाश की जा रही है.
रिपोर्ट के अनुसार, महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि पांच मार्च को वह अपने पड़ोसी धर्मेंद्र लोधी के साथ उसके किसी रिश्तेदार के यहां किसी अन्य गांव में रहने लगी थी.
इसके पांच दिन बाद लौंगा गांव के कुछ लोगों ने महिला और धर्मेंद्र को इस बात के लिए राज़ी कर लिया कि वे अपने गांव लौट आएं.
पुलिस ने बताया कि पूर्व प्रधान शेर सिंह और उनके समर्थकों ने दोनों के गांव वापस लौटने पर पंचायत बुलाई और महिला को सरेआम पीटने की सज़ा सुनाई.
रिपोर्ट के अनुसार, महिला को पीटने के बाद एक कमरे में ले जाया गया जहां शेर सिंह और उसके समर्थकों ने कथित तौर पर उसके साथ छेड़खानी की और उससे इस बारे में चुप रहने को कहा.
महिला ने आरोप लगाया है कि शेर सिंह ने अपने आदमियों से घटना का वीडियो बनाने के लिए कहा था ताकि दूसरों को सबक मिल सके कि किसी के साथ भाग जाने की सज़ा क्या होती है.
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, घटना के बाद बीते 23 मार्च को बुलंदशहर की डीएम डॉ. रोशन जैकब और एसएसपी मुनीराज जी. ने गांव में घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ित से मामले की जानकारी ली. डीएम डॉ. रोशन जैकब ने घटना के वक़्त मौजूद रहे सभी लोगों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश देते हुए इसे सामाजिक अपराध क़रार दिया.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)