साल 2019 में अपने दम पर मोदी को नहीं हरा पाएगी कांग्रेस: अय्यर

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि बिहार की तरह महागठबंधन हो तो 2019 के चुनाव में मोदी को सत्ता से बाहर किया जा सकता है.

पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर. (फोटो: पीटीआई)

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि बिहार की तरह महागठबंधन हो तभी 2019 के चुनाव में मोदी को सत्ता से बाहर किया जा सकता है.

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कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर (फोटो: पीटीआई )

उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व को 2019 के लिए महागठबंधन बनाने की सलाह दी है. साथ ही संगठन में युवाओं को अहम ज़िम्मेदारी मिले यह भी कहा है.

एबीपी न्यूज़ को दिए अपने इंटरव्यू में अय्यर ने कहा, ‘कांग्रेस को बिहार के तर्ज़ पर ही महागठबंधन करना होगा तभी 2019 मोदी जी को सत्ता से बाहर किया जा सकता है.’ वे यह भी मानते हैं कि कांग्रेस पार्टी को संगठनात्मक बदलाव करना चाहिए.

उत्तर प्रदेश के नतीजों पर बात करते हुए उनका कहना है कि मायावती भी अगर गठबंधन का हिस्सा होतीं तो नतीजे शायद अलग होते.

कांग्रेस के मौजूदा हालत के बारे में अय्यर कहते हैं, ‘2004 और 2009 में कांग्रेस ने बहुत सारे दलों को साथ लेकर चुनाव लड़ा था, जिसके कारण भाजपा को 10 साल सत्ता से दूर रखने में कामयाब रहे थे. 2009 के बाद सभी छोटे दल अलग हो गए और 2014 में कांग्रेस ने अकेले चुनाव लड़ा और परिणाम स्वरूप महज 44 सीटें मिली थीं.’

अय्यर कांग्रेस के बारे में कहते हैं, ‘फ़िलहाल कांग्रेस का जो संगठन है वो 2019 में मोदी को नहीं हरा पाएगा. पार्टी को बूढ़े महासचिवों की छुट्टी करनी चाहिए और संगठन में नए और युवा चेहरों को मौका देना चाहिए.’

विधानसभा चुनाव के नतीजों के सवाल पर अय्यर कहते हैं कि मतदाताओं की एक बड़ी संख्या भाजपा के ख़िलाफ़ हैं. हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी चमत्कार के बावजूद 69 प्रतिशत भारतीयों ने बीजेपी का साथ नहीं दिया था. इसी तरह उत्तर प्रदेश में 58 से 61 प्रतिशत मतदाताओं ने मोदी को इनकार किया है.

वे आगे कहते हैं, ‘मैं सीट के लिहाज़ से मानता हूं कि बीजेपी जीती. ये भी मैं मानता हूं कि इसमें कोई गैर कानूनी या गैर संवैधानिक बात नहीं है. हमारे देश में ऐसा ही होता है. लेकिन एक राजनीतिज्ञ के लिहाज से जब मैं उस बहुत बड़े बहुमत को देखता हूं जिन्होंने कहा कि हमें मोदी नहीं चाहिए, हमें बीजेपी नहीं चाहिए. अगर उनको हम एक हद तक या मुक़म्मल तौर पर एकत्रित करें तो 2019 में सत्ता में मोदी जी का नामोनिशान नहीं रहेगा.’