धार ज़िला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण के दौरान हुई घटना. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ऐसा करने के लिए कोई दिशा-निर्देश नहीं दिया गया. भर्ती प्रक्रिया में आसानी के लिए ऐसा किया गया होगा.

धार: मध्य प्रदेश पुलिस में आरक्षक के पद पर भर्तियां हो रही हैं. इसी कड़ी में धार के जिला अस्पताल से एक अजीब वाकया सामने आया है. चयन के लिए किए जा रहे स्वास्थ्य परीक्षण में अभ्यर्थियों की पहचान के लिए उनके सीने पर उनका वर्ग लिख दिया गया. ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं जहां अभ्यर्थियों के सीने पर एससी/एसटी लिखा गया है.
नई दुनिया की रिपोर्ट के मुताबिक, जिला अस्पताल में आरक्षक के चयन के लिए बीते बुधवार से अभ्यर्थियों का मेडीकल परीक्षण शुरू हुआ था. इसके तहत सभी अभ्यर्थियों के सीने पर उनकी जातियों का उल्लेख किया जा रहा है.
ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों की ऊंचाई नापने में किसी प्रकार की गफलत पैदा न हो.
इस एहतियात के पीछे कारण माना जा रहा है कि कुछ माह पहले महिला आरक्षक भर्ती परीक्षा हुई थी जिसमें ऊंचाई में गड़बड़ी होने की बात सामने आई थी. जिसके ध्यान में रखकर इस बार सतर्कता बरती जा रही है.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में आरक्षक की भर्ती में सामान्य और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 168 सेंटीमीटर ऊंचाई निर्धारित है जबकि एससी एसटी वर्ग के लिए 165 सेंटीमीटर ऊंचाई तय की गई है.
वहीं, पुलिस अधीक्षक बीरेंद्र सिंह का कहना है कि ऐसा कुछ करने के लिए पुलिस की तरफ से कोई दिशा निर्देश नहीं दिया गया. भर्ती प्रक्रिया में आसानी हो इसलिए ऐसा किया गया होगा. इसके पीछे कोई गलत भावना नहीं है.
समाचार एजेंसी आईएएनएस से चर्चा में बीरेंद्र सिंह ने अभ्यर्थियों के सीने पर एससी-एसटी लिखे जाने की पुष्टि करते हुए कहा, ‘नव आरक्षकों का स्वास्थ्य परीक्षण चल रहा है, पिछली बार किसी तरह की चूक हो गई थी, इसके चलते अस्पताल प्रबंधन ने ऐसा किया होगा. उसके बावजूद ऐसा क्यों किया गया, इसकी जांच के आदेश दे दिए गए हैं.’
पूरे मामले पर अस्पताल के सिविल सर्जन एस. खरे का कहना है कि मैंने भी मेडीकल बोर्ड की कार्रवाई के अवलोकन के दौरान ऐसा देखा. इसकी जांच कराई जाएगी.
एनडीटीवी से बात करते हुए सीएमओ डॉ आरसी पनिका ने कहा, ‘मुझे मालूम नहीं है कि इन दिनों ज़िला अस्पताल में मेडिकल चल रहा है. लेकिन, यदि किसी भी अभ्यर्थी के शरीर पर एससी-एसटी लिखा है, तो ये गंभीर बात है. दोषी के खिलाफ निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी.’