राजस्थान के भीलवाड़ा में हुई घटना. पुलिस ने अनुसूचित जाति/जनजाति एक्ट के तहत दर्ज़ किया मामला. सात लोग गिरफ्तार.
भीलवाड़ा: दलितों के घोड़ी चढ़ने पर अब भी हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है. गुजरात के बाद अब राजस्थान के भीलवाड़ा में एक दलित दूल्हे के घोड़ी चढ़ने पर कथित रूप से पिटाई का मामला सामने आया है.
एएनआई की ख़बर के अनुसार, रविवार को भीलवाड़ा के गोवर्धनपुर गांव में दलित दूल्हे को घोड़ी चढ़ने पर पीटा गया और उसी गांव के कुछ लोगों ने उसे घोड़ी से उतरने के लिए मज़बूर भी किया गया.
Rajasthan: A Dalit man was allegedly beaten and forced off the horse by a group of villagers during a pre- wedding procession, in Bhilwara's Govardhanpura village. Case registered under SC/ST Act and 7 people have been arrested so far. (29.04.18)
— ANI (@ANI) April 30, 2018
घटना के बाद पुलिस ने अनुसूचित जाति/जनजाति एक्ट के तहत मामला दर्ज़ कर लिया है और सात लोगों को गिरफ़्तार भी कर लिया है.
पिछले महीने गुजरात के भावनगर में एक 21 वर्षीय युवक प्रदीप राठौड़ को घोड़े की सवारी करने के चलते कथित रूप से पीट-पीटकर मार डाला गया था.
अप्रैल महीने के शुरुआत में उत्तर प्रदेश के कासगंज में दलित जोड़े की शादी में घोड़ी के सवारी को लेकर विवाद हुआ था. 20 अप्रैल को होने वाली निज़ामपुर गांव में शादी में दूल्हे के घोड़ी से बारात लाने को लेकर गांव के उच्च जाति समुदाय के लोगों ने आपत्ति जताई थी.
पुलिस और प्रशासन द्वारा बारात की अनुमति न मिलने से दूल्हे ने इस विवाद के चलते इलाहाबद हाईकोर्ट का दरवाज़ा भी खटखटाया था. जिसके बाद शर्तों के साथ अनुमति दे दी गई थी.
निज़ामपुर की सरपंच शांति देवी ने कहा था कि निज़ामपुर में ठाकुर समुदाय के घरों के सामने से कभी भी दलित और जाटवों की बरात नहीं गई. फिर कैसे उच्च जातियों के घरों के सामने से दलितों की बारात जा सकती है?