उन्नाव गैंगरेप केस को लेकर एक अख़बार में ख़बर छापी गई कि भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के ख़िलाफ़ रेप के आरोप की सीबीआई ने पुष्टि की है. इस ख़बर को केंद्रीय जांच एजेंसी ने ग़लत बताया है.
उन्नाव गैंगरेप केस को लेकर एक अखबार में खबर छापी गई कि भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ रेप के आरोप की सीबीआई ने पुष्टि की है. इस ख़बर को केंद्रीय जांच एजेंसी ने गलत बताया है. सीबीआई का कहना है कि फिलहाल पूरे मामले की जांच चल रही है और वे अभी इस मामले में किसी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है.
केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि उन्नाव रेप केस को लेकर जो भी खबर छापी गई है वह पूरी तरह से कयास पर आधारित है.
गौरतलब है कि द टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है कि उन्नाव बलात्कार मामले में सीबीआई जांच ने पीड़िता के आरोप की पुष्टि की है कि भाजपा के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने पिछले साल 4 जून को उत्तर प्रदेश के माखी गांव में अपने घर पर उसके साथ बलात्कार किया था, जबकि उनकी महिला सहयोगी शशि सिंह रूम के बाहर गार्ड बनकर खड़ी थी.
अखबार के अनुसार, सीबीआई सूत्रों ने बताया कि स्थानीय पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की उसमें विधायक और कुछ दूसरे आरोपितों का नाम जानबूझकर नहीं डाला गया. यही नहीं, पीड़िता की मेडिकल जांच में भी जानबूझकर देर करवाई गई. केंद्रीय एजेंसी ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िता का बयान दर्ज किया है, जहां वो अपने बयान पर कायम रही. सीआरपीसी की धारा 164 के तहत दर्ज बयान अदालत में सबूत माने जाते हैं.
गौरतलब है कि सीबीआई ने 13-14 अप्रैल को गिरफ्तार किए गए सेंगर, शशि सिंह और अन्य आरोपी से लंबी पूछताछ की है. स्थानीय पुलिस पर आरोपितों को बचाने का आरोप लगने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने यह मामला सीबीआई को सौंप दिया था.
वहीं, हिंदुस्तान टाइम्स केे मुताबिक उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्नाव गैंगरेप केस में आरोपों का सामना कर रहे भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के परिवार से ठगी की कोशिश करने के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया है.
लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने बताया है, ‘पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग सेंगर की पत्नी संगीता सिंह से एक करोड़ रुपये मांग रहे थे. इन दोनों ने पेशकश की थी कि रकम देने पर वे सेंगर को रिहा करा देंगे.’