कठुआ बलात्कार और हत्या मामला जम्मू के लोगों को बदनाम करने की साज़िश: भाजपा नेता

आरोपियों के पक्ष में रैली निकालने के चलते कैबिनेट से इस्तीफ़ा दे चुके भाजपा नेता लाल सिंह ने मामले की सीबीआई जांच के लिए सोमवार को जम्मू में एक रैली निकाली.

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चौधरी लाल सिंह (फाइल फोटो: पीटीआई)

आरोपियों के पक्ष में रैली निकालने के चलते कैबिनेट से इस्तीफ़ा दे चुके भाजपा नेता लाल सिंह ने मामले की सीबीआई जांच के लिए सोमवार को जम्मू में एक रैली निकाली.

 रैली को संबोधित करते पूर्व मंत्री चौधरी लाल सिंह (फोटो: पीटीआई)
लाल सिंह (फाइल फोटो: पीटीआई)

जम्मू: भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री चौधरी लाल सिंह ने सोमवार को कठुआ में आठ साल की बच्ची के बलात्कार और हत्या को जम्मू के लोगों को बदनाम करने की ‘साजिश’ बताते हुए मामले की सीबीआई जांच की मांग की.

लाल सिंह ने सीबीआई जांच के लिए एक कैंडल लाइट मार्च निकाला, जो उनके घर से शुरू होकर सतवरी चौक पर खत्म हुआ.

मालूम हो कि लाल सिंह बीते दिनों तक कैबिनेट मंत्री थे, जिन्हें कठुआ मामले में बलात्कारियों के पक्ष में निकाली गई रैली में हिस्सा लेने के चलते इस्तीफ़ा देना पड़ा था.

सोमवार को सिंह ने राज्य सरकार और ‘कश्मीर समर्थक लोगों’ से उनके सीबीआई जांच के खिलाफ होने की वजह पूछी. उन्होंने कहा, ‘जो सीबीआई जांच के खिलाफ हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या वे यह सोचते हैं कि सीबीआई पाकिस्तानी एजेंसी है?’

मीडिया से बात करते हुए सिंह ने कहा, ‘उन्हें शर्म आनी चाहिए जिन्होंने जम्मू के डोगरा लोगों को बलात्कारियों का समर्थक बताया. उनका पर्दाफाश होगा. राष्ट्रीय मीडिया और कुछ कश्मीर समर्थक लोगों द्वारा ऐसी धारणा बनाई गयी कि डोगरा लोग बलात्कारियों का समर्थन करते हैं. यह जम्मू और डोगरा लोगों को बदनाम और कमज़ोर करने की साजिश थी.’

पिछले महीने मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से लाल सिंह कठुआ, सांबा, जम्मू, उधमपुर और रियासी जिले में 30 से ज्यादा  रैलियां कर चुके हैं. उनका कहना है, ‘हम सरकार को सीबीआई जांच करवाने के लिए मजबूर करेंगे. सीबीआई जांच से डोगरा समुदाय को उसका सम्मान वापस मिलेगा और पीड़ित लड़की को न्याय मिलेगा.’

उन्होंने यह भी कहा कि जब तक सीबीआई जांच का आदेश नहीं दिया जाता वे इस मांग को उठाते रहेंगे.

भाजपा नेता ने यह भी कहा कि डोगरा समुदाय अपने मान-सम्मान और गरिमा को वापस पाने के लिए 20 मई को हीरानगर इलाके में स्वाभिमान रैली करेंगे.

मालूम हो की घुमंतू अल्पसंख्यक बकरवाल समुदाय की आठ वर्षीय बच्ची 10 जनवरी को जम्मू क्षेत्र में कठुआ के निकट गांव में अपने घर के पास से लापता हो गयी थी. एक सप्ताह बाद उसी इलाके में बच्ची का शव मिला था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)