नजीब के आईएस से जुड़ाव की ख़बर का पुलिस ने किया खंडन

जेएनयू के लापता छात्र नजीब की मां फ़ातिमा नफ़ीस ने कहा बेटे को बदनाम करने की साज़िश हो रही है.

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जेएनयू के लापता छात्र नजीब की मां फ़ातिमा नफ़ीस ने कहा, बेटे को बदनाम करने की साज़िश हो रही है.

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टाइम्स आॅफ इंडिया में 21 मार्च को छपी रिपोर्ट

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से लापता छात्र नजीब की मां फ़ातिमा नफ़ीस ने उनके बेटे का आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) की तरफ़ झुकाव का खंडन किया है.

वे कहती हैं, ‘नजीब को हमेशा वतन से मुहब्बत करना सिखाया गया है.’ उन्होंने यह भी कहा कि नजीब की रुचि इस्लामिक स्टेट में बताने वाले लोग उनके बेटे को बदनाम करने की साज़िश कर रहे हैं.

वहीं, दिल्ली पुलिस के मुख्य प्रवक्ता दीपेंद्र पाठक ने लापता नजीब मामले में कहा है कि नजीब के इस्लामिक स्टेट से जुड़े होने की कोई बात पुलिस ने नहीं की है. उनका यह भी कहना है कि पुलिस ने ऐसी कोई भी रिपोर्ट अदालत में नहीं जमा कराई है.

गौरतलब है कि 21 मार्च को टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक ख़बर के अनुसार, ‘दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि एबीवीपी वालों से झगड़ा होने से पहले नजीब इस्लामिक स्टेट से जुड़े वीडियो देख रहा था. नजीब के लैपटॉप की सर्च हिस्ट्री के अनुसार, इस्लामिक स्टेट से जुड़े वीडियो और जानकारी में उसकी रूचि थी. इस्लामिक स्टेट से कैसे जुड़े यह भी इंटरनेट सर्च हिस्ट्री में पाया गया है. उसके यूट्यूब पर भी वो इस्लामिक स्टेट से जुड़े वीडियो देखता था. यह रिपोर्ट दिल्ली पुलिस ने हाईकोर्ट को सौंप दी है.’

प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया में नजीब की मां फ़ातिमा ने कहा, ‘मैंने कभी सोचा था कि मीडिया मेरे बच्चे को ढूंढ़ के निकालने में मदद करेगी, पर मेरे बेटे को बदनाम किया जा रहा है.’

नजीब की मां फ़ातिमा यह भी कहती है कि जब उन्हें इन सब के बारे में पता चला तो उन्होंने डीसीपी को फ़ोन किया पर उन्होंने कहा कि पुलिस ने ऐसा कोई दावा नहीं किया है और न ही कोई बयान दिया है.

फ़ातिमा कहती है कि यह सब उनका हौसला तोड़ने के लिए किया जा रहा है.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार प्रेस क्लब में फ़ातिमा कहती हैं, ‘मेरा बच्चा ऐसा नहीं है कि वतन के ख़िलाफ़ खड़ा हो जाए, हम मुस्लिम अपने वतन के लिए जान देने को तैयार है, कभी भी आज़मा के देख लेना. हम मुसलमान कभी पीछे नहीं रहे है. हमने हमेशा बच्चों को सिखाया कि तुम हिंदुस्तानी हो और हिंदुस्तानी ही रहोगे. हिंदुस्तान हमारा वतन है, इसी में ज़िंदा हुए है और इसी में मिल जाएंगे. हमें इस तरह बदनाम न करो.’

वहीं, जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष मोहित पांडेय ने भी प्रेस वार्ता में कहा, ‘नजीब का सांप्रदायिक चित्रण करने की कोशिश की जा रही है.’