संघ कार्यक्रम से जुड़ी प्रणब की फ़र्ज़ी तस्वीरें वायरल, शर्मिष्ठा ने कहा- जिसका डर था, वही हुआ

नागपुर स्थित संघ मुख्यालय पर हुए कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के शामिल होने के कुछ ही देर बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुईं फ़र्ज़ी तस्वीरें. संघ ने फ़र्ज़ी तस्वीरों से किनारा किया.

/
संघ के कार्यक्रम में शामिल पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की तस्वीरें जिसमें वह सीधे खड़े थे (बाएं), लेकिन तस्वीर से छेड़छाड़ कर ऐसी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल की गईं जिसमें वह संघ कार्यकर्ताओं की शैली में सीने से हाथ लगाए हुए हैं. (फोटो साभार: रॉयटर्स/ट्विटर)

नागपुर स्थित संघ मुख्यालय पर हुए कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के शामिल होने के कुछ ही देर बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुईं फ़र्ज़ी तस्वीरें. संघ ने फ़र्ज़ी तस्वीरों से किनारा किया.

संघ के कार्यक्रम में शामिल पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की तस्वीरें जिसमें वह सीधे खड़े थे (बाएं), लेकिन तस्वीर से छेड़छाड़ कर ऐसी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल की गईं जिसमें वह संघ कार्यकर्ताओं की शैली में सीने से हाथ लगाए हुए हैं. (फोटो साभार: रॉयटर्स/ट्विटर)
संघ के कार्यक्रम में शामिल पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की तस्वीरें जिसमें वह सीधे खड़े थे (बाएं), लेकिन तस्वीर से छेड़छाड़ कर ऐसी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल की गईं जिसमें वह संघ कार्यकर्ताओं की शैली में सीने से हाथ लगाए हुए हैं. (फोटो साभार: रॉयटर्स/ट्विटर)

नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पुत्री एवं कांग्रेस नेता शमिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि जिस बात का उन्हें डर था और अपने पिता को जिस बारे में उन्होंने आगाह किया था, वही हुआ.

गुरुवार रात उन्होंने आरोप लगाया कि जिसका डर था, भाजपा/आरएसएस के ‘डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट’ ने वही किया.

शर्मिष्ठा ने सात जून को आरएसएस के कार्यक्रम से जुड़ी मुखर्जी के तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ करके सोशल मीडिया में शेयर किए जाने पर कहा, ‘देखिए, मुझे इसी का डर था और इसके बारे में मैंने अपने पिता को आगाह किया था. कुछ घंटे भी नहीं बीते कि भाजपा एवं आरएसएस का डर्टी ट्रिक्स विभाग अपने काम में जुट गया.’

नागपुर में संघ मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी. (फोटो: रॉयटर्स)
नागपुर में संघ मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी. (फोटो: रॉयटर्स)

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर छेड़छाड़ की गई तस्वीरों में ऐसा नज़र आ रहा है कि पूर्व राष्ट्रपति संघ नेताओं और कार्यकर्ताओं की तरह अभिवादन कर रहे हैं.

शर्मिष्ठा मुखर्जी ने उनके आरएसएस के कार्यक्रम में जाने का विरोध किया था और छह जून को ट्विटर पर अपने पोस्ट के ज़रिये उन्होंने अपनी नाखुशी भी ज़ाहिर की थी.

मालूम हो कि प्रणब मुखर्जी के नागपुर स्थित संघ मुख्यालय में भाषण देने के कुछ देर बाद ही सोशल मीडिया पर कार्यक्रम की छेड़छाड़ की तस्वीरें वायरल हो गईं. छेड़छाड़ की गई एक तस्वीर में प्रणब संघ कार्यकर्ताओं की शैली में सीने पर एक हाथ रखे हुए नज़र आ रहे हैं, जबकि वह सीधे खड़े हुए थे, उन्होंने हाथ ऊपर उठाया ही नहीं था.

प्रणब की तस्वीरों से छेड़छाड़ संघ को बदनाम करने की चाल: मनमोहन वैद्य

बहरहाल संघ ने फ़र्ज़ी तस्वीरों से किनारा करते हुए कहा है, ‘कुछ विभाजनकारी राजनीतिक ताक़ते पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की छेड़छाड़ की गईं तस्वीरों को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रही हैं. ये कुंठित ताक़तें आरएसएस को बदनाम करने के लिए इस तरह के गंदी चालें चल रही हैं.’

नागपुर में अपने कार्यक्रम में प्रणब मुखर्जी की तस्वीर के साथ छेड़छाड़ करके सोशल मीडिया पर जारी करने की निंदा करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने शुक्रवार को कहा कि यह जान-बूझकर संघ को बदनाम करने की विभाजनकारी राजनीतिक ताकतों की चाल है जिन्होंने डॉ. मुखर्जी को इस समारोह में भाग लेने से रोकने और विरोध करने का काम किया था.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सर कार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य ने एक बयान में कहा कि कुछ विभाजनकारी राजनीतिक तत्वों ने नागपुर में सात जून को आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक समारोह से जुड़ी एक झूठी तस्वीर पोस्ट की जिसमें पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को प्रार्थना की मुद्रा में दिखाया गया है.

वैद्य ने कहा कि इन्हीं ताकतों ने डॉ. मुखर्जी को इस समारोह में भाग लेने से रोकने और विरोध करने का काम भी किया था और अब ये हताश ताकतें संघ को बदनाम करने के लिये इस प्रकार की घटिया चालें चल रही हैं.

संघ के सह सर कार्यवाह ने कहा, ‘हम जान-बूझकर संघ को बदनाम करने के लिए इन विभाजनकारी राजनीतिक ताकतों द्वारा चलाई जा रही ऐसी कुत्सित चालों की निंदा और निषेध करते हैं.’

एक ट्वीट के ज़रिये शर्मिष्ठा ने कहा था, ‘आज के कार्यक्रम के बाद उम्मीद है कि पूर्व राष्ट्रपति को अंदाज़ा हो जाएगा कि भाजपा का डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट किस तरह काम करता है. यहां तक कि संघ को भी अंदाज़ा नहीं था कि आप (प्रणब) उनके (संघ) विचारों को बढ़ावा देंगे. हालांकि भाषण भुला दिया जाएगा और तस्वीरें रह जाएंगी जिसे ग़लत बयानों के साथ फैलाया जाएगा.’

हम लोकतांत्रिक और तर्कशील परिवार हैं: शर्मिष्ठा

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी और कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने शुक्रवार को कहा कि उनका परिवार ‘लोकतांत्रिक और तर्कशील’ है तथा अपने पिता के साथ मतभेद जताने में उन्हें कोई समस्या नहीं है.

मुखर्जी के आरएसएस के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जाने पर सवाल खड़े करने वाली शर्मिष्ठा ने भाजपा नेता सुब्रमनियन स्वामी की कथित टिप्पणियों के जवाब में यह बात कही .

स्वामी ने शर्मिष्ठा के पिता से अलग विचार रखने का कथित तौर पर समर्थन किया.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्वामी ने शर्मिष्ठा के बयान का हवाला देते हुए कहा, ‘यह ऐसा कुछ है जिसके साथ आप बड़े होते हैं. मेरी ख़ुद की बेटी मेरे विचारों से सहमत नहीं होती और मैं उसके विचारों से सहमत नहीं होता. परंतु हम खुशहाल परिवार हैं हमें यह सीखना चाहिए कि हर व्यक्ति के अपने विचार होते हैं.’

इसके जवाब में शर्मिष्ठा ने ट्वीट किया, ‘निश्चित तौर पर. इसी तरह में पली-बढ़ी हूं. इसलिए मुझे विभिन्न मुद्दों पर उनके साथ सार्वजनिक रूप से अलग विचार व्यक्त करने में कोई दिक्कत नहीं होती. हम लोकतांत्रिक, तर्कशील परिवार हैं और यह मैंने अपने पिता से ही सीखा है.’

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ‘राष्ट्र, राष्ट्रवाद और देशप्रेम’ के बारे में आरएसएस मुख्यालय में अपने विचार साझा करते हुए कहा था कि भारत की आत्मा ‘बहुलतावाद एवं सहिष्णुता’ में बसती है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)