असम में विवाह स्थल पर पटाखे फोड़ने का विरोध करने पर श्रमिक की पीट-पीटकर हत्या

पुलिस ने मामले में छह लोगों को गिरफ़्तार किया. इससे पहले बीते आठ जून को राज्य के कार्बी आंगलांग ज़िले में ग्रामीणों ने दो व्यक्तियों की बच्चा चोर होने के संदेह में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी.

//

पुलिस ने मामले में छह लोगों को गिरफ़्तार किया. इससे पहले बीते आठ जून को राज्य के कार्बी आंगलांग ज़िले में ग्रामीणों ने दो व्यक्तियों की बच्चा चोर होने के संदेह में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी.

Assam Lynching Nalbari

नलबारी/गुवाहाटी: असम के नलबारी जिले में एक विवाह स्थल पर एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई क्योंकि उसने वहां पटाखा फोड़ना बंद करने के लिए कहा था. यह राज्य में एक महीने से कुछ अधिक समय में पीट-पीटकर हत्या करने की दूसरी घटना है.

पुलिस ने कहा कि मंगलवार रात जिले के घोरथल गांव में 35 वर्षीय एक व्यक्ति की हत्या किए जाने के सिलसिले में छह व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. व्यक्ति की पहचान जतिन दास के तौर पर हुई है और वह एक श्रमिक के तौर पर काम करता था.

पुलिस ने बताया कि एक विवाह समारोह के दौरान पटाखे दुल्हन के परिवार की ओर से फोड़े जा रहे थे. इसी दौरान पटाखे से एक टुकड़ा छिटक कर दास को लग गया.

पुलिस ने कहा कि दास ने कहा कि पटाखे नहीं फोड़े जाने चाहिए. इससे विवाह समारोह में उपस्थित लोग नाराज हो गए. उन लोगों ने दास पर कथित रूप से हमला किया और उसकी पिटाई कर दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.

पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची. दुल्हन और उसके अभिभावकों को पुलिस थाने ले जाया गया और विवाह समारोह नहीं होने दिया गया. क्षेत्र में तनाव व्याप्त है क्योंकि नाराज स्थानीय नागरिकों ने मांग की कि दास का अंतिम संस्कार दुल्हन के प्रांगण में किया जाए. गांव में सीआरपीएफ की तैनाती कर दी गई है.

असम के पुलिस महानिदेशक कुलधर सैकिया ने घटना को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’  बताया और कहा कि धोरथल गांव में स्थिति नियंत्रण में है और इस पर नजर रखी जा रही है.

उन्होंने गुवाहाटी में कहा कि घटना की जांच की जा रही है.

गत आठ जून को कार्बी आंगलांग जिले में ग्रामीणों ने दो व्यक्तियों की बच्चा चोर होने के संदेह में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. संगीतकार और इवेंट मैनेजर नीलोत्पल दास (29) और उनके मित्र अभिजीत नाथ (30) आठ जून की रात कार्बी आंगलांग के पिकनिक स्थल कांगथीलांगसो गए थे.

दोनों जब वापस आ रहे थे उसी समय पंजूरी में कुछ ग्रामीणों ने उन्हें रोका और कार से बाहर खींच कर निकाला. ग्रामीणों ने उनकी बच्चा चुराने वाला व्यक्ति होने के संदेह में बुरी तरह पिटाई की थी.