अलवर के रामगढ़ में हुई घटना. पुलिस ने दो लोगों को गिरफ़्तार किया. मृतक के पिता ने कहा कि वे इंसाफ चाहते हैं और चाहते हैं कि सभी दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए.
जयपुर: राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात को गो तस्करी के संदेह में एक व्यक्ति की कुछ अज्ञात लोगों ने पीट-पीट कर कथित हत्या कर दी.
थानाधिकारी सुभाष शर्मा ने बताया कि मृतक की पहचान हरियाणा के कोलगांव निवासी रकबर ख़ान उर्फ अकबर खान (28) के रूप में की गई है.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक अकबर अपने साथी असलम के साथ पैदल दो गाय लेकर जा रहा था. जब वह लालावंडी गांव से होकर गुजर रहा था, तब गांववालों ने उन्हें रोका. उन्होंने जब वहां से भागने की कोशिश की तब भीड़ ने उनका पीछा किया और गो तस्कर समझकर उन्हें बुरी तरह पीटा. असलम किसी तरह वहां से निकलकर भागने में कामयाब रहा.
थानाधिकारी सुभाष शर्मा ने बताया कि घायल रकबर को रामगढ़ के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
शव को अलवर के राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. परिजनों के यहां पहुंचने पर पोस्टमॉर्टम करवाया जायेगा.
पुलिस ने बताया कि उन्होंने दोनों गायों को जब्त कर पास की एक गौशाला में भेज दिया है और मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस का कहना है कि इस बात की भी अब तक पुष्टि नहीं हुई है कि वे गो तस्कर थे या नहीं.
It is not clear if they were cow smugglers. The body has been sent for postmortem, We are trying to identify the culprits and arrests will be made soon: Anil Beniwal, ASP Alwar on a man allegedly beaten to death by mob in Alwar's Ramgarh last night on suspicion of cow smuggling pic.twitter.com/qFcMZJfyZP
— ANI (@ANI) July 21, 2018
अधिकारी ने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया है. जयपुर क्षेत्र के आईजी ने बताया कि मामले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है और जांच जारी है.
The cows were sent to cowshed. 2 suspects were taken to police station from the spot & were later arrested after we found their involvement. Investigation is being done to find other culprits. Postmortem of the body is being done: IG Jaipur range on Alwar lynching #Rajasthan pic.twitter.com/MH9KVUipcG
— ANI (@ANI) July 21, 2018
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने घटना की निंदा करते हुए ट्वीट कर दोषियों को कड़ी सज़ा देने की बात कही है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक मृतक रकबर के पिता सुलेमान ने कहा है कि वे इंसाफ चाहते हैं. और चाहते हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए.
We want justice. The culprits should be arrested soon: Suleiman, Father of the man who was allegedly beaten to death by mob in Alwar's Ramgarh last night on suspicion of cow smuggling pic.twitter.com/4VQcks6YT3
— ANI (@ANI) July 21, 2018
इससे पहले राजस्थान के ही कोटा में मंगलवार रात को जयपुर से गायें खरीदकर ले जा रहे मध्य प्रदेश के एक डेरी व्यापारी और उनके ट्रक ड्राइवर को भीड़ ने गो तस्करी के संदेह में पीटा था.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक देवास के प्रवीण तिवारी ने बताया कि जयपुर से लौटते समय कोटा के हैंगिंग ब्रिज के पास एक टोल प्लाजा पर जब उनका ट्रक रुका तो टोल प्लाजा के कर्मचारियों समेत करीब 40 लोगों ने उन पर और उनके ड्राईवर पर हमला किया और जबरदस्ती ये कुबूल करवाने की कोशिश की कि वे मारने के लिए पशु ले जा रहे हैं.
पुलिस के पहुंचने के बाद इन दो व्यक्तियों को बचाया गया. मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है.
यह घटनाएं ऐसे समय में हुई हैं जब इसी हफ्ते देश की शीर्ष अदालत ने देश में बढ़ रही मॉब लिंचिंग और भीड़ द्वारा की पीट-पीटकर की जा रही हत्याओं पर संसद से एक नया कानून बनाने को कहा है.
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा था कि भीड़तंत्र को नहीं चलने दिया जा सकता और इससे सख्ती से निपटने की जरूरत है. अदालत ने यह भी कहा था कि राज्य ऐसी घटनाओं को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं.
कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद मॉब लिंचिंग की ‘कड़ी निंदा’ करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ऐसी घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था. उन्होंने कहा, ‘मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने की ज़िम्मेदारी राज्य सरकारों की है. वे प्रभावी कार्रवाई करें क्योंकि क़ानून और व्यवस्था राज्यों का विषय है.’
हालांकि कई भाजपा नेताओं में यह भी कहा था कि लिंचिंग से निपटने के लिए किसी नए कानून की ज़रूरत नहीं है. भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी का कहना था कि देश में हो रही पीट-पीटकर हत्या (लिंचिंग) की घटनाओं की वजह आर्थिक असामनता है और केंद्र इस पर अलग से कानून नहीं बनाएगा.
शीर्ष अदालत की टिप्पणी के बाद राजस्थान के गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने भी माना था कि गोरक्षा के नाम पर हो रही हत्याओं के लिए नया कानून लाने की जरूरत नहीं है.
ज्ञात हो कि अप्रैल 2017 में अलवर में ही 55 साल के पहलू खान की गो तस्करी के शक़ में पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी थी.
पहलू ख़ान के साथ पांच अन्य लोगों पर हमला किया गया था. वे लोग राजस्थान से पशु खरीदकर हरियाणा में अपने गांव ले जा रहे थे. उनके द्वारा खरीद के कागज दिखाने के बावजूद उन्हें बुरी तरह पीटा गया था. घटना के दो दिन बाद अस्पताल में पहलू खान ने दम तोड़ दिया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)