कथित गोरक्षकों की गुंडागर्दी, राजस्थान में एक की मौत

अलवर में विहिप और बजरंग दल से जुड़े लोगों ने गाय ले जाने वालों पर हमला कर दिया. गाय ख़रीदे जाने के दस्तावेज़ दिखाने के बाद भी बुरी तरह पीटा.

///

अलवर में विहिप और बजरंग दल से जुड़े लोगों ने गाय ले जाने वालों पर हमला कर दिया. गाय ख़रीदे जाने के दस्तावेज़ दिखाने के बाद भी बुरी तरह पीटा.

goraksha

सरकारें एक तरफ गोरक्षा पर आधा अधूरा और अराजक क़ानून बनाने में लगी हैं, दूसरी तरफ गोरक्षा दलों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे क़ानून अपने हाथ में लेकर न्याय कर रहे हैं. राजस्थान के अलवर में गोरक्षकों की पिटाई से एक व्यक्ति की मौत हो गई.

एनडीटीवी की ख़बर के मुताबिक,’ख़ुद को गोरक्षा दल से जुड़ा बताने वाले कुछ लोगों ने दो दिन पहले कई लोगों पर हमला कर दिया और बेरहमी से पिटाई की. एक व्यक्ति की इलाज़ के दौरान मौत हो गई. घटना शनिवार की है जब हरियाणा के रहने वाले 15 लोग छह गाड़ियों में गायों को लेकर जा रहे थे. उसी दौरान बहरोड के पास इन पर हमला कर दिया गया. मारपीट में 50 साल के पहलू खान (55) को गंभीर चोट लगी थी. सोमवार को उनकी मौत हो गई.’

इंडियन एक्सप्रेस अख़बार के मुताबिक, ‘पहलू ख़ान के साथ कम से कम पांच अन्य लोगों पर हमला किया गया था. जबकि उन्होंने कागज़ दिखाए थे कि उन्होंने गायें ख़रीदी हैं.’

अख़बार लिखता है कि बेहरोर पुलिस थाने के एसएचओ रमेश चंद सिनसिनवार के मुताबिक, ‘बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद से जुड़े गोरक्षकों ने शनिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग-8 पर जगुआस क्रॉसिंग पर चार गाड़ियां रुकवाईं और उनपर आरोप लगाया कि वे गो-तस्करी कर रहे हैं. यह गाड़ियां जयपुर से हरियाणा जा रही थीं. पांच लोगों को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया था.’ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है.

इंडियन एक्सप्रेस समेत कुछ अन्य मीडिया समूहों ने इस हमले की सूचना के साथ एक वीडियो भी साझा किया है जिसमें जयकारा लगाते गोरक्षक गाड़ी तोड़ते और पिटाई करते हुए दिख रहे हैं.

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में राजस्थान के गृह मंत्री जीसी कटारिया ने कहा, ‘पुलिस ने गो-तस्करों पर एफआईआर दर्ज कर ली है. व्यक्ति की मौत के मामले में भी एफआईआर हुई है. यह दोनों साइड से है. जब मालूम है कि राजस्थान से गो-तस्करी नहीं हो सकती, क़ानून बना हुआ है.’

एनडीटीवी के मुताबिक मंत्री कटारिया ने कहा, ‘समस्या दोनों तरफ से है. जब लोगों को मालूम है कि गो-तस्करी ग़ैरक़ानूनी है, लेकिन वे करते हैं. गोभक्तों इस अपराध में लिप्त लोगों को रोकने की कोशिश करते हैं. हालांकि, किसी का क़ानून हाथ में लेना ग़लत है. पुलिस दोनों पक्षों पर कार्रवाई करेगी.’

पिछले वर्ष गोरक्षकों के उत्पात पर सवाल उठे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बयान दिया था, ‘70-80 फीसदी गोरक्षक फ़र्ज़ी हैं. मैं हर किसी से कहना चाहता हूं कि इन फ़र्ज़ी गोरक्षकों से सावधान रहें. इन मुट्ठी भर गोरक्षकों का गाय संरक्षण से कोई लेना-देना नहीं है बल्कि वे समाज में तनाव और टकराव पैदा करना चाहते हैं. गोरक्षा के नाम पर ये फ़र्ज़ी गोभक्त देश की शांति और सौहार्द को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं. मैं चाहता हूं कि असली गोरक्षक फ़र्ज़ी गोरक्षकों का भंडाफोड़ करें. राज्य सरकारों को उनके ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए… मुझे ऐसे असामाजिक तत्वों पर बड़ा क्रोध आता है जो रात में अपराध करते हैं और दिन में गोरक्षक होने का नाटक करते हैं.’