भायखला जेल अधिकारियों ने क़ैदियों के बीमार होने के पीछे विषाक्त भोजन, दूषित जल या दवा का नुकसानदेह असर होने का संदेह जताया था. 20 जुलाई को एक साथ 81 महिला क़ैदियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
मुंबई: महाराष्ट्र की भायखला जेल में संदिग्ध विषाक्त भोजन के चलते नौ और क़ैदियों के बीमार पड़ने की बात सामने आई है. एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि पिछले चार दिनों में बीमार होने वाले क़ैदियों की कुल संख्या 104 हो गई है, जिनमें से ज्यादातर महिलाएं हैं.
मुंबई के जेजे हॉस्पिटल के मेडिकल अधीक्षक डॉ. संजय सुरासे ने बताया कि नौ मरीजों को पेट में दर्द और पानी की कमी की शिकायत के बाद बीते रविवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
भायखला जेल की 81 महिला क़ैदियों के 20 जुलाई को बीमार पड़ने के बाद सरकारी जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अधिकारियों ने क़ैदियों के बीमार होने के पीछे विषाक्त भोजन, दूषित जल या दवा का नुकसानदेह असर होने का संदेह जताया था.
शनिवार तक इसी तरह के लक्षणों की शिकायत के साथ बीमार क़ैदियों की संख्या 95 पर पहुंच गई थी.
सुरासे ने बताया कि ज्यादातर क़ैदियों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई लेकिन 13 महिलाओं समेत 15 क़ैदी अब भी अस्पताल में हैं.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 13 महिलाओं में से दो गर्भवती हैं.
सुरासे ने बताया कि क़ैदियों के बीमार होने का सही कारण पता लगाने के लिए जांच जारी है.
इससे पहले जेल के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा था कि क़ैदियों और स्टाफ को एंटी वायरल दवा दी गई थी, जिसके बाद कुछ क़ैदियों ने बेचैनी की शिकायत की.
जेल अधिकारियों ने कहा कि शीना बोरा हत्याकांड की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी भी भायखला जेल में बंद हैं लेकिन वह अस्पताल में भर्ती होने वाली क़ैदियों में शामिल नहीं हैं.
एक अधिकारी ने बताया कि क़ैदियों को दिए गए पानी और खाने के नमूनों की जांच की जा रही है.
इस जेल में 312 कैदी हैं. मुंबई की यह जेल पिछले साल एक क़ैदी मंजुला शेट्टे की मौत के बाद चर्चा में रही थी जिसकी मौत अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर पीटे जाने के कारण हुई थी.
मंजुला शेट्टे की मौत मामले में छह अधिकारियों की गिरफ्तारी हुई थी.