सोमवार को चीनी मीडिया के हवाले से ख़बर आई थी कि चीन कई देशों की करेंसी छाप रहा है जिसमें भारत समेत नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, मलेशिया और ब्राजील जैसे देश शामिल हैं.
नई दिल्ली: चीन में भारतीय करेंसी नोट छपवाने के मामले में केंद्र सरकार ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि ये बिल्कुल आधारहीन बात है. भारतीय मुद्रा आरबीआई की मुद्रा प्रेस में ही छपवाए जाते हैं और आगे भी छपवाए जाते रहेंगे.
Reports about any Chinese currency printing corporation getting any orders for printing Indian currency notes are totally baseless. Indian currency notes are being & will be printed only in Indian Govt & RBI currency presses: Subash Chandra Garg, Secy, Dept of Economic Affairs pic.twitter.com/b3zmp662Ay
— ANI (@ANI) August 13, 2018
आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि भारतीय मुद्रा नोट्स सिर्फ भारत सरकार और आरबीआई मुद्रा प्रेस में छपवाए जा रहे हैं और आगे भी छपवाए जाएंगे.
दरअसल सोमवार को चीनी मीडिया के हवाले से ख़बर आई थी कि चीन कई देशों की करेंसी छाप रहा है जिसमें नेपाल, श्रीलंका, बंग्लादेश, मलेशिया और ब्राजील जैसे देश शामिल हैं.
ये भी खबर थी कि चीन की करेंसी प्रिंटिंग कॉर्पोरेशन को भारतीय करेंसी नोट्स भी छापने का ऑर्डर मिला है. चीनी मीडिया ने सरकारी बैंकनोट प्रिंटर के शीर्ष अधिकारी के हवाले से ये ख़बर लिखी थी.
चीन बैंकनोट प्रिंटिंग और मिंटिंग निगम के चेयरमैन लियू गुईशेंग ने मई में चीन के केंद्रीय बैंक द्वारा संचालित एक द्वि-मासिक पत्रिका ‘चाइना फाइनेंस’ में एक लेख लिखा था, जिसमें उन्होंने बताया था कि 2015 में चीन को नेपाल की करेंसी छापने का ऑर्डर मिला है.
उन्होंने लिखा कि चीन को नेपाल से 100 रुपये, 1000 रुपये और पांच रुपये के नोट छापने का मौका मिला है. लियू ने लिखा कि चीन को थाइलैंड, बांग्लादेश, श्रीलंका, मलेशिया, ब्राजील और पोलैंड जैसे देशों समेत कई देशों की करेंसी छापने का मौका मिला है.
हांगकांग की साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, ‘चीन बैंकनोट प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉर्पोरेशन ने पुष्टि की है कि देश भर में पैसा उत्पादन संयंत्र इस वर्ष सरकार द्वारा असामान्य रूप से निर्धारित किए गए ऊंचे स्तर को पाने के लिए पूर्ण क्षमता पर चल रहे थे.’
चीन बैंकनोट प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉर्पोरेशन’ का मुख्यालय बीजिंग में है और ये खुद को दुनिया का सबसे बड़ा मनी प्रिंटर मानता है. चीनी मीडिया के मुताबिक, 18,000 से अधिक कर्मचारियों के साथ यह कॉर्पोरेशन पेपर नोट्स और सिक्कों के उत्पादन के लिए 10 से अधिक संरक्षित सुविधाएं चलाता है.
(समाचार एजेंसी पीटीआई से इनपुट के साथ)