बांग्लादेश की ओर से अभिनेता इरफ़ान ख़ान की फिल्म ‘डूब’ ऑस्कर के लिए जाएगी

अभिनेता आदिल हुसैन और एकावली खन्ना की फिल्म ‘वॉट विल पीपल से’ आॅस्कर फिल्म पुरस्कार समारोह में नार्वे का प्रतिनिधित्व करेगी. भारत की ओर से आॅस्कर के लिए विदेशी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म श्रेणी के लिए ‘विलेज रॉकस्टार्स’ का चयन किया गया है.

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बांग्लादेशी फिल्म ‘डूब: नो बेड आॅफ रोज़ेज़’ का पोस्टर. (फोटो साभार: BollywoodBee)

अभिनेता आदिल हुसैन और एकावली खन्ना की फिल्म ‘वॉट विल पीपल से’ आॅस्कर फिल्म पुरस्कार समारोह में नार्वे का प्रतिनिधित्व करेगी. भारत की ओर से आॅस्कर के लिए विदेशी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म श्रेणी के लिए ‘विलेज रॉकस्टार्स’ का चयन किया गया है.

बांग्लादेशी फिल्म ‘डूब: नो बेड आॅफ रोज़ेज़’ का पोस्टर. (फोटो साभार: BollywoodBee)
बांग्लादेशी फिल्म ‘डूब: नो बेड आॅफ रोज़ेज़’ का पोस्टर. (फोटो साभार: BollywoodBee)

लॉस एंजिल्स: अभिनेता इरफ़ान ख़ान की फिल्म ‘डूब: नो बेड आॅफ रोज़ेज़’ को बांग्लादेश ने आधिकारिक रूप से ऑस्कर पुरस्कारों की प्रविष्टि के तौर पर भेजने का फैसला लिया है.

हॉलीवुड रिपोर्टर की ख़बर के अनुसार, मुस्तफ़ा सरवर फ़ारूकी के निर्देशन में बनी इस फिल्म पर शुरुआत में बांग्लादेश में प्रतिबंध लगाया गया था. हालांकि, अब यह 91वें अकादमी पुरस्कारों में विदेशी भाषा में बनी सर्वश्रेष्ठ फिल्म के रूप में प्रतिस्पर्धा करेगी.

बांग्लादेश आॅस्कर कमेटी ने इस फिल्म का चयन किया है. बांग्लादेश के दिवंगत लेखक और फिल्मकार हुमायूं अहमद के जीवन पर बने होने की ख़बरों के कारण ‘डूब’ विवादों में रही थी.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, विवाद के बाद इस फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. कहा गया कि यह फिल्म लेखक और फिल्मकार हुमायूं अहमद की ज़िंदगी पर आधारित है, जिन्होंने 27 साल शादी के बाद पत्नी को तलाक़ देकर 33 साल छोटी अभिनेत्री से शामिल कर ली थी.

फ़ारूकी ने फिल्म के जीवनी पर आधारित होने से इनकार किया था. बाद में बांग्लादेशी सेंसर बोर्ड ने उसे मंज़ूरी दे दी थी. 27 अक्टूबर, 2017 को इसे रिलीज़ किया गया था. बांग्लादेश के अलावा फिल्म को भारत, फ्रांस और आॅस्ट्रेलिया में रिलीज़ किया गया था.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, फ़ारूकी ने बताया है कि वास्तविक जीवन की घटनाओं से प्रेरित होकर इस फिल्म को बनाया गया है. यह फिल्म बांग्लादेश के जल्द अनुमान पर पहुंचने वाले मुस्लिम समाज और इस समाज में निराशा के बीच महिलाएं कैसे अपनी ताक़त पाती हैं, की कहानी है.

यह फिल्म एक सफल फिल्मकार की कहानी है जो उस वक़्त मुश्किल में पड़ जाता है जब अपनी बेटी के बचपन के दोस्त से मुलाक़ात करता है, जिस पर पूरे देश में बवाल मच जाता है.

फिल्म में इरफ़ान ख़ान मुख्य भूमिका में हैं. इरफ़ान फिल्म के को-प्रोड्यूसर भी हैं. फिलहाल वह लंदन में न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर का इलाज करा रहे हैं.

भारत और बांग्लादेश के दोनों देशों प्रोड्यूसर इस फिल्म का निर्माण कर रह हैं. फिल्म में बांग्लादेशी कलाकार रूकैया प्राची, इरफ़ान ख़ान की पत्नी बनी हैं और नुसरत इमरोज़ तिशा उनकी बेटी की भूमिका में है. भारतीय अभिनेत्री पार्णो मित्रा फिल्म में नुसरत की दोस्त की भूमिका में नज़र आएंगी.

ऑस्कर अवार्ड समारोह का आयोजन 24 फरवरी, 2019 को होना है.

नार्वे की ओर से अभिनेता आदिल हुसैन और एकावली खन्ना की फिल्म आॅस्कर जाएगी

इससे पहले अभिनेता आदिल हुसैन और अभिनेत्री एकावली खन्ना की फिल्म ‘वॉट विल पीपल से’ का चयन नार्वे की ओर से विदेशी भाषा श्रेणी में अकादमी अवॉर्ड समारोह में भेजने के लिए चुना जा चुका है.

फिल्म की निर्देशक इरम हक़ हैं. ‘वॉट विल पीपल से’ पाकिस्तान के एक शरणार्थी परिवार की कहानी है जिनकी बेटी नार्वे के एक लड़के से प्यार कर बैठती है.

मालूम हो कि असम की फिल्म निर्देशक रीमा दास की राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म ‘विलेज रॉकस्टार्स’ को 91वें अकादमी पुरस्कारों में विदेशी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म की श्रेणी में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया है.

यह फिल्म असम के छायगांव, जो कि फिल्मकार रीमा दास का अपना गांव भी है, में रहने वाली गरीबी में पली-बढ़ी लड़की धुनू की कहानी है जो एक रॉक बैंड बनाने और किसी दिन अपना इलेक्ट्रॉनिक गिटार हासिल करने के अपने सपने से पीछे नहीं हटती.

फिल्म में बनीता दास, बसंती दास और मानबेंद्र दास ने मुख्य भूमिकाओं में हैं. असमी भाषा की यह फिल्म पिछले साल ही बनकर तैयार हो गई थी और तकरीबन एक साल बाद इस महीने की 28 तारीख़ का रिलीज़ होने वाली है.

 (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)