आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट द्वारा देश के दो गिरिजाघरों पर किए गए शक्तिशाली बम हमलों के बाद राष्ट्रपति ने घोषणा की.
काहिरा: मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सीसी ने देश में तीन माह के आपातकाल की घोषणा कर दी है. साथ ही विशेष सैन्य बलों को आदेश दिए हैं कि वे देश के अहम प्रतिष्ठानों की सुरक्षा करें.
सीसी ने यह आदेश आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट द्वारा गिरिजाघरों पर किए गए दो शक्तिशाली बम हमलों के बाद जारी किया है. उन हमलों में कम से कम 45 लोग मारे गए थे और 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे.
सीसी ने रविवार देर रात टीवी पर जारी एक संक्षिप्त संदेश के ज़रिये देशभर में तीन माह के आपातकाल की घोषणा की. यह घोषणा पाम संडे के अवसर पर अल्पसंख्यक कॉप्टिक ईसाइयों को निशाना बनाकर किए गए विस्फोटों के बाद की गई. पाम संडे ईसाई कैलेंडर के पवित्रतम दिनों में से एक है.
स्थानीय ख़बरों के अनुसार, इससे पहले सीसी ने दोपहर के समय राष्ट्रीय रक्षा परिषद की एक बैठक बुलाई. राष्ट्रपति की अध्यक्षता वाली इस बैठक में प्रधानमंत्री, संसद के स्पीकर, रक्षा मंत्री और मिस्र सैन्य बलों के कमांडर मौजूद थे. यह पांच माह में हुई ऐसी दूसरी बैठक थी.
उन्होंने कहा कि आतंकवाद और चरमपंथ से लड़ने के लिए एक उच्च परिषद की भी स्थापना की जाएगी.
मिस्र की सरकार ने अपनी शुरुआती प्रतिक्रिया में विशेष सैन्य बलों को देशभर के अहम सरकारी प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के आदेश दिए हैं और अधिक हमलों की आशंकाओं को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है.
आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने बीते रविवार को तांता और एलेक्ज़ेंड्रिया शहरों के दो गिरिजाघरों पर किए गए बम धमाकों की जिम्मेदारी ली थी. इन हमलों में कम से कम 45 लोग मारे गए थे और लगभग 120 लोग घायल हो गए थे. हमलों के समय श्रद्धालु पाम संडे मनाने के लिए एकत्र हुए थे.
रविवार को मिस्र के तांता शहर के सेंट जॉर्ज कॉप्टिक चर्च में हुए बम धमाके में 29 लोग मारे गए. इसके बाद इसके एक अन्य शहर एलेक्ज़ेंड्रिया के सेंट मार्क कॉप्टिक चर्च में हुए बम धमाकों में 16 लोग मारे गए थे. इन दोनों हमलों की ज़िम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है. यह आतंकी संगठन मिस्र में कॉप्टिक चर्चों को पहले भी निशाना बना चुका है. पिछले साल दिसंबर में काहिरा के सबसे बड़े कॉप्टिक चर्च में हुए धमाकों में 25 लोग मारे गए थे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)