#मीटू: भाजपा नेता बोलीं, महिला पत्रकार इतनी मासूम नहीं कि उनका फायदा उठाया जा सके

मध्य प्रदेश में भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष लता केलकर ने मंत्री और पूर्व संपादक एमजे अकबर पर महिला पत्रकारों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर कहा कि पत्रकार बहनों को मैं इतना मासूम नहीं मानती कि कोई उनका ग़लत फायदा उठा ले.

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मध्य प्रदेश में भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष लता केलकर (फोटो साभार: एएनआई)

मध्य प्रदेश में भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष लता केलकर ने मंत्री और पूर्व संपादक एमजे अकबर पर महिला पत्रकारों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर कहा कि पत्रकार बहनों को मैं इतना मासूम नहीं मानती कि कोई उनका ग़लत फायदा उठा ले.

मध्य प्रदेश में भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष लता केलकर (फोटो साभार: एएनआई)
मध्य प्रदेश में भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष लता केलकर (फोटो साभार: एएनआई)

बीते कई दिनों से विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाएं #मीटू मुहिम के तहत अपने साथ हुए शोषण के बारे में लिख रही हैं. इस क्रम में विदेश राज्यमंत्री और पूर्व संपादक एमजे अकबर पर उनकी पूर्व सहकर्मियों सहित करीब 10 महिलाओं ने यौन उत्पीड़न और प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं.

इस बारे में गुरुवार को पत्रकारों ने मध्य प्रदेश भाजपा के महिला विंग की अध्यक्ष लता केलकर से सवाल किया, जिसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘वो पूर्व में पत्रकार थे और जितना मैंने अख़बारों में पढ़ा है जिन महिलाओं ने उन पर आरोप लगाए हैं वो भी सब पत्रकार हैं. तो पत्रकार बहनों को मैं इनोसेंट (मासूम) महिला नहीं कहती कि जिनका कोई ग़लत इस्तेमाल कर ले.’

मीटू मुहिम के बारे में उन्होंने कहा, ‘मैं इस अभियान का स्वागत करती हूं और मैं मानती हूं कि महिलाओं को कम से कम इतना साहस दिया है कि वो अपने ऊपर हुए ज़ुल्म को या उनके समझ में जो (ज़ुल्म) है, आज वो जुल्म हो गया है, वो कह सकती हैं. क्योंकि कहना हमारे लिए अभी  प्राथमिकता है कि महिलाएं अपनी बात कहें.’

मालूम हो कि मीटू मुहिम के तहत मीडिया, मनोरंजन क्षेत्र की विभिन्न महिलाओं ने अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न के अनुभव साझा किए हैं. भाजपा नेता और पत्रकार के रूप में लंबा अनुभव रख चुके एमजे अकबर पर उनकी पूर्व सहयोगियों सहित कई महिलाओं ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं. हालांकि अकबर और केंद्र सरकार की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है.

मंगलवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी इस बारे में पत्रकारों के सवाल का कोई जवाब नहीं दिया. हालांकि महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा है कि किसी के भी खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए क्योंकि आमतौर पर महिलाएं इस बारे में बोलने से डरती हैं.

गुरुवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अकबर पर लगे आरोपों पर कोई टिप्पणी करने से मना किया. उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘जिनके ऊपर ये आरोप हैं, वे बेहतर तरीके से इस बारे में बता सकेंगे.’

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार उन्होंने यह भी कहा कि मैं मीडिया की सराहना करती हूं कि वे अपनी महिला सहयोगियों के साथ हैं… कोई भी व्यक्ति जो इस तरह सामने आकर अपनी बात कहे तो उसे शर्मिंदा नहीं करना चाहिए  न मज़ाक बनाना चाहिए.

उन्होंने यह भी कहा, ‘महिलाएं इसलिए काम पर नहीं जातीं कि उनका शोषण हो. वे अपने सपनों को जीने, अपने लिए एक इज्जतदार जिंदगी बनाने के लिए काम पर जाती हैं. मुझे उम्मीद है कि ये सभी महिलाएं जो सामने आकर बोल रही हैं, उन्हें उचित न्याय मिलेगा.’