छात्र नेता अच्युतानंद शुक्ला की विभिन्न मामलों में पुलिस को तलाश थी. उन पर 25 हज़ार रुपये का ईनाम भी घोषित था.
इलाहाबाद: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र नेता अच्युतानंद शुक्ला उर्फ सुमित की बुधवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि विश्वविद्यालय के पीसीबी छात्रावास में जन्मदिन की पार्टी के दौरान अच्युतानंद शुक्ला को गोली मारी गई. शुक्ला को गंभीर हालत में स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई.
उन्होंने बताया कि 30 वर्षीय अच्युतानंद शुक्ला विभिन्न मामलों में वांछित था और उस पर 25,000 रुपये का ईनाम घोषित था. मृतक के रिश्तेदार अभिमन्यु शुक्ला की तहरीर पर आशुतोष त्रिपाठी, हरिकेश मिश्रा और सौरभ सिंह उर्फ प्रिंस के ख़िलाफ़ नामज़द रिपोर्ट दर्ज कराई गई है.
इस घटना से इलाहाबाद विश्वविद्यालय में तनाव व्याप्त है और एहतियातन पीएसी और आरपीएफ को तैनात कर दिया गया है. पुलिस आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार देर रात करीब डेढ़ बजे सीएमपी डिग्री कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी और छात्रनेता अच्युतानंद शुक्ला के बीच किसी बात पर विवाद हो गया. मामला हाथापाई तक पहुंचा लेकिन अन्य छात्रों ने मामला शांत करा दिया.
इसके कुछ देर बाद दोनों आपस में गले मिले तभी आशुतोष ने अच्युतानंद के पीठ में गोली मार दी. घटना के बाद आरोपी आशुतोष अपने दो सहयोगियों के साथ मौके से फ़रार हो गया. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. घायल अच्युतानंद को हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया.
रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर महीने में छात्रसंघ चुनाव के दौरान हुई बमबाज़ी की एक घटना के बाद पुलिस ने चार छात्रनेताओं पर 25-25 हज़ार रुपये का इनाम घोषित किया था, जिसमें मारे गए अच्युतानंद शुक्ला का नाम भी शामिल था.
कर्नलगंज थाना के एक अधिकारी ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे मृतक के गांव तरबगंज, जिला गोंडा भेज दिया गया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)