हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल की 185 मीटर ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू आॅफ यूनिटी’ का अनावरण किया. राम की प्रस्तावित मूर्ति ‘स्टैच्यू आॅफ यूनिटी’ से बड़ी होगी.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी सरकार ने शनिवार रात अयोध्या में राम की 221 मीटर ऊंची प्रतिमा के निर्माण को मंज़ूरी दे दी है. कहा जा रहा है कि यह प्रतिमा दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी.
अयोध्या स्थित सरयू नदी के तट पर प्रस्तावित इस मूर्ति की ऊंचाई 151 मीटर रखी गई है. इसके ऊपर तकरीबन 20 मीटर का छत्र लगाया जाएगा और मूर्ति का आधार तकरीबन 50 मीटर का होगा. इस तरह मूर्ति की कुल ऊंचाई का अनुमान 221 मीटर लगाया है.
अतिरिक्त मुख्य सचिव (सूचना) अवनीश अवस्थी ने यह जानकारी दी.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य सरकार की ओर जारी आधिकारिक जानकारी में कहा गया है कि मूर्ति के 50 मीटर आधार में एक संग्रहालय के निर्माण का प्रस्ताव रखा गया है, जिसमें अयोध्या और राम जन्म का इतिहास के अलावा इक्ष्वाकु वंश की जानकारी यानी राजा मनु से अभी राम जन्मभूमि की स्थिति की जानकारी होगी.
शनिवार रात मध्य प्रदेश के चुनावी दौरे से लखनऊ लौटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर बैठक कर इस प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी.
योगी सरकार के आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया, ‘प्रस्तावित मूर्ति के लिए ज़मीन, मिट्टी का परीक्षण और विंड टनल का परीक्षण शुरू हो चुका है.’
मालूम हो कि बीते 31 अक्टूबर को गुजरात के नर्मदा ज़िले के साधु बेट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 185 मीटर ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू आॅफ यूनिटी’ का अनावरण किया था.
अयोध्या में राम की प्रस्तावित मूर्ति सरदार पटेल की ‘स्टैच्यू आॅफ यूनिटी’ से बड़ी होगी.