भरतपुर ज़िले के डीग-कुम्हेर से कांग्रेस प्रत्याशी विश्वेंद्र सिंह ने ईवीएम से छेड़छाड़ और उसकी सुरक्षा को लेकर ढिलाही बरते जाने का आरोप लगाया था. शनिवार रात कांग्रेसियों और पुलिस ईवीएम को लेकर हुआ था विवाद. विश्वेंद्र सिंह के ख़िलाफ़ केस दर्ज.
ईवीएम की सुरक्षा को लेकर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सवाल उठने के बाद राजस्थान में भी विवाद शुरू हो गया है. मामला राजस्थान के भरतपुर का है. ज़िले डीग-कुम्हेर से कांग्रेस प्रत्याशी विश्वेंद्र सिंह ने ईवीएम से छेड़छाड़ और इसकी सुरक्षा को लेकर ढिलाही बरते जाने का आरोप लगाया है. पुलिस और कांग्रेसियों के बीच हुए विवाद के बाद भरतपुर एसपी को छुट्टी पर भेज दिया गया है.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, बीती शनिवार की रात कांग्रेस ने ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाया था. इसे लेकर भरतपुर के एमएसजे कॉलेज मतगणना स्थल पर काफी देर तक हंगामा हुआ.
रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान पुलिस और कांग्रेसियों के बीच झड़प भी हुई. आरोप है कि मौके पर एसपी केसर सिंह ने हंगामा कर रहे लोगों को डराने के लिए गोली चलाने की धमकी दी थी.
कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं डीग-कुम्हेर से प्रत्याशी विश्वेंद्र सिंह ने पुलिस पर बिके होने तथा गड़बड़ी करने का आरोप लगाया. साथ ही कहा था कि एसपी केसर सिंह को हटाया जाए. उन्होंने कहा था कि एसपी को नहीं हटाया तो मतगणना नहीं होने दी जाएगी.
रिपोर्ट के अनुसार, इस बयान के बाद प्रशासन हरकत में आ गया. आईजी पुलिस मालिनी अग्रवाल के साथ विश्वेंद्र सिंह, भरतपुर से रालोद-कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष गर्ग, भारत वाहिनी पार्टी के गिरधारी तिवारी और कामां से कांग्रेस उम्मीदवार जाहिदा ख़ान भी मौके पर पहुंच गए.
वहीं दैनिक भास्कर से बातचीत में ज़िला निर्वाचन अधिकारी संदेश नायक ने बताया कि पर्याप्त सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं. ईवीएम को बदले जाने या उससे छेड़छाड़ की आशंका निराधार है. यह कोई इश्यू नहीं है. जो आरोप लगाए गए हैं वो गलत हैं.
शनिवार के विवाद के बाद रविवार को कांग्रेस प्रत्याशी विश्वेंद्र सिंह और पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारियों के बीच वार्ता के बाद भरतपुर में ईवीएम से छेड़छाड़ मामला शांत हो गया.
राजस्थान पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार, विरोध को देखते हुए एसपी केसर सिंह को तीन दिन की छुट्टी पर भेज दिया गया है और मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. इसके अलावा ज़िला प्रशासन में कांग्रेस प्रत्याशी विश्वेंद्र सिंह, उनके बेटे अनिरूद्ध सिंह और उनके समर्थकों के ख़िलाफ़ शासकीय कार्य में बाधा डालने के लिए केस दर्ज कराया गया है.
The ballot unit has been kept in strong room in Kishanganj, Rajasthan. #RajasthanElections https://t.co/DGapa8WMaU
— ANI (@ANI) December 8, 2018
इससे पहले बीते सात दिसंबर की रात में राजस्थान के बारां ज़िले के किशनगंज विधानसभा क्षेत्र से एक बैलेट यूनिट (ईवीएम और संबंधित उपकरण) सड़क पर लावारिस पड़ा मिला. इस संबंध में दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया था.
बारां की शाहबाद तहसील के हाइवे पर यह बैलेट यूनिट पड़ा हुआ था. ज़िला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्लर डॉ. एसपी सिंह ने मामले में संज्ञान लेते हुए शाहबाद तहसील के कर्मचारी अब्दुल रफ़ीक़ और पटवारी नवल किशोर को लापरवाही बरतने की वजह से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था.