फिल्म के ट्रेलर में नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी द्वारा बोले गए एक संवाद पर दक्षिण भारतीय फिल्म अभिनेता सिद्धार्थ ने जताई आपत्ति. सेंसर बोर्ड भी दक्षिण भारतीय लोगों से जुड़े दो डायलॉग और बाबरी मस्जिद से जुड़े एक डायलॉग पर जता चुका है आपत्ति.
मुंबई: शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की ज़िंदगी पर आधारित फिल्म ठाकरे का ट्रेलर बुधवार को जारी होने के साथ ही विवादों में आ गया.
फिल्म का ट्रेलर हिंदी और मराठी में जारी किया गया है. फिल्म के मराठी ट्रेलर में बाल ठाकरे का किरदार निभा रहे नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी के एक डायलॉग को लेकर आपत्ति जताई जा रही है.
फिल्म के ट्रेलर में नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी कह रहे हैं, ‘उठाओ लुंगी, बजाओ पुंगी’ इसे दक्षिण भारत के लोगों के ख़िलाफ़ कहा जा रहा है.
इस डायलॉग के तुरंत बाद ट्रेलर में उडुपी कॉफी हाउस दिखाया गया है, जिसके बाहर कुछ लोग लुंगी पहने नज़र आ रहे हैं, जिन पर हमला होता है. कुछ लोगों को रेस्टोरेंट का शीशा तोड़ते हुए दिखाया गया है.
इसके अलावा ट्रेलर में एक जगह युवा बाल ठाकरे के रोल में नज़र आ रहे नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी एक दक्षिण भारतीय पुरुष से रास्ते में टकरा जाते हैं तो वह व्यक्ति नाराज़ होकर उनसे कहता है कि दिखता नहीं क्या? इसकी प्रतिक्रिया में नवाज़ अपना जूता निकालने की कोशिश में नज़र आ रहे हैं.
बहरहाल ‘उठाओ लुंगी, बजाओ पुंगी’ डायलॉग को लेकर दक्षिण भारतीय फिल्मों के अभिनेता सिद्धार्थ ने आपत्ति जताई है. इसे लेकर उन्होंने ट्विटर पर एक पोस्ट भी साझा किया है.
सिद्धार्थ ने ट्विटर पर लिखा है, ‘फिल्म में नवाज़ुद्दीन उठाओ लुंगी बजाओ पुंगी बोल रहे हैं, जो स्पष्ट रूप से दक्षिण भारतीयों का अपमान है. फिल्म में ऐसी बात कहने वाले का महिमामंडन किया गया है.’
https://twitter.com/Actor_Siddharth/status/1077980147251331073
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, ‘क्या आप इस भ्रामक प्रचार प्रसार से पैसा कमाने की योजना बना रहे हैं. घृणा को बेचना बंद कीजिए.’
मालूम हो कि यह डायलॉग हिंदी ट्रेलर में शामिल नहीं किया गया है.
सिद्धार्थ तमिल, तेलुगू, मलयालम समेत हिंदी भाषा की फिल्मों में काम कर चुके हैं. वह आमिर ख़ान की फिल्म रंग दे बंसती में नज़र आ चुके हैं. निर्देशक दीपा मेहता की अंग्रेज़ी फिल्म मिडनाइट्स चिल्ड्रेन के अलावा वह साल 2013 में आई फिल्म चश्म-ए-बद्दूर में भी काम कर चुके हैं.
सिद्धार्थ के अलावा सैडी नाम के एक ट्विटर हैंडल से कहा गया है, ‘ट्रेलर अच्छा है, लेकिन तथ्यों का आसानी से पचाया नहीं जा सकता. बाल ठाकरे का चरित्र चित्रण एक हीरो की तरह किया जाने वाला है.’
Trailer good but cannot digest the fact that #Thackeray is going to be projected as a Hero here
— Saddy (@king_sadashiva) December 26, 2018
सिद्धार्थ जैन नाम के एक युवक ने ट्वीट कर लिखा है, ‘ऐसा लगता है कि फिल्म के ट्रेलर के मराठी संस्करण में घृणा का महिमामंडन किया गया है. हिंदी और मराठी ट्रेलर में अलग-अलग बातों को दिखाया गया है.’
I understand a biopic should not be whitewashed. But the marathi version of the trailer seems to be glorifying hatred. Appalled at the different narratives of both versions. #Thackeray #ThackerayTrailer
— Siddharth Jain (@SiddhJain28) December 26, 2018
ग्रंबल बी (@sumit_roy_) नाम के हैंडल से कहा गया है, ‘मुझे लगता था कि संजू फिल्म बेइमानी भरे प्रोपेगेंडा फिल्ममेकिंग का चरम थी, फिर मैंने ठाकरे फिल्म का ट्रेलर देखा.’
https://twitter.com/sumit_roy_/status/1077929449042128897
अभिनेत्री रिचा चड्ढा ने भी एक ट्वीट कर कहा है, ‘अरे ई हमरा फैजल तो बाईपोलर निकला बे!’ मालूम हो कि नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी रिचा चड्ढा के साथ फिल्म गैंग्स आॅफ वासेपुर में नज़र आए थे. नवाज़ुद्दीन ने फिल्म में उनके बेटे फैज़ल का किरदार निभाया था.
https://twitter.com/RichaChadha/status/1078231271027892225
बहरहाल फिल्म के तीन डायलॉग को लेकर सेंसर बोर्ड ने आपत्ति जताई है. इसमें से दो डायलॉग दक्षिण भारत के लोगों पर की गई टिप्पणी और एक डायलॉग बाबरी मस्जिद से जुड़ा हुआ है.
फिल्म ठाकरे के एक प्रोड्यूसर शिवसेना सांसद संजय राउत हैं. फिल्म का निर्देशन आदित्य पानसे ने किया है. फिल्म में बाल ठाकरे की पत्नी मीनाताई का किरदार अभिनेत्री अमृता राव निभा रही हैं.
फिल्म 23 जनवरी 2019 को बाल ठाकरे के जन्मदिवस पर रिलीज़ होने की संभावना है.