फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ को लेकर भाजपा-कांग्रेस के बीच ज़बानी जंग

भाजपा के आधिकारिक फेसबुक और ट्विटर एकाउंट पर फिल्म का ट्रेलर साझा किया गया. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि फिल्म पार्टी के ख़िलाफ़ भाजपा का दुष्प्रचार है. महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस ने रिलीज़ से पहले स्पेशल स्क्रीनिंग की मांग की. मध्य प्रदेश सरकार ने फिल्म पर प्रतिबंध की ख़बर को ग़लत बताया.

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फिल्म द एक्सीडेंटर प्राइम मिनि​स्टर का पोस्टर. (फोटो साभार: फेसबुक)

भाजपा के आधिकारिक फेसबुक और ट्विटर एकाउंट पर फिल्म का ट्रेलर साझा किया गया. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि फिल्म पार्टी के ख़िलाफ़ भाजपा का दुष्प्रचार है. महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस ने रिलीज़ से पहले स्पेशल स्क्रीनिंग की मांग की. मध्य प्रदेश सरकार ने फिल्म पर प्रतिबंध की ख़बर को ग़लत बताया.

फिल्म द एक्सीडेंटर प्राइम मिनिस्टर का पोस्टर. (फोटो साभार: फेसबुक)
फिल्म द एक्सीडेंटर प्राइम मिनिस्टर का पोस्टर. (फोटो साभार: फेसबुक)

भोपाल/नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर आधारित फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ पर प्रतिबंध नहीं लगाया है. इस फिल्म में मनमोहन सिंह का किरदार अभिनेता अनुपम खेर ने निभाया है.

मध्य प्रदेश सरकार के जनसंपर्क विभाग द्वारा इस संबंध में चल रही अफवाहों को शांत करने के लिए ट्विटर पर सूचना जारी की गई है कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है. विभाग ने कहा कि मीडिया में चल रही फिल्म पर प्रतिबंध की खबर भ्रामक और ग़लत है.

गौरतलब है कि यह फिल्म 2019 के लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले 11 जनवरी को रिलीज़ होने वाली है. फिल्म में तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने के आरोप के साथ इस फिल्म पर विवाद पैदा हो गया है.

कुछ समाचार माध्यमों ने ख़बर दी है कि प्रदेश में फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके बाद सरकार की ओर से इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करते हुए यह सूचना जारी की गई है.

मालूम हो कि इस फिल्म का ट्रेलर बीते 27 दिसंबर को जारी हुआ है. जिसके बाद से भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हैं. कांग्रेस ने इसे भ्रामक प्रचार बताया है तो भाजपा की ओर से कहा गया है कि यह कहानी है कि कैसे एक परिवार ने देश को 10 साल तक बंधक बनाकर रखा.

यह फिल्म 2004 से 2008 तक मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू की इसी नाम से आई किताब पर आधारित है.

फिल्म में अक्षय खन्ना संजय बारू की भूमिका में नज़र आएंगे. जर्मन अभिनेत्री सुज़ैन बर्नर्ट सोनिया गांधी बनी हैं, जबकि अहाना कुमड़ा प्रियंका गांधी और अर्जुन माथुर राहुल गांधी के किरदार में नज़र आएंगे.

फिल्म के निर्देशक विजय रत्नाकर गुट्टे हैं. यह उनकी पहली फिल्म है. बता दें कि बीते अगस्त महीने में विजय रत्नाकर गुट्टे को 34 करोड़ रुपये से ज़्यादा की वस्तु एवं सेवा कर (जीसीटी) धोखाधड़ी मामले में गिरफ़्तार किया गया था.

गुट्टे चीनी कारोबार से जुड़े उद्योगपति रत्नाकर गुट्टे के बेटे हैं. रत्नाकर गुट्टे ने 2014 में महाराष्ट्र के परभणी ज़िले के गंगाखेड़ से भाजपा गठबंधन की तरफ से 2014 का विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उनकी हार हो गई थी.

संजय बारू द्वारा लिखी गई किताब. (फोटो साभार: फेसबुक)
संजय बारू द्वारा लिखी गई किताब. (फोटो साभार: फेसबुक)

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार गुट्टे की गिरफ़्तारी ऐसे समय हुई है जब उनके पिता की कंपनी पर 5,500 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी का आरोप लगा है.

इधर, भाजपा के आधिकारिक फेसबुक और ट्विटर एकाउंट से फिल्म के ट्रेलर को साझा किया गया है. इसके बाद से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की ओर से भाजपा पर निशाना साधा गया है. भाजपा की ओर से इसका बचाव करते हुए कहा गया है कि इन पार्टियों के लिए फिल्मों का प्रमोशन करना नया नहीं है.

पार्टी ने राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल द्वारा पंजाब में नशे की समस्या पर आधारित फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ से जुड़े ट्वीट की याद दिलाई. उस वक़्त भाजपा के सहयोगी अकाली दल की पंजाब में सरकार थी.

द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर भाजपा का दुष्प्रचार: कांग्रेस

कांग्रेस नेताओं ने अनुपम खेर अभिनीत फिल्म ‘एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ को अपनी पार्टी के ख़िलाफ़ भाजपा का दुष्प्रचार क़रार दिया तथा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस फिल्म को लेकर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा का यह दुष्प्रचार काम नहीं करेगा और सच की जीत होगी.

फिल्म से जुड़े भाजपा के एक ट्वीट के जवाब में कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘भाजपा का यह दुष्प्रचार हमें मोदी सरकार से ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं, बेरोज़गारी, नोटबंदी का त्रासदी, जीएसटी को गलत ढंग से लागू करने, अर्थव्यवस्था की स्थिति और भ्रष्टाचार पर मोदी सरकार से सवाल करने से नहीं रोक सकता.’

उधर, कांग्रेस के 134वें स्थापना दिवस कार्यक्रम के दौरान नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय जब पत्रकारों ने इस फिल्म के बारे में पूछा तो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कोई टिप्पणी नहीं की.

राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के ख़िलाफ़ यह दुष्प्रचार काम नहीं करेगा तथा सच की जीत होगी. पार्टी नेता पीएल पूनिया ने कहा कि यह अपनी नाकामी छिपाने के लिए मोदी सरकार की ओर से अपनाया गया हथकंडा है.

महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस ने फिल्म रिलीज़ होने से पहले स्क्रीनिंग की मांग की

इधर, महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस ने तल्ख़ लहजे में कहा कि फिल्म रिलीज होने से पहले वे इसकी स्क्रीनिंग चाहते हैं और अगर उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो इस फिल्म को देश में कहीं भी रिलीज़ नहीं होने दिया जाएगा.

यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष अमरीश पांडेय ने कहा, ‘महाराष्ट्र इकाई की ओर फिल्म के निर्माताओं को विशेष स्क्रीनिंग कराने को कहा गया है. अगर स्क्रीनिंग नहीं की गई है तो हम अदालत जाएंगे.’

वहीं फिल्म में मनमोहन सिंह का किरदार निभा रहे अनुपम खेर में कहा कि यह मेरा अब तब का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है.

अनुपम खेर ने कहा है, ‘यह एक राजनीतिक फिल्म है, इसलिए शुरुआत में मैं इसे करना नहीं चाहता था. फिर एक दिन मैंने मनमोहन सिंह को टीवी पर देखा और इस फिल्म को चुनौती के रूप में स्वीकार किया.’

खेर ने इस बात की पुष्टि की कि कांग्रेस के लिए खास स्क्रीनिंग नहीं की जाएगी. सिर्फ एक व्यक्ति जिसे मैं यह फिल्म दिखाना चाहूंगा वह डॉ. मनमोहन सिंह हैं, जिनकी भूमिका मैंने फिल्म में निभाई है.

 

फिल्म को लेकर शुरू हुए विवाद पर उन्होंने कहा कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मामला है. उन्होंने कहा, ‘मेरिल स्ट्रीप जब मारग्रेट थेचर की भूमिका निभाती हैं और बेन किंगस्ले जब गांधी की भूमिका निभाते हैं और डेनियल डे ल्यूइस अब्राहम लिंकन की भूमिका निभाते हैं तो उन्हें आॅस्कर मिलता है. लेकिन हमारे देश में राजनीतिक फिल्म विवादों में घिर आती हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण हैं.’

अनुपम खेर ने कहा, ‘हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की बात करते हैं, लेकिन बात जब इसे लागू की होती है तो सभी लोग पीछे हट जाते हैं.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)