फिल्म संजू के निर्माण से जुड़ी महिला ने आरोप लगाया है कि संजू फिल्म की पोस्ट प्रोडक्शन के दौरान निर्देशक राजकुमार हिरानी ने उनके साथ यौन उत्पीड़न किया.
मुंबई: मुन्ना भाई एमबीबीएस, थ्री इडियट, पीके और संजू जैसी सुपरहिट फिल्मों के निर्देशक राजकुमार हिरानी पर उनकी सहयोगी ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. महिला का आरोप है कि मार्च से सितंबर 2018 तक हिरानी ने उनका यौन उत्पीड़न किया है.
हफपोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, महिला ने संजू के सह-निर्माता और हिरानी के करीबी विधु विनोद चोपड़ा को पिछले साल तीन नवंबर को लिखे ईमेल में शिकायत की थी कि संजय दत्त की बायोपिक संजू फिल्म के पोस्ट प्रोडक्शन के दौरान हिरानी ने कई बार उनके साथ यौन उत्पीड़न और दुर्व्यवहार किया. संजू फिल्म 29 जून, 2018 को रिलीज हुई थी.
पीड़िता ने चोपड़ा के अलावा उनकी पत्नी अनुपमा को भी ईमेल भेजा था, जो मुंबई फिल्म महोत्सव (मामी) की निदेशक हैं और चोपड़ा के प्रोडक्शन कंपनी विनोद चोपड़ा फिल्म प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक हैं.
इसके अलावा अभिजात जोशी को भी ईमेल भेजी गई थी, जिन्होंने लगे रहो मुन्ना भाई, संजू और पीके जैसी फिल्मों को लिखा है. चोपड़ा की बहन शैली चोपड़ा को भी ईमेल भेजा गया है, जो ‘एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा’ फिल्म की निर्देशन कर रही हैं.
राजकुमार हिरानी ने अपने वकील अनिल देसाई के द्वारा सभी आरोपों का खंडन किया है. वकील ने हफपोस्ट को पांच दिसंबर को ईमेल भेज कर बताया, ‘मेरे मुवक्किल (क्लाइंट) पर लगाए गए आरोप झूठे, शरारती, निंदनीय, प्रेरित और बदनाम करने वाले हैं.’
तीन नवंबर, 2018 को अपने ईमेल में पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि नौ अप्रैल, 2018 को हिरानी ने पहले उन पर यौन रूप से अश्लील टिप्पणी की और फिर अपने घर-कार्यालय में उनके साथ यौन उत्पीड़न किया.
महिला ने ईमेल में कहा, ‘मुझे याद है कि उस दिन मैंने कहा था, ‘सर, यह गलत है. आप के पास सारी शक्तियां है और मैं यहां सिर्फ एक सहायिका (एसोसिएट) हूं. मैं आपसे कभी भी कुछ कह नहीं पाउंगी.’ पीड़िता ने ईमेल में हिरानी को पिता तुल्य बताया है.
पीड़िता के तीन दोस्तों का कहना है कि महिला ने ऐसे कई मौकों पर जिक्र किया था कि हिरानी ने उनके साथ यौन शोषण किया है.
शिकायतकर्ता ने बताया कि वह हिरानी से डरी हुई थी, जो उम्र में उनसे लगभग 30 वर्ष बड़े हैं. पीड़िता ने कहा कि उसने हिरानी की हरकतों को छुपाने और स्थिति का सामना करने के लिए बहुत तकलीफ उठाया क्योंकि उनके पिता एक लाइलाज बीमारी से पीड़ित थे और उन्हें अपनी नौकरी बचाए रखने की सख्त जरूरत थी.
महिला ने आगे बताया, ‘मेरे पास उनके प्रति विनम्र होने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. वह सब असहनीय था. मैंने यह सब सहन किया क्योंकि मैं नहीं चाहती थी कि मेरी नौकरी मुझसे छीन ली जाए और हर काम पर सवाल खड़ा किया जाए.’
महिला का कहना है कि वो काम बीच में छोड़कर नहीं जाना चाहती थी क्योंकि बीच में छोड़ने की वजह से उसे कहीं और काम नहीं मिलता. अगर मैं मुंह खोलती तो हिरानी के कहने पर मुझे कहीं भी काम नहीं मिलता.
वहीं हिरानी के वकील देसाई का कहना है कि इन सब सबूतों से साफ होता है कि सभी आरोप निराधार और छवि धूमिल करने की नियत से लगाए गए हैं.
विधु विनोद चोपड़ा ने आरोपों को लेकर कोई जवाब तो नहीं दिया, लेकिन उनकी पत्नी ने बताया है कि पीड़िता ने दो बार मामलों का जिक्र उनसे किया था. अनुपमा का कहना है कि वो आरोपों की जांच के लिए एक समिति का गठन करेंगी.
अनुपमा का कहना है कि वो पीड़िता से दो बार मिली हैं और उनकी बात को सुना है. वो कहती हैं, ‘पीड़िता हमारे घर पर दो दिन रुकी थी और हमने उनका साथ देने का आश्वासन दिया है. हम विनोद चोपड़ा फिल्म्स में एक समिति का गठन कर मामले की निष्पक्ष जांच कराएंगे. जब पीड़िता ने आरोप लगाया तब वो राजकुमार हिरानी फिल्म के साथ थीं और हमारी और उनकी कंपनी दो अलग कंपनी है.’
अनुपमा ने आगे बताया, ‘पीड़िता ने कहा कि उसे यह सोचने के लिए समय चाहिए कि वह इसे कैसे आगे ले जाएगी. मैं किसी भी तरह से उन पर दबाव बनाना नहीं चाहती थी. जैसा कि विनोद और मैंने उनसे कहा था, उन्हें हमारा पूरा समर्थन है और उनका जो भी फैसला लिया है हम उसका पूरा सम्मान करते हैं.’
पटकथा लेकर अभिजीत जोशी ने भी पुष्टि की है कि वह महिला की शिकायत से अवगत हैं.
जोशी कहते हैं, ‘यह मेरा कर्तव्य है कि मैं महिला को सुनु. मैं यहां उनका समर्थन करने के लिए हूं. मैं सबसे बेहतर करने की कोशिश कर रहा हूं. मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि मैं वही करुंगा जो नैतिक है.’