राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता मलयाली निर्देशक प्रियनंदन ने फेसबुक पर केरल स्थित सबरीमला मंदिर को लेकर एक फेसबुक पोस्ट लिखी थी. विवाद के बाद उन्होंने यह पोस्ट हटा दिया था.
त्रिशूर (केरल): राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता मलयालम फिल्म निर्देशक प्रियनंदन ने दावा किया है कि उन पर हमला किया गया और गोबर फेंका गया. उन्होंने इस घटना में भाजपा-आरएसएस के कार्यकर्ताओं की संलिप्तता होने का आरोप लगाया है.
ख़बरों के मुताबिक निर्देशक के एक फेसबुक पोस्ट के बाद उन पर यह हमला हुआ है. दरअसल, उन्होंने अपने पोस्ट में केरल के सबरीमला मंदिर स्थित भगवान अयप्पा पर कुछ टिप्पणी की थी.
निर्देशक ने कहा है कि यह घटना शुक्रवार सुबह नौ बजे हुई, जब वह त्रिशूर जिले में चेरपु स्थित अपने घर से बाहर निकले थे.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘जैसे ही मैं अपने घर से निकला, एक व्यक्ति दौड़ता हुआ आया और मेरे चेहरे और सिर पर वार किया तथा मेरे ऊपर गोबर फेंका.’
उन्होंने आरोप लगाया कि इस हमले के पीछे भाजपा/आरएसएस के कार्यकर्ताओं का हाथ है. इस बीच, भाजपा ने इस हमले में किसी तरह की भूमिका से इनकार किया है.
पुलिस ने निर्देशक की शिकायत पर जांच शुरू कर दी है. केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इस घटना की निंदा की है. विजयन ने कहा कि यह हमला निर्देशक की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हुआ है.
स्क्रॉल डॉट इन की रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक से डिलीट किए जा चुके प्रियनंदन की टिप्पणी को हिंदूवादी संगठनों के नेताओं ने ईशनिंदा बताया था. भाजपा के नेता बी. गोपालकृष्णन ने निर्देशक को चेतावनी दी थी कि संघ के कार्यकर्ता उन्हें जिले में आजादी से घूमने नहीं देंगे.
इस रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने हमलावरों को पहचानने का दावा किया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, 52 वर्षीय प्रियनंदन से हमलावर ने कहा, ‘तुम होते कौन हो अयप्पा के खिलाफ बोलने वाले? यह तो सिर्फ शुरुआत है.’
शुक्रवार को ही पुलिस ने एक हमलावर को गिरफ्तार कर लिया और हिरासत में ले लिया. हमलावर की पहचान 25 वर्षीय सरोवर के रूप में की गई है कथित तौर पर उसका संबंध आरएसएस से बताया जा रहा है.
प्रियनंदन ने कहा, ‘उन्हें विश्वास है कि इस हमले में एक से अधिक लोग शामिल हैं.’
प्रियनंदन ने अपने करियर की शुरुआत बतौर कलाकार शुरू की थी. इसके बाद वह फिल्म निर्देशक बन गए. उनकी दूसरी फिल्म ‘पुलीजन्मम’ को साल 2006 में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था.
इसके अलावा वह नेयठुकरन (2001), सूफी परांजा कथा (2009), भक्तजनंगलुडे श्रधक्कु (2011), ओरु यथरयिल (2013), नजान निन्नोदू कूडेयंदू (2015), पथिरकलम (2017) जैसी फिल्में बना चुके हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)