भारत में महिलाओं को माहवारी से होने वाली समस्या पर आधारित शॉर्ट फिल्म को मिला ऑस्कर

‘पीरियड: एंड ऑफ सेंटेंस’ नाम की यह शॉर्ट फिल्म ऑकवुड स्कूल इन लॉस एंजिलिस के छात्रों और उनकी शिक्षक मिलिसा बर्टन द्वारा शुरू किए गए ‘द पैड प्रोजेक्ट’ का हिस्सा है. कहानी उत्तर प्रदेश के हापुड़ शहर की है.

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फिल्म का पोस्टर. (फोटो साभार: फेसबुक)

‘पीरियड: एंड ऑफ सेंटेंस’ नाम की यह शॉर्ट फिल्म ऑकवुड स्कूल इन लॉस एंजिलिस के छात्रों और उनकी शिक्षक मिलिसा बर्टन द्वारा शुरू किए गए ‘द पैड प्रोजेक्ट’ का हिस्सा है. कहानी उत्तर प्रदेश के हापुड़ शहर की है.

फिल्म का पोस्टर. (फोटो साभार: फेसबुक)
फिल्म का पोस्टर. (फोटो साभार: फेसबुक)

लॉस एंजिलिस: भारत के ग्रामीण क्षेत्र में माहवारी के समय महिलाओं को होने वाली समस्या और सैनिटरी पैड की अनुपलब्धता को लेकर बनी एक शॉर्ट फिल्म ‘पीरियड: एंड ऑफ सेंटेंस’ को ‘डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट सब्जेक्ट’ श्रेणी में ऑस्कर पुरस्कार मिला है.

इस डॉक्यूमेंट्री का निर्देशन रायका जेहताबची ने किया है और इसे भारतीय प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा की ‘सिखिया एंटरटेनमेंट’ ने प्रोड्यूस किया है. यह डॉक्यूमेंट्री ऑकवुड स्कूल इन लॉस एंजिलिस के छात्रों और उनकी शिक्षक मिलिसा बर्टन द्वारा शुरू किए गए ‘द पैड प्रोजेक्ट’ का हिस्सा है.

जेहताबची ने ऑस्कर पुरस्कार स्वीकार करते हुए कहा, ‘मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि माहवारी को लेकर बनी कोई फिल्म ऑस्कर जीत सकती है.’

वहीं बर्टन ने इस पुरस्कार को अपने स्कूल को समर्पित करते हुए कहा कि इस परियोजना का जन्म इसलिए हुआ क्योंकि लॉस एंजिलिस के मेरे विद्यार्थी और भारत के लोग बदलाव लाना चाहते थे.

इस डॉक्यूमेंट्री की कहानी दिल्ली से लगे उत्तर प्रदेश के हापुड़ की है. जहां की महिलाएं माहवारी से जुड़ी भ्रांतियों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाती हैं. कई पीढ़ियों से इन महिलाओं को सैनिटरी पैड्स नहीं मिल रहे थे जिनकी वजह से उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो रही थीं, वहीं लड़कियों को माहवारी की वजह से स्कूल भी छोड़ना पड़ जाता था.

यहां जब सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाई गई तो महिलाएं सैनिटरी पैड का निर्माण और उनकी ख़रीद-बिक्री करना सीखती हैं और अपने समूह की महिलाओं को मज़बूत करती हैं. उनके ब्रांड का नाम ‘फ्लाय’ होता है.

फिल्म पैडमैन के नाम से मशहूर अरुणाचलम मुरुगनाथन के काम पर आधारित है.

अरुणाचलम तमिलनाडु के कोयम्बटूर शहर के एक व्यवसायी हैं. उन्होंने सैनिटरी पैड्स बनाने वाली मशीन का आविस्कार किया था, जिसकी कीमत अपेक्षाकृत कम होती है. इसके अलावा वह ग्रामीण भारत में माहवारी से जुड़ी भ्रांतियों के ख़िलाफ़ जागरूकता फैलाने के लिए जाने जाते हैं.

उनके द्वारा बनाई गई मशीनें बाज़ार में मिलने वाले सैनिटरी पैड्स से तीन गुना कम कीमत के होते हैं. भारत के 29 राज्यों में से 23 में इन मशीनों को लगाया गया है.

भारत के लिए ऑस्कर का यह क्षण एक दशक के बाद आया है, जब एआर रहमान और साउंड इंजीनियर रसूल पोकुट्टी को ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ के लिए 2009 में अकादमी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था.

फिल्म में हापुड़ के कथिखेड़ा गांव की स्नेहा भी नज़र आई हैं. स्नेहा गांव में उस संगठन की सदस्य हैं, जो माहवारी से जुड़ी भ्रांतियों को लेकर लड़ाई लड़ रहा है. फिल्म को ऑस्कर मिलने की ख़बर सुनने के बाद गांव में खुशी की लहर हैं.

‘रोमा’ के निर्देशक अल्फोंसो कुरों के नाम रहा ऑस्कर

इस साल का ऑस्कर समारोह मेक्सिको के फिल्म निर्देशक अल्फोंसो कुरों के नाम रहा. 91वें अकादमी पुरस्कार समारोह में उन्हें ‘रोमा’ के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफर और फिल्म ‘रोमा’ को विदेशी फिल्म श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला.

‘रोमा’ में एक घरेलू सहायिका का जीवन दिखाया गया है और फिल्म के निर्देशक अपना पुरस्कार उन्हीं सहायिकाओं को समर्पित किया है.

उन्होंने पुरस्कार स्वीकार करते हुए कहा, ‘हमारा काम वहां देखना है जहां दूसरे लोग न देख पा रहे हों.’

‘ग्रीन बुक’ फिल्म को ऑस्कर में सर्वश्रेष्ठ फिल्म के पुरस्कार से नवाज़ा गया है. यह फिल्म अफ्रीकी-अमेरिकी जैज़ पियानो वादक डॉक्टर डॉन शर्ली के जीवन पर आधारित है. इस फिल्म का निर्देशन पीटर फरेली ने किया है.

‘ग्रीन बुक’ ने ऑस्कर पुरस्कार में मेक्सिको के निर्देशक अल्फोंसो कुरों की फिल्म ‘रोमा’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुस्कार पाने से रोक दिया. इस फिल्म की कहानी ‘नस्लीय भेदभाव’ की पृष्ठभूमि में बनी है.

फिल्म के निर्देशक पीटर फरेली ने कहा, ‘यह पूरी कहानी प्रेम के बारे में है. मतभेदों के बावजूद यह एक-दूसरे से प्रेम करने के बारे में है और यह सच जानने के बारे में है कि हम कौन हैं. हम एक ही तरह के लोग हैं.’

इस पुस्कार को स्वीकार करते हुए निर्देशक ने फिल्म निर्माता स्टीवन स्पीलबर्ग का भी शुक्रिया अदा किया जिन्होंने वितरक तलाशने में निर्देशक की मदद की थी.

ब्रिटेन की अभिनेत्री ओलिविया कॉलमैन को ‘द फेवरेट’ में क्वीन एन. का किरदार अदा करने के सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के ऑस्कर पुरस्कार से नवाजा गया. यह उनका पहला ऑस्कर है. कॉलमैन के साथ ग्लेन क्लोज भी ‘द वाइफ’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री श्रेणी में नामित थीं.

कॉलमैन ने पुरस्कार स्वीकारते हुए कहा, ‘यह वास्तव में बहुत तनावपूर्ण रहा है. यह उल्लासित कर देने वाला है. मुझे ऑस्कर मिला. वह भी उस श्रेणी में जिसमें उम्दा महिलाएं नामित थीं. ग्लेन क्लोज आप लंबे समय से मेरी आदर्श रही हैं. मैं अपने लिए इस तरह नहीं चाहती थी. मैं आप सभी को प्यार करती हूं.’

अभिनेता रामी मलेक को ‘बोहेमियन रैपस्डी’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का ऑस्कर पुरस्कार दिया गया है. इस श्रेणी में हॉलीवुड के कई दिग्गज कलाकार क्रिश्चियन बेल, ब्रैडली कूपर, विगो मोर्टेनसेन और विलियम डाफो भी नामित थे.

इस फिल्म में उन्होंने ब्रिटेन के रॉक बैंड ‘क्वीन’ के फ्रेडी मर्करी का किरदार अदा किया था. मलेक ने पुरस्कार स्वीकार करते हुए दिल छू जाने वाले लहजे में मिस्र से यहां आकर बसे अपने माता-पिता का शुक्रिया अदा किया.

उन्होंने अपने भाषण में कहा कि दूसरे देश से आकर अमेरिका में बसे माता-पिता का बेटा होने के नाते उन्हें पता है कि वह इस देश के इतिहास के लिए कितना महत्वपूर्ण हैं.

पॉप सुपरस्टार लेडी गागा को ‘अ स्टार इज़ बॉर्न’ के गीत ‘शैलो’ के लिए ‘बेस्ट ऑरिजिनल सॉन्ग’ यानी सर्वश्रेष्ठ मौलिक गीत श्रेणी में ऑस्कर पुरस्कार से नवाज़ा गया है. गागा का यह पहला ऑस्कर है.

एनिमेशन फिल्मों की श्रेणी में फिल लॉर्ड और क्रिस्टोफर की फिल्म ‘स्पाइडर मैन: इन्टू द स्पाइडर-वर्स’ को सर्वश्रेष्ठ एनिमेशन फिल्म का पुरस्कार मिला है.

वहीं 91वें अकादमी पुरस्कारों में महेर्शला अली को सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेता का पुरस्कार मिला. उन्हें यह पुरस्कार पीटर फरेली की बायोग्राफिकल कॉमेडी-ड्रामा ‘ग्रीन बुक’ के लिए मिला है.

अली को पहली बार ऑस्कर 2016 में बेरी जेकिन्स की फिल्म ‘मूनलाइट’ के लिए उन्हें यह पुरस्कार मिला था.

अभिनेत्री रेज़िना किंग को बेरी जेकिन्स की फिल्म ‘इफ बील स्ट्रीट कुड टॉक’ के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार मिला है.

‘कॉस्ट्यूम डिजाइन’ श्रेणी में ऑस्कर जीतने वाली पहली अश्वेत महिला बनीं रूथ ई. कार्टर

हॉलीवुड फिल्म ‘ब्लैक पैंथर’ की कॉस्ट्यूम डिजाइनर रूथ ई कार्टर को ‘सर्वश्रेष्ठ कॉस्ट्यूम डिजाइन’ के लिए ऑस्कर मिला है और वह इस श्रेणी में अकादमी पुरस्कार जीतने वाली पहली अश्वेत महिला हैं.

‘मार्वल सिनेमेटिक यूनिवर्स फिल्म’ स्टूडियो का यह पहला ऑस्कर है. पुरस्कार की घोषणा के तुरंत बाद ही इस स्टूडियो के लिए एक और बड़ी खबर आई. प्रोडक्शन डिज़ाइन की श्रेणी में हना बैचलर को पुरस्कार दिया गया.

‘ब्लैक पैंथर’ में काल्पनिक राष्ट्र वकांडा को सिल्वर स्क्रीन पर शानदार रूप से उतारने के लिए बैचलर को यह पुरस्कार दिया गया.

कार्टर ने इस सम्मान को स्वीकार करते हुए कहा, ‘मार्वल ने भले ही पहले अश्वेत सुपर हीरो की रचना की हो लेकिन कॉस्ट्यूम डिजाइन के ज़रिये हमने इसे एक अफ्रीकी राजा के रूप में बदल दिया. और इस फिल्म के लिए कपड़े डिजाइन करना मेरे लिए सम्मान की बात है. शुक्रिया ऑस्कर.

ऑस्कर के विजेताओं की सूची इस प्रकार है:

  • सर्वश्रेष्ठ फिल्म: ग्रीन बुक
  • सर्वश्रेष्ठ निर्देशक: अल्फोंसो कुरों (फिल्म रोमा)
  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री: ओलिविया कॉलमैन (फिल्म द फेवरेट)
  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेता: रामी मलेक (फिल्म बोहेमियन रैपस्डी)
  • सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री: रेजिना किंग (फिल्म इफ बील स्ट्रीट कुड टॉक)
  • सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता: महेर्शला अली (फिल्म ग्रीन बुक)
  • सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म: रोमा
  • सर्वश्रेष्ठ एनिमेटेड फीचर फिल्म: स्पाइडर मैन: इन्टू द स्पाइडर-वर्स
  • सर्वश्रेष्ठ मूल पटकथा: ‘ग्रीन बुक’
  • सर्वश्रेष्ठ एडेप्टेड पटकथा: स्पाइक ली  (फिल्म ब्लैकक्लांसमैन)
  • सर्वश्रेष्ठ मूल संगीत: ब्लैक पैंथर
  • सर्वश्रेष्ठ मूल गीत: अ स्टार इज बॉर्न के ‘शैलो’ के लिए लेडी गागा को
  • सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री फीचर: फ्री सोलो
  • सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट: पीरियड: द एंड ऑफ सेंटेंस
  • सर्वश्रेष्ठ लाइव एक्शन शॉर्ट: स्कीन
  • सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी: अल्फोंसो कुरों (फिल्म रोमा)
  • सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन डिजाइन: हना बैचलर (फिल्म ब्लैक पैंथर)
  • सर्वश्रेष्ठ कॉस्ट्यूम डिजाइन: रूथ ई. कार्टर (फिल्म ब्लैंक पैंथर)
  • सर्वश्रेष्ठ हेयर एंड मेकअप: वाइस
  • सर्वश्रेष्ठ साउंड एडिटिंग: बोहेमियन रैपस्डी
  • सर्वश्रेष्ठ साउंट मिक्सिंग: बोहेमियन रैपस्डी
  • सर्वश्रेष्ठ विजुअल इफेक्ट्स: फर्स्ट मैन
  • सर्वश्रेष्ठ एडिटिंग: बोहेमियन रैपस्डी

 (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)