वायुसेना की एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान में भारतीय फिल्मों पर प्रतिबंध

पाकिस्तानी सूचना एवं प्रसारण मंत्री चौधरी फ़वाद हुसैन ने बताया कि पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी को भारतीय विज्ञापनों पर भी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.

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कराची के एक सिनेमा हॉल में भारतीय फिल्म का पोस्टर (फोटो साभार: www.kbcuratorial.com)

पाकिस्तानी सूचना एवं प्रसारण मंत्री चौधरी फ़वाद हुसैन ने बताया कि पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी को भारतीय विज्ञापनों पर भी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.

कराची के एक सिनेमा हॉल में भारतीय फिल्म का पोस्टर (फोटो साभार: www.kbcuratorial.com)
कराची के एक सिनेमा हॉल में भारतीय फिल्म का पोस्टर (फोटो साभार: www.kbcuratorial.com)

नई दिल्लीः पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना (आईएएफ) द्वारा आतंकी प्रशिक्षण शिविरों पर किए गए हमले के बाद पाकिस्तान सरकार ने देश में भारतीय फिल्मों पर प्रतिबंध लगा दिया है.

पाकिस्तान सरकार ने मंगलवार को कहा कि भारत की कोई भी फिल्म अब पाकिस्तान में रिलीज नहीं होगी.

पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने कहा कि पाकिस्तान का फिल्म प्रदर्शक संघ भारतीय फिल्मों का बहिष्कार करेगा.

उन्होंने कहा कि भारत में बने विज्ञापनों पर भी रोक लगाने के लिए पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (पेमरा) को निर्देश दिए गए हैं.

हुसैन ने ट्वीट कर कहा, ‘सिनेमा एग्जिबिटर्स एसोसिएशन ने भारतीय कंटेट का बहिष्कार कर दिया है, भारतीय फिल्में पाकिस्तान में रिलीज नहीं होगी. पेमरा को भारत में बने विज्ञापनों के खिलाफ भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.’

फवाद हुसैन का यह बयान नियंत्रण रेखा से लगभग 80 किलोमीटर दूर पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के प्रशिक्षिण शिविर पर भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के दिन आया. भारतीय अधिकारियों का कहना है कि इस हमले में बड़ी संख्या में आतंकवादी, प्रशिक्षक और वरिष्ठ कमांडर मारे गए हैं.

जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ जवानों पर फिदायीन हमले के 12 दिनों बाद भारतीय वायुसेना ने यह कार्रवाई की.

पुलवामा आतंकी हमले के मद्देनजर ‘टोटल धमाल’, ‘लुका छुपी’, ‘अर्जुन पटियाला’, ‘नोटबुक’ और ‘कबीर सिंह’ जैसी फिल्मों के निर्माताओं ने कहा था कि वे पाकिस्तान में अपनी फिल्मों को रिलीज नहीं करेंगे. ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने भी भारत में पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया था.

इससे पहले नवंबर 2018 में पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने देश के स्थानीय चैनलों पर भारतीय फिल्मों और धारावाहिकों पर रोक लगा दी थी.

अमूमन, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने पर दोनों देशों के सांस्कृतिक संबंध प्रभावित होते हैं.

2016 में उड़ी हमले और भारत द्वारा सीमापार सर्जिकल स्ट्राइक के बाद इंडियन मोशन पिक्चर प्रॉड्यूसर्स एसोसिएशन ने पाकिस्तानी कलाकारों और तकनीशियनों के भारतीय फिल्मों में काम करने पर प्रतिबंध लगा दिया था.

पुलवामा हमले के मद्देनजर हाल ही में बीसीसीआई ने भी मांग की है कि पाकिस्तान को आगामी विश्वकप में न खेलने दिया जाए.