पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने स्वीकारा, पाकिस्तान में ही है जैश प्रमुख मसूद अज़हर

सीएनएन के साथ एक इंटरव्यू में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान मसूद अज़हर के खिलाफ कदम उठाएगा अगर उसके खिलाफ अदालत के सामने रखे जाने लायक सबूत पेश किए जाएं.

KARACHI: FILE - In this Jan. 22, 2000 file photo, Masood Azhar, founder of a major Islamic militant group, Jaish-e-Mohammad arrives in Karachi, Pakistan. When a suicide bomber blew himself up on Feb. 14, 2019, killing more than 40 soldiers in India's insurgency wracked Kashmir region, the militant group Jaish-e-Mohammad was quick to take responsibility. The Pakistan-based group's attack in Kashmir sent tensions soaring between the two nuclear armed neighbors. AP/PTI Photo(AP2_28_2019_000168B)
अज़हर मसूद (फोटो: पीटीआई/एपी)

सीएनएन के साथ एक इंटरव्यू में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने कहा कि अगर अदालत के सामने रखे जाने लायक सबूत पेश किए जाएं, तो पाकिस्तान मसूद अज़हर के ख़िलाफ़ कदम उठाएगा.

KARACHI: FILE - In this Jan. 22, 2000 file photo, Masood Azhar, founder of a major Islamic militant group, Jaish-e-Mohammad arrives in Karachi, Pakistan. When a suicide bomber blew himself up on Feb. 14, 2019, killing more than 40 soldiers in India's insurgency wracked Kashmir region, the militant group Jaish-e-Mohammad was quick to take responsibility. The Pakistan-based group's attack in Kashmir sent tensions soaring between the two nuclear armed neighbors. AP/PTI Photo(AP2_28_2019_000168B)
जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर. (फोटो: पीटीआई).

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के उनके देश में मौजूद होने की बात कबूल कर ली है लेकिन उनका कहना है कि भारत द्वारा ठोस तथा अकाट्य प्रमाण देने (जो कि अदालत में पेश किए जा सकें) पर ही सरकार उसके खिलाफ कोई कदम उठा सकती है.

कुरैशी का बयान ऐेसे समय में आया है जब जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे, जिसकी जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी.

भारत ने पाकिस्तान के राजनीतिक एवं सैन्य नेतृत्व के उसके नियंत्रित क्षेत्रों में आतंकवादी बुनियादी ढांचे की मौजूदगी से इनकार पर भी खेद व्यक्त किया था.

कुरैशी ने अजहर पर सीएनएन से कहा, ‘मुझे मिली जानकारी के मुताबिक वह पाकिस्तान में ही है. वह इस हद तक बीमार है कि घर से बाहर भी नहीं निकल सकता, क्योंकि वह काफी बीमार है.’

मसूद अजहर पाकिस्तान में सक्रिय जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है, जिसने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली थी. भारत लंबे समय से उसे संयुक्त राष्ट्र की आतंकवादियों की सूची में शामिल कराने की कोशिश कर रहा है. हालांकि, पाकिस्तान का सहयोगी चीन अपने वीटो अधिकार का इस्तेमाल कर बार-बार इन प्रयासों को बाधित कर देता है.

कुरैशी ने यह भी कहा कि अदालत में पेश किए जाने लायक सबूत देने पर पाकिस्तान उसके खिलाफ कदम उठाएगा. उन्होंने कहा, ‘अगर उनके पास ठोस, अकाट्य प्रमाण हैं जो कि अदालत में पेश किए जा सकें, उन्हें हमसे साझा करें ताकि हम लोगों को विश्वास दिला सकें और पाकिस्तान की स्वतंत्र न्यायपालिका को विश्वास दिला सकें.’

उन्होंने कहा, ‘हमें कानूनी प्रक्रिया पूरी करनी होगी.’ कुरैशी ने भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को सौंपने के कदम को शांति की पहल बताते हुए कहा कि इसे पाकिस्तान की तनाव कम करने की इच्छा के तौर पर देखा जाना चाहिए.

गौरतलब है कि भारतीय और पकिस्तानी वायुसेना के लड़ाकू विमानों के बीच झड़प के दौरान मिग 21 के गिरने के बाद पायलट पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में उतर गया था. इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को हिरासत में ले लिया था.

इससे पहले, शुक्रवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के हिस्सा लेने के कारण पाकिस्तान ने संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी आबु धाबी में हो रही ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) यानी इस्लामिक सहयोग संगठन की बैठक का बहिष्कार कर दिया था.

स्वराज जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच उत्पन्न तनाव की पृष्ठभूमि में इस बैठक में हिस्सा लिया था.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया था कि भारत को संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री एचएच शेख़ अब्दुल्ला बिन ज़ायद अल नाह्यान ने विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)